पाकिस्तान ‘कश्मीर में कथित बर्बरता’ का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहता था, उसी के वकील ने खोली पाक की पोल

पाकिस्तान

(PC: MyNation)

कश्मीर मामले पर पाकिस्तान को लगातार झटके पर झटके मिलते जा रहे हैं। पूरी दुनिया का ध्यान कश्मीर मुद्दे पर आकर्षित करने के लिए उसने अब तक जितने भी दांव चले हैं, वह सब हमारे पड़ोसी देश पर ही उल्टे ही पड़े हैं। पाकिस्तान पूरी दुनिया को इस बात का यकीन दिलाने की कोशिश कर रहा है कि भारत कश्मीर में जमकर कश्मीरियों पर ज़ुल्म ढा रहा है। इसको लेकर पाकिस्तान ने पिछले दिनों यह ऐलान भी किया था कि वह इस मामले को आईसीजे यानि अंतर्राष्ट्रीय अदालत में लेकर जाएगा, लेकिन अब उसके ही देश के बड़े वकील ने पाकिस्तान सरकार की पोल खोल दी है। आईसीजे में पाकिस्तान के वकील ने अब कहा है कि पाकिस्तान के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है कि भारत कश्मीर में लोगों पर ज़ुल्म ढाता है, ऐसे में इस केस को आईसीजे में नहीं ले जाया सकता।

जब से भारत ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया है, तभी से पाकिस्तान पूरी तरह बेचैन है। पाकिस्तान को हर जगह से निराशा ही हाथ लग रही है। चीन को छोड़ कर यूएन सुरक्षा परिषद के सभी अन्य 4 देश भारत के पक्ष में खड़े हैं, वहीं यूएई और सऊदी अरब जैसे देश भी इस मुद्दे पर भारत का ही साथ दे रहे हैं। ऐसे में पाक ने हताश होकर पिछले महीने 20 अगस्त को कश्मीर मुद्दे को आईसीजे में ले जाने का फैसला लिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उस वक्त एक पाकिस्तानी चैनल से कहा था कि हमनें कश्मीर के मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में ले जाने का फैसला किया है और यह फैसला सभी कानूनी पक्षों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

हालांकि, इसके महज़ 2 हफ्तों के बाद ही आईसीजे में पाक के वकील ने कुरैशी को आईना दिखाने का काम किया है। पाक के वकील ने कहा है कि किसी राष्ट्र के हाथों हो रहे कथित जनसंहार को साबित करने के लिए पुख्ता सबूत जुटाना मुश्किल है। बहुचर्चित कुलभूषण जाधव मामले में आईसीजे में पाक का पक्ष रखने वाले पाकिस्तानी वकील वकील खावर कुरैशी ने पाक के विदेश मंत्री को यह स्पष्ट कर दिया कि अगर पाक इस मामले को आईसीजे में लेकर जाता है तो उसे वहां भी तमाचा ही जड़ा जाएगा।

पाक पिछले एक महीने से कश्मीर को लेकर नाटक पर नाटक किए जा रहा है, लेकिन यह भी हास्यास्पद ही है उसके पास कश्मीर को लेकर अपने दावों को सही साबित करने के लिए एक सबूत तक नहीं है। बीते शुक्रवार को पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को हवा देने के लिए दोपहर 12 बजे से लेकर साढ़े 12 बजे तक ‘कश्मीर आवर’ का भी आयोजन किया था, जिसमें पाक सरकार ने दुनियाभर के पाकिस्तानियों से सड़कों पर आकर कश्मीरियों के प्रति संवेदना जताने का आह्वान किया था। हालांकि, पाक का यह ड्रामा भी पूरी तरह फ्लॉप साबित हुआ और ‘कश्मीर आवर’ के दौरान पाक में जगह-जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई।

इससे एक बात और स्पष्ट हो जाती है कि पाक बिना किसी सबूत के ही पूरी दुनिया में कश्मीर में जारी भारत की तथाकथित बर्बरता का ढिंढोरा पीट रहा है लेकिन उसके पास अपनी बात को प्रमाणित करने का कोई सबूत ही मौजूद नहीं है। ऐसा ही पाक के साथ कुलभूषण के मामले में भी हुआ। पाक ने जल्द बाज़ी में बिना कानूनी पक्ष जाने कुलभूषण को एक भारतीय जासूस बताकर उसे फांसी देने का ऐलान कर दिया था, लेकिन बाद में जब भारत इस मुद्दे को आईसीजे में लेकर गया तो आईसीजे ने पाक के इस फैसले पर तुरंत रोक लगा दी थी और पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने शर्मिंदा होना पड़ा था।

सच्चाई यह है कि जम्मू-कश्मीर पर भारत के ऐतिहासिक फैसले से पाकिस्तान सरकार के साथ-साथ पाकिस्तान की जनता भी भड़की हुई है और इसको लेकर पाक में विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं। इसकी वजह से पाक सरकार पर जल्द से जल्द भारत के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाने का दबाव है, लेकिन पाक सरकार चाहकर भी कुछ कर नहीं कर पा रही है। इसीलिए पिछले महीने पाक सरकार ने इस मुद्दे को आईसीजे में कश्मीर मुद्दे को लेकर जाने का ऐलान किया था ताकि लोगों को यह यकीन दिलाया जा सके कि कश्मीर मुद्दे पर उनकी सरकार एक्टिव है, लेकिन अब पाक के ही वकील ने पाक के कमजोर पक्ष को सबके सामने उजागर कर दिया है।

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