पीएम मोदी पिछले दिनों गल्फ देशों के दौरे पर थे जहां उन्होंने यूएई और बहरीन जैसे इस्लामिक देशों के साथ अपने कूटनीतिक रिश्तों को आगे बढ़ाया। इन दोनों देशों के साथ भारत के रिश्तों की मजबूती को आप इसी बात से समझ सकते हैं कि दोनों देशों के द्वारा भारत के पीएम को उनके देशों के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ दिया गया, तो वहीं बहरीन के राजा के साथ मुलाकात के दौरान भी पीएम मोदी को ‘द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां’ से नवाजा गया। यूएई और बहरीन के अलावा अफ़ग़ानिस्तान, सऊदी अरब, फिलिस्तीन और मालदीव जैसे इस्लामिक देश भी पीएम मोदी को उनके देशों के सर्वोच्च सम्मान से नवाज़ चुके हैं।
बहरीन और यूएई द्वारा भारत के पीएम को इस तरह से सम्मानित करना भारत के लिए सम्मान की बात तो है ही, इसके साथ ही इसकी टाइमिंग पर ध्यान देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। भारतीय राज्य जम्मू–कश्मीर पर भारत के फैसले के विरोध में पाकिस्तान सबसे पहले ओआईसी यानि ऑर्गनाइज़ेशन फॉर इस्लामिक कॉर्पोरेशन के पास ही गया था और यूएई और बहरीन ओआईसी के प्रमुख सदस्यों में से एक हैं। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर इन देशों की मदद मांग रहा था लेकिन इन देशों ने पीएम मोदी को ऐसे समय सम्मानित करके अपने पक्ष को बखूबी सबके सामने प्रदर्शित किया है।
पाकिस्तान पूरी दुनिया में यह प्रचारित करता है कि भारत मुसलमानों पर अत्याचार करता है और मोदी राज में अल्पसंख्यक मुस्लिमों पर जमकर ज़ुल्म ढहाया जा रहा है। लेकिन दुनियाभर के मुस्लिम देशों ने भारत का साथ देकर स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान और पाकिस्तान की सेना सिर्फ घरेलू राजनीति को साधने के लिए भारत और कश्मीर राग अलापती रहती है। पाकिस्तान को अलग निकाल दिया जाये तो पूरा विश्व और खासकर के इस्लामिक देश भारत का समर्थन करते हैं, और इसका सबसे बड़ा प्रमाण है अलग–अलग देशों द्वारा भारत के पीएम को सम्मानित करना!
उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पिछले वर्ष फरवरी में फिलिस्तीन में ‘ग्रैंड कॉलर‘ सम्मान से नवाजा गया था। यह विदेशी मेहमानों को दिया जाने वाला फिलिस्तीन का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। भारत और फिलिस्तीन के रिश्तों की बेहतरी के लिए पीएम द्वारा उठाए गए कदमों के लिए यह सम्मान दिया गया था।
इसी तरह वर्ष 2016 में सउदी अरब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द किंग अब्दुल्लाजीज साश‘ से सम्मानित किया था। यह पुरस्कार आधुनिक सउदी राज्य के संस्थापक अब्दुल्लाजीज अल सौद के नाम पर है।
इसके अलावा वर्ष 2016 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड’ से नवाजा गया था। देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पीएम मोदी को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया था। वहीं दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही पीएम मोदी सबसे पहले मालदीव की यात्रा पर गए थे जहां पीएम मोदी को मालदीव के सर्वोच्च पुरस्कार ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन‘ से सम्मानित किया गया था।
कुल मिलाकर भारत के पीएम का सभी इस्लामिक देश सम्मान करते हैं और तभी इन देशों ने पीएम मोदी को अपने–अपने देशों के सर्वोच्च सम्मानों से नवाजा है। यह भारत की कूटनीतिक जीत के साथ–साथ उस पाकिस्तान के मुंह पर तमाचा है जो हर वक्त भारत के खिलाफ अपना एजेंडा आगे बढ़ता रहता है। पाकिस्तान पूरुई दुनिया में भारत विरोधी प्रचार करता है और पीएम मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास करता रहता है, लेकिन इन इस्लामिक देशों ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता का सम्मान कर पाकिस्तान को उसकी जगह दिखाने का काम किया है।