जेरेमी कॉर्बिन से कांग्रेसियों ने की मुलाकात, ये वही है जो भारत के खिलाफ खुलेआम साजिश रचता है

कांग्रेस

(PC: Scroll.in)

कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की भाषा बोलने वाली काँग्रेस पार्टी का भारत-विरोधी चेहरा एक बार फिर सामने आया है। दरअसल, इंडियन ओवेरसीज काँग्रेस ने 9 अक्तूबर को भारत-विरोधी रुख अपनाने वाली यूके की लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के बाद लेबर पार्टी के नेता ने कहा कि कश्मीर में लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। बता दें कि ये वही लेबर पार्टी है जिसने कश्मीर में हो रहे तथाकथित मानवाधिकारों के उल्लंघन पर एक प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि, ओवेरसीज काँग्रेस पार्टी की लेबर पार्टी के नेताओं से मुलाकात की वजह से भाजपा अब काँग्रेस पर हमलावर हो गई है और पार्टी से जवाब मांगा है। वहीं अब डैमेज कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस का कहना है कि उसने तो लेबर पार्टी की निंदा करने के लिए जेरेमी कोर्बिन से मुलाक़ात की थी।

काँग्रेस पार्टी और लेबर पार्टी के नेताओं की मुलाक़ात के दौरान दोनों पक्षों ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द किए जाने के बाद वहां मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा की। कॉर्बिन ने इस बातचीत को ‘बेहद सार्थक’ करार दिया। मुलाक़ात के बाद कोर्बिन ने ट्वीट किया-  ‘भारतीय कांग्रेस पार्टी के ब्रिटिश प्रतिनिधियों के साथ बेहद सार्थक मुलाकात हुई जहां हमनें कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा की।’

हालांकि, इसके बाद भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई और कहा है कि देश इसके लिए कांग्रेस को माकूल जवाब देगा। भाजपा ने एक ट्वीट में कहा, “कांग्रेस को भारत के लोगों को यह बताना चाहिए कि उनके नेता विदेशी नेताओं को भारत के बारे में क्या बता रहे हैं।”

वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भाजपा के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। शर्मा ने कहा कि छह अगस्त के अपने प्रस्ताव में कांग्रेस पार्टी ने साफ कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर से जुड़ा कोई भी विषय या घटना भारत का आतंरिक मामला है। आनंद शर्मा ने कहा, “हम गलत ढंग से पार्टी का प्रतिनिधित्व और अनाधिकारिक बयान को देखकर चकित हैं। कोर्बिन से मुलाकात करने वाले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के पास न तो यह जनादेश है और न अधिकार कि वो भारत के आतंरिक मामलों से जुड़े किसी भी मुद्दों पर अपनी राय रखें। उन्हें सिर्फ भारतीय प्रवासियों से जुड़े मसलों पर ध्यान देना चाहिए।”

सवाल है कि जेरेमी कोर्बिन जैसे नेताओं से मुलाक़ात करके आखिर कांग्रेस क्या साबित करना चाहती है। कांग्रेस पार्टी ने आधिकारिक तौर पर यूके की लेबर पार्टी की कोई निंदा नहीं की है। हालांकि, अब आलोचना से बचने के लिए इंडियन ओवरसीज कांग्रेस कह रही है कि लोगों का ध्यान अपनी असफलताओं से भटकाने के लिए भाजपा ने बयानों को तोड़-मरोड़ कर झूठ फैला रही है। हालांकि, क्या सच है और क्या नहीं, यह सबको भली-भांति पता है। कांग्रेस और लेबर पार्टी का कश्मीर पर लेकर एक ही रुख है और इसीलिए दोनों पार्टियां एक-दूसरे के साथ इस मुद्दे पर साथ आ गई हैं। कांग्रेस का यह भारत-विरोधी कदम बेहद निंदनीय है और इसके लिए कांग्रेस पार्टी को तुरंत देश से माफी मांगनी चाहिए।

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