मुकेश अंबानी का प्लान तैयार, सभी मौजूदा लैंडलाइन, DTH, ब्रॉडबैंड कंपनियां होंगी मार्केट से बाहर

(PC: MoneyControl)

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के प्रमुख मुकेश अंबानी ने हाल ही में कंपनी के 42वें वार्षिक बैठक में अपने बहुप्रतीक्षित जियो फाइबर प्लैन का अनावरण किया है। कंपनी इंटरनेट, कंटैंट एवं कॉमर्स के क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमाने के लिए एक बेहद ही समग्र योजना के साथ सामने आई है। इकोनॉमिक टाइम्स के एक लेख के अनुसार, “जियो गीगा फाइबर, उपभोक्ता को 700 रुपये प्रति महीने के हिसाब से जीवनभर के लिए लैंड्लाइन फोन द्वारा मुफ्त वॉइस कॉल, हाइ स्पीड ब्रॉडबैंड के साथ साथ हाइ डेफ़िनिशन में मुफ्त टीवी एवं डिश की सुविधा उपलब्ध कराएगा”।  

जियो फाइबर की सेवाएँ 5 सितंबर से प्रारम्भ होगी, जो संयोग से रिलायंस जियो के उदघाटन की तीसरी वर्षगांठ भी है। ब्रॉडबैंड सेवा को 100 एमबीपीएस की न्यूनतम स्पीड पर शुरू किया जाएगा, और सेवा की अधिकतम स्पीड 1 जीबीपीएस तक भी जा सकती है। अनुमान के मुताबिक इन सेवाओं का मूल्य 700 रुपये से शुरू होकर 10 हज़ार रुपये प्रति महीने तक हो सकता है। सबसे उच्च प्लैन के अंतर्गत जियो फाइबर का ब्रॉडबैंड, जियो होम टीवी एवं जियो इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी सुविधाएं शामिल हैं।

जो ग्राहक जियो फोरेवर जैसे प्लैन को सबस्क्राइब करते हैं, उन्हें मुफ्त में 4K क्वालिटी का टेलिविजन एवं 4K क्वालिटी का सेट टॉप बॉक्स मिलेगा। यही नहीं, सभी उपभोक्ताओं को इन प्लैन्स के साथ साथ प्रीमियम ओटीटी सब्स्क्रिप्शन, जैसे नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार इत्यादि की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। 

इसके साथ ही साथ मुकेश अंबानी ने एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुये कहा की ग्राहकों को जियो फाइबर सेवा के अंतर्गत ठीक उसी दिन वो मूवी अपने घरों में देखने का अवसर दिया जाएगा, जिस दिन भारत में वह मूवी रिलीज़ होगी। मुकेश अंबानी के शब्दों में, ‘भारत में पहली बार हम एक ऐसा कान्सैप्ट लेकर आ रहे हैं, जिसके अंतर्गत प्रीमियम जियो फाइबर ग्राहकों को कोई भी मूवी के रिलीज़ डेट पर ही वो मूवी उन्हे अपने घरों में भी देखने को मिलेगी”।

यही नहीं, कंपनी ने यूएस और कनाडा के लिए असीमित अंतर्राष्ट्रीय कॉल योजना का भी उदघाटन किया, जो केवल 500 रुपये प्रति महीने के रेट पर उपलब्ध होगी। इसके रेट दुनिया में सबसे सस्ते होंगे जो कि मौजूदा रेट्स के मूल्य का केवल 10% ही होगा।

जियो फाइबर की फ़ाइबर टू द होम सेवा कम से कम देश के 1600 शहरों में एक साथ लॉंच की जाएंगी। इस योजना के अंतर्गत करीब 7.5 करोड़ घरों को यह सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी विश्व भर में चलने वाली 5जी पावर्ड फ़िक्स्ड वायर्लेस ब्रॉडबैंड के बजाए फाइबर टू द होम सर्विस का उपयोग करेगी। कंपनी के सूत्रों के अनुसार FTTH भविष्य के लाभ हेतु एक वन टाइम इनवेस्टमेंट होगा। चूंकि यह सेवा दूरदराज़ के एवं भीड़भाड़ वाले इलाकों में उपलब्ध करना इतना सरल नहीं होगा, इसलिए ऐसी जगहों पर वायर्लेस ब्रॉडबैंड का उपयोग किया जाएगा।  

फिलहाल ब्रॉडबैंड सेवा देने वालों में एयरटेल, हेथवे जैसी प्रमुख कंपनियाँ भारत में विभिन्न शहरों में ब्रॉडबैंड की सुविधा उपलब्ध कराती है। इस वर्ष 30 अप्रैल तक भारत में अभी 1.84 करोड़ ब्रॉडबैंड कनैक्शन उपलब्ध हैं, जिसमें सरकार द्वारा चलायी जा रही बीएसएनएल सबसे आगे रहती है। बीएसएनएल के पास 91.5 लाख ब्रॉडबैंड उपभोक्ता हैं जबकि एयरटेल के पास 23.8 लाख उपभोक्ता हैं। 

इन कंपनियों ने अपने सेवाओं की कीमत बहुत ही ऊंची रखी है, जिसमें एक औसत कनैक्शन 1000 रुपये प्रति महीने के हिसाब से दिया जाता है। इसके साथ ही साथ ये कंपनियाँ ब्रॉडबैंड सेवा एक वायर्ड कॉपर केबल के जरिये उपलब्ध कराती है, जबकि जियो फाइबर यही सुविधा फाइबर टू द होम तकनीक के जरिये उपलब्ध कराएगा।

FTTH पारंपरिक मॉडेम कनैक्शन से 100 गुना अधिक तेज़ सिद्ध हो सकता है। ये इसलिए भी बहुत अहम है क्योंकि भारत में औसत इंटरनेट स्पीड अंतर्राष्ट्रीय मानकों के मुक़ाबले काफी कम है। इंटरनेट स्पीड के रैंकिंग्स में भारत 97वें स्थान पर हैं। ऐसे में जियो फाइबर का ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क न केवल देश के लोगों को हाइ स्पीड इंटरनेट देगा, अपितु  देश के इंटरनेट स्पीड को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप भी बनाएगा। एक ही योजना से मुकेश अंबानी ने लैंड्लाइन, डीटीएच और ब्रॉडबैंड सेवाओं में अपना वर्चस्व जमाने का मार्ग प्रशस्त किया है।

रिलायंस मार्केट में अपने आक्रामक प्राइसिंग स्ट्रेटजी के लिए जानी जाती है। रिलायंस पहली कंपनी थी जो देश में मुफ्त इनकमिंग कॉल के आइडिया के साथ आई थी। 2016 के अंत में रिलायंस जियो ने मार्केट में प्रवेश किया, और अपनी सस्ती दरों से भारतीय मार्केट के एक तिहाई से भी ज़्यादा हिस्से पर इसने सिर्फ ढाई साल में अपना वर्चस्व कायम कर लिया। ऐसे में यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि देश में सभी टेलीकॉम सेर्विसेज़ को सबसे बड़ी चुनौती के रूप में जियो फाइबर अब जल्द ही सामने आने वाला है।  

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