पाकिस्तान में रोटी के लिए मारा मारी, इमरान खान ने की ‘हाई लेवल’ मीटिंग

आर्थिक तंगी और बदहाली से जूझ रहे हमारे पड़ोसी देश की जनता महंगाई से परेशान है। गधे और भैंस को बेचने के बाद अब नए पाक की बात करने वाले पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को नान और रोटी के दामों को कम करने के लिए ‘हाई लेवल’ की मीटिंग बुलानी पड़ रही है। कहावत भी है कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है वह स्वयं ही उसमें पहले गिरता है। वही हो भी रहा है भारत में अराजकता और अशांति फैलाने के सपने देखने वाला हमारा पड़ोसी देश बदहाली और गरीबी के दलदल में धंसता जा रहा है।  

दरअसल, नकदी संकट से जूझ रही पाक सरकार ने रसोई गैस दरों को बढ़ाने का फैसला लिया था इसका प्रभाव पड़ोसी देश के छोटे-मोटे होटलों पर भी देखने लगा। होटलों के मालिकों ने रोटी और नान की कीमतें बढ़ा दी। रसोई गैस और आटे की कीमत बढ़ने के कारण होटलों में नान 12 से 15 रुपये और रोटी 10 से 12 रुपये में मिल रही है। यही नान पहले 8 से 10 रुपये और रोटी 7 से 8 रुपये में मिल रही थी। इस महंगाई से आम जनता परेशान हो गयी और तो और चारों तरफ इसका जमकर विरोध होने लगा। स्थिति को बिगड़ता देख इमरान खान ने कैबिनेट बैठक की और इसमें रोटी व नान की कीमत तत्काल कम करने के आदेश दिए। इसके साथ ही सड़क किनारे तंदूर लगाने वालों के लिए गैस दरों में की गई बढ़ोतरी को भी वापस लेने का फैसला लिया।

पाक प्रधानमंत्री इमरान के विशेष सहायक फिरदौस आशिक अवान ने कहा, ‘प्रधानमंत्री इमरान खान ने नान और रोटी की बढ़ती कीमतों पर कड़ा रुख अपनाया है और उन्हें उनकी मूल दरों पर वापस लाने के लिए तत्काल कदम उठाने का फैसला किया है।’

सोशल मीडिया पर इस बैठक को लेकर यूजर्स इमरान खान को खूब ट्रोल कर रहे हैं। अब जिस देश के प्रधानमंत्री के लिए नान रोटी जैसे मुद्दे हाई लेवल मीटिंग का हिस्सा बन जाए तो ‘कुछ तो लोग कहेंगे ही।’

विदेशी मुद्रा भंडार की कमी और गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे पाक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अपने राज्य में अशांति फैलाने वाले तत्वों को स्थान देकर इस देश ने अपने लिए मुसीबतें बढ़ा ली हैं और इस गरीबी की वजह से इस देश को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी आये दिन बेइज्जती झेलनी पड़ रही है। हाल ही में जब इमरान खान अमेरिका गए थे तब कोई भी अधिकारी उन्हें लेने नहीं आया ना ही उन्हें कोई गार्ड ऑफ़ ऑनर मिला था। पहले से ही इस देश को FATF  ने ग्रे लिस्ट में रखा है और चीन के अलावा कोई भी देश इसकी मदद के लिए सामने नहीं आ रहा। अब ये नान और रोटी के लिए हाई लेवल की मीटिंग ने फिर से इस देश का पूरी दुनिया में मजाक बनाकर रख दिया है।

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