रैपर तरण कौर ढिल्लों उर्फ हार्ड कौर विवाद
भारतीय मूल की ब्रिटिश सिंगर एवं रैपर तरण कौर ढिल्लों उर्फ हार्ड कौर एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार एक नए विवाद के कारण। इस बार हार्ड कौर ने अनुच्छेद 370 के हटाये जाने के उपलक्ष्य में भारत के विरुद्ध जहर उगला है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हार्ड कौर ने खालिस्तान का समर्थन करते हुए भारत, और विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध अपशब्द कहे हैं।
#Breaking | Singer Hard Kaur posts a video with pro-Khalistan leaders. More details by Gurpreet Chinna. pic.twitter.com/3tqDrecE4U
— TIMES NOW (@TimesNow) August 11, 2019
https://twitter.com/TheAngryLord/status/1160964463668817920
वायरल हो रहे इस वीडियो में हार्ड कौर रेफरेंडम 2020 का समर्थन करते हुए दिख रही हैं। यह रेफरेंडम 2020 तक ‘खलिस्तान’ के कथित प्रांत को भारत से अलग करने की मांग करता है। इस वीडियो में हार्ड कौर और उसके साथ मौजूद अन्य लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को अपशब्द कहा, इसके साथ ही इन लोगों ने कहा कि वो इस 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में नहीं मनाएंगे, बल्कि खालिस्तानी झंडे फहराएंगे और रेफरेंडम 2020 को आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वे 15 अगस्त को भारतीय दूतावास के सामने अपना झंडा फहराएंगी।
‘खालिस्तान हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे’ – हार्ड कौर
यही नहीं, कौर ने अपने विरुद्ध लगाए गए देशद्रोह के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है, “मैंने किसी को मारा नहीं है। मैं किसी का रेप नहीं करती। मैं सिर्फ आलोचना करती हूं, जोकि मेरा अधिकार है। मेरा हक है। जो लड़कियां यह वीडियो देख रही हैं उन्हें पता होना चाहिए।’ कौर ने आगे कहा, ‘मैंने कभी अपनी वीडियो में एक बंदूक नहीं रखी। मैंने कभी बंदूकों की बात नहीं की। मेरे दिमाग और हाथ में खूब ताकत है।’
खालिस्तान की मांग करते हुए कौर ने आगे कहा, “यह हमारा हक है, जिसे हम लेकर रहेंगे। यह वाला 15 अगस्त सिखों के लिए स्वतन्त्रता दिवस नहीं है। इसलिए 15 अगस्त को सभी खालिस्तानी झंडे फहराए और उन्हें दिखाये कि हम शांत नहीं बैठेंगे। इसके लिए यूके में भारतीय हाई कमीशन के सामने हम खालिस्तान का झण्डा लहराएंगे”।
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हालांकि, ये पहला ऐसा अवसर नहीं है, जब हार्ड ने भारत या भारत के किसी सरकारी प्रतिनधि के खिलाफ जहर उगला हो। इससे पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर इसने बेहद भड़काऊ पोस्ट्स डालते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘रेपिस्ट’, और आरएसएस के सरसंघचालक [प्रमुख], श्री मोहन भागवत को ‘आतंकवादी’ करार दिया। विरोध करने पर कई सोशल मीडिया यूज़र्स को कौर ने बेहद भद्दी भद्दी गालियां भी दी। बात यहाँ तक आ गयी कि कौर के ट्विटर अकाउंट को ही सस्पैंड करना पड़ा।
कौर के विरुद्ध राजद्रोह के अंतर्गत मुकदमा भी दर्ज़ किया गया
यही नहीं, हार्ड कौर ने 2013 में एक इवैंट में सिख समुदाय पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणियां भी की थी, जिसके बाद हार्ड कौर को सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगनी पड़ी थी। हाल ही में हार्ड कौर के विरुद्ध भारत विरोधी बयान देने के लिए राजद्रोह के अंतर्गत मुकदमा भी दर्ज़ किया गया था।
अनुच्छेद 370 पर भी इसने अपना पाकिस्तान प्रेम दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही नहीं, हार्ड कौर ने अपने फेसबुक कवर पेज पर भी भारत विरोधी कश्मीर टू खालिस्तान फोटो लगाई है। हालांकि, ये बातें सिर्फ ऐसे भारत विरोधी तत्वों की बौखलाहट को दर्शाती है, जो अनुच्छेद 370 के हटाये जाने पर अपना सुध-बुध खो बैठे हैं। कश्मीर की तरह पंजाब और अन्य राज्य भी भारत का अभिन्न अंग है, और कौर जैसे अलगाववादी लाख कोशिश कर लें, पर भारत को बांट नहीं पाएंगे।
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