देश के गृहमंत्री अमित शाह, अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं चाहे वो संसद हो, जनसभा हो या किसी पत्रकार से इंटरव्यू, हर जगह अपनी बेबाकी से लोगों को कायल बना देते हैं। कल यानि सोमवार को ऐसे ही अमित शाह के 2 इंटरव्यू देखने को मिले। पहला इंडिया टुडे के राहुल कंवल के साथ और दूसरा टाइम्स नाउ की नाविका कुमार के साथ। इन दोनों ही इंटरव्यू में अमित शाह को कई बार इन दोनों ही पत्रकारों ने उकसाने की कोशिश की लेकिन हर बार अमित शाह अपने किलर instincts से इन दोनों ही पत्रकारों के झासें में नहीं आए और अपने जवाब से इन्हें चारों खाने चित्त दिया।
इंडिया टुडे के न्यूज़ डाइरेक्टर राहुल कंवल के साथ इंटरव्यू की शुरुआत अनुच्छेद-370 से हुई। राहुल कंवल के कश्मीर में कर्फ्यू वाले सवाल पर स्पष्ट शब्दों में अमित शाह ने कहा, “अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद कहीं भी कोई कर्फ्यू नहीं है। केवल 6 पुलिस स्टेशनों में धारा-144 लगाई गई है। सेब का कारोबार सुचारू रूप से चल रहा है। सड़कों पर यातायात है और बाजार भी धीरे-धीरे फिर से खुल रहे हैं। कुल मिलाकर स्थिति अच्छी है। लोग शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए मस्जिद जा रहे हैं। जम्मू और कश्मीर दोनों डिविजन में शांति है। मोबाइल सेवाएं और वॉयस कॉल भी फिर से शुरू हो गई हैं।”
जब उनसे राहुल कंवल ने पूछा कि अगर कश्मीर में सब कुछ ठीक है तो पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को लॉक अप में क्यों रखा गया है? इस पर गृहमंत्री ने कहा- ‘जब कोई घटना ताजी होती है तो उकसावे का काम सही नहीं। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 4 हजार लोगों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया। उसमें से आज 1 हजार से कम जेल में हैं। इनमें से 800 तो पत्थरबाज हैं।
उन्होंने आगे बताते हुए कहा- ‘कांग्रेस जो ढाई महीने में हो-हल्ला कर रही है, उसने शेख अब्दुल्ला को 11 साल कैद में रखा। कश्मीर पर विकास के आगे के रोड मैप पर अमित शाह ने कहा, 370 के कारण जम्मू-कश्मीर में विकास नहीं हो पाया था, भ्रष्टाचार काफी हुआ। इसकी जिम्मेदारी किसी की भी तय नहीं थी। 370 हटने के बाद अब वहां नीचे तक विकास पहुंचेगा।
अमित शाह से जब पूछा गया कि 370 हटाई गई तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि पत्थरबाजी होगी, जबरदस्त विरोध होगा और आतंकी हमला भी हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा, “370 से जम्मू-कश्मीर की जनता का कोई लेना-देना नहीं था। कुछ नेताओं का ही स्वार्थ इससे जुड़ा था। उन्होंने कहा कि 370 हटाने को लेकर दुनिया भारत के पक्ष में रही और माना कि यह भारत का आंतरिक मसला है।
जब कंवल ने पूछा कि शिवसेना कहती है कि अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का होगा तो अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे। वहीं देश में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को लेकर चल रही बहस पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। यह किसी समुदाय के लिए नहीं है। जो भी भारतीय दूसरे देश में अत्याचारों क सामना करेगा उसे भारत में जरूर जगह दी जाएगी। क्योंकि पाकिस्तान और बांग्लादेश मुस्लिम बहुल देश हैं तो इन देशों में मुस्लिमों पर अत्याचार होने की संभावना खत्म हो जाती है। तथा इन देशों में हिंदुओं पर अत्याचार कि खबरें आती रहती हैं इसलिए इन हिंदुओं को भारत में जगह मिलेगी। नागरिकता संसोधन बिल भी लाया जाएगा। यह NRC सुप्रीम कोर्ट के संरक्षण में हुआ है तथा इसमें जो भी लूपहोल है उसका स्टडी कर सरकार पूरे देश में NRC लाएगी।
वहीं राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमित शाह ने कहा कि इस देश की जनता राम मंदिर के मामले पर सर्वोच्च अदालत के फैसले को सम्मान के साथ स्वीकार करेगी। मुझे विश्वास है कि दोनों समुदाय इस निर्णय को स्वीकार करेंगे और समस्या का शांतिपूर्ण समाधान होगा।
देश की अर्थव्यवस्था पर भी अमित शाह ने स्पष्ट जवाब दिया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जो स्थिति है उसकी तुलना में हमारी अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है। दुनिया के तमाम देशों की जीडीपी में गिरावट और अंतरराष्ट्रीय मंदी को देखते हुए भारत की स्थिति बेहतर है। अगर इसका सही तरीके से अध्ययन किया जाए तो स्पष्ट रूप से समझा जा सकता है। अर्थव्यवस्था के मामले में भारत के बांग्लादेश से पिछड़ने के बारे में अमित शाह ने कहा कि दोनों देशों की अर्थव्यवस्था के बारे में बात नहीं की जानी चाहिए।
