भारतीय राजनीति में नेताओं का बयान हमेशा से ही चर्चा और विवादों में रहा है, नेता अपने बयानों में किस स्तर की भाषा का प्रयोग कर सकता है इसका किसी को कुछ भी अंदाजा नहीं रहता, सब अपने मन के मालिक हैं और कहां क्या बोलना है यह तो सुध भी नहीं रहता। ऐसे ही एक नेता हैं पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी। उन्होंने केंद्र सरकार पर अपनी खीज निकालते हुए यह कह दिया कि केंद्र पुड्डुचेरी ‘ट्रांसजेंडर’ घोषित कर दें।
दरअसल, पुडुचेरी में मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और वहां की राज्यपाल किरण बेदी से मतभेद की खबरें आती रहती हैं और बयानबाजी होता रहता है। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री ने एक बेहद ही विवादस्पद बयान दे दिया है। नारायणस्वामी ने भारतीय सामाजिक विज्ञान संस्थान, पुडुचेरी और गुलाटी इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंस एंड टैक्सेशन, तिरुवनंतपुरम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘’भारत सरकार को जब जैसा सूट करता है, वह अपने हिसाब से हमारे साथ सुलूक करते हैं। मैं उनसे कहता हूं कि वे हमें कम से कम ट्रांसजेंडर घोषित कर दें। हम न इधर के हैं और न उधर के। यही हमारी स्थिति है।”
नारायणसामी ने केंद्र सरकार पर पुडुचेरी के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगाने के साथ कहा कि केंद्र शासित प्रदेशों के साथ केंद्र सरकार अलग-अलग तरह से व्यवहार करता है। उन्होंने कहा, हम न यहां के हैं और न वहां के, इसलिए हमनें पुडुचेरी को ट्रांसजेंडर घोषित करने की मांग की है। मुख्यमंत्री नारायणसामी ने कहा कि जब जीएसटी जैसे विषयों की बात आती है तो पुडुचेरी के साथ राज्य की तरह व्यवहार किया जाता है लेकिन जब ऐसी योजनाओं की बात आती है जिन्हें पुडुचेरी में लागू करने की आवश्यकता होती है तो उन्हें केंद्रशासित प्रदेश की तरह माना जाता है।
हालांकि यह पहली बार नहीं जब वे ऐसे बयान दे रहे हैं। इससे पहले वह दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की तरह ही रोते हुए यह कह चुके हैं कि केंद्र उनके मामले में हस्तक्षेप कर रही है। वह किरण बेदी पर भी उनके काम में दखल देने का आरोप लगा चुके हैं। नारायणस्वामी भी केंद्रशासित प्रदेश में पूरी तरह से शक्ति अपने हाथ में लेना चाहते हैं जैसा दिल्ली में केजरीवाल चाहते थे। बता दें कि देश में तीन ही ऐसे केंद्रशासित प्रदेश हैं जिनका स्वयं का अपना विधानसभा है। पहला दिल्ली, दूसरा पुडुचेरी और तीसरा तथा नवगठित जम्मू कश्मीर। केजरीवाल और लेफ्टिनेंट गवर्नर (LG) के बीच चले तनातनी के बाद जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था तब भी नारायणसामी ने यह दावा किया था कि पुडुचेरी को भी जीत मिली है और दिल्ली पर दिया गया फैसला पुडुचेरी में भी लागू होगा।
एक बार तो उन्होंने राज्यपाल किरण बेदी को राक्षस कह दिया था। वहीं हाल ही में उन्होंने यह कहा दिया था कि किरण बेदी का रवैया हिटलर की बहन जैसा है। उन्होंने कहा कि जब भी मुझे बेदी से हमारे फैसलों की फाइलें वापस मिलती हैं तो मेरा खून खौल जाता है और मैं चिढ़ जाता हूं। यहीं नहीं वह राहुल गांधी के सच्चे समर्थक भी है और उनका मानना है कि राहुल गांधी के सिवा कांग्रेस को कोई नहीं बचा सकता। उन्हें राहुल गांधी का चप्पल उठाकर चलते हुए भी देखा गया था और उन्होंने यह स्पष्टीकरण दिया था कि इसमें कुछ गलत नहीं है।
#EXCLUSIVE: I gave my slippers to Rahul Gandhi, nothing wrong in that: V. Narayanasamy to CNN-IBN pic.twitter.com/kkYiqTtdst
— News18 (@CNNnews18) December 9, 2015
इससे तो यही कहा जा सकता है कि नारायणस्वामी उन नेताओं में से हैं जो कभी भी कुछ भी बोल सकते हैं और इस बयानबाजी में किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। न सिर्फ वह एक कुंठित व्यक्ति की तरह बर्ताव करते हैं बल्कि उन्हें अपने अस्तित्व का भी खतरा दिखाई देता रहता है इसलिए वे ऐसे बयान देते रहते हैं। एक केंद्रशासित प्रदेश को ट्रांसजेंडर कहना कहीं से भी उचित नहीं है और उनकी आलोचना होनी चाहिए लेकिन मीडिया ने चुप्पी साध रही है जो बेहद खतरनाक है।