जब राहुल कंवल ने अमित शाह से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर व्यक्तिगत सवाल करते हुए यह पूछा कि वित्त मंत्री के पति ने भारतीय अर्थव्यवस्था की खराब हालत को लेकर आलोचना की है तो इस पर अमित शाह ने कहा कि क्या आप चाहते हैं कि पति की सोच पत्नी की सोच से मिलना ही चाहिए। यह एक ओछी सोच है।
इस इंटरव्यू के दौरान राहुल कंवल ने चालाकी दिखाते हुए यह सवाल किया कि आप देश के गृहमंत्री भी हैं और भाजपा के अध्यक्ष भी। तब इस हालत में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में किसकी चलती है? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कोई भी पर्दे के पीछे रहकर नहीं चलाता है, पार्टी का अपना संविधान है और उसी के अनुसार हमारी पार्टी चलती है। पार्टी को लेकर किसी भी तरह का अफवाह फैलाना गलत बात है। उन्होंने कहा, ‘मैं कोई सुपर पॉवर नहीं हूं, दिसंबर तक नया अध्यक्ष मिल जाएगा।’
बतौर गृहमंत्री और पार्टी अध्यक्ष दोनों में से काम की तुलना किए जाने पर शाह ने कहा, ‘गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष ये दोनों काम मेरे लिए बराबर है। यहां भी मैं देश के लिए काम कर रहा हूं और बीजेपी अध्यक्ष के रूप में भी देश के लिए ही काम कर रहा हूं क्योंकि बीजेपी के काम और देश के विकास में कोई अंतर नहीं है।’
महाराष्ट्र और हरियाणा चुनाव के दौरान होने वाले दलबदल पर इंडिया टुडे के न्यूज़ डायरेक्टर ने पूछा कि दागी नेताओं के लिए शरणस्थली बन गई है बीजेपी। इस पर अमित शाह ने कहा कि अगर कोई चुनाव से पहले पार्टी बदलता है तो उसका मैं स्वागत करता हूं।
पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम के जेल जाने के बारे में जब राहुल कंवल ने शाह से सवाल पूछा कि क्या इसके पीछे आपका हाथ था? इस पर अमित शाह ने कहा, ‘मैं साफ कर देना चाहता हूं कि जब चिदंबरम गृहमंत्री थे या अब जब मैं गृहमंत्री हूं, सीबीआई गृह मंत्रालय के अधीन काम नहीं करती है। वह स्वतंत्र निकाय है। उन्होंने कहा कि मुझ पर कभी भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे, लेकिन फेक एनकाउंटर के आरोप जरूर लगे। हालांकि यह आरोप सही साबित नहीं हो सका और मैं निर्दोष साबित हुआ। अगर वे निर्दोष हैं तो कोर्ट उन्हें छोड़ देगी।‘
एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर राहुल कंवल ने पूछा कि हाल ही में नवगठित बीसीसीआई की नई नवेली टीम में उनके बेटे जय शाह आ चुके हैं, क्या अब सारे फैसले अमित शाह के घर पर ही लिए जाएंगे और क्या सौरव गांगुली भाजपा में शामिल होने वाले हैं?
इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस बात से इन्कार किया कि बीसीसीआई अध्यक्ष की नियुक्ति में उनकी कोई भूमिका रही है। आजतक के साथ खास बातचीत में अमित शाह ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष पद को लेकर सौरव गांगुली के साथ किसी तरह की कोई डील नहीं हुई है कि वह आगे पश्चिम बंगाल के लिए भाजपा से जुड़ेंगे या नहीं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘मैंने यह फैसला नहीं लिया कि बीसीसीआई का अगला अध्यक्ष कौन होगा।’ अमित शाह से पिछले दिनों सौरव गांगुली के साथ हुई मुलाकात पर गृहमंत्री ने साफ किया, ‘वह मुझसे मिलने आ सकते हैं। मैं लंबे समय तक क्रिकेट से जुड़ा रहा हूं।’
जब राहुल कंवल ने मज़ाकिया अंदाज में यह पूछा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में कोई नयापन या किसी प्रकार का उत्साह नहीं दिख रहा है आप लोगों ने इस चुनाव का रंग ही खत्म कर दिया है तो इस पर अमित शाह ने अपने अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि पॉलिटिक्स रंग के लिए नहीं होती बल्कि स्थाईत्व और विकास के लिए होती है।
इस इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ने राहुल कंवल के सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। पूरे इंटरव्यू के दौरान अमित शाह ऊर्जा से भरपूर लग रहे थे। ऐसे में अमित शाह के उत्साह को देख कर यही कहा जा सकता है कि वे अभी इसी ऊर्जा के साथ आगे भी कई वर्षों तक देश के लिए काम करते रहेंगे।