महाराष्ट्र में सियासी उठापटक जारी है। देवेंद्र फडणवीस सरकार को चुनौती देते हुए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ पेटिशन दायर किया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आखिरकार आज फैसला सुना ही दिया, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि फडणवीस सरकार को कल यानि बुधवार शाम 5 बजे तक महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करना होगा। इस फ्लोर टेस्ट का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा।
Supreme Court orders Floor Test in the Maharashtra assembly to be held on November 27 pic.twitter.com/2RTzxAaknh
— ANI (@ANI) November 26, 2019
बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने 23 नवंबर की सुबह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर दोबारा शपथ ली है वहीं एनसीपी के अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। सूत्रों की माने तो भाजपा के पास अजित पवार के समर्थक विधायक और निर्दलीय विधायकों को मिलाकर लगभग 40-45 से ज़्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जबकि सरकार बनाने के लिए भाजपा को उनके वर्तमान आंकड़ों के अनुसार 41 विधायक ही चाहिए थे। देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार को महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शपथ दिलवाई है, जिस पर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने सुप्रीम कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराई है। बता दें कि एनसीपी के शरद पवार ने कहा है कि यह निर्णय अजित पवार का व्यक्तिगत निर्णय है और एनसीपी प्रमुख शरद पवार और पार्टी के बाकी हाईकमान से इस बारे में कोई विचार विर्मश नहीं किया गया।
बता दें कि शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन पर लगभग मुहर लगा दी थी। सूत्रों के अनुसार उद्धव ठाकरे के सीएम बनने पर भी ठप्पा लग चुका था। परंतु अचानक से 23 नवंबर की मध्यरात्रि तक पासा पूरी तरह पलट गया, और अजित पवार एवं देवेन्द्र फडणवीस ने शपथ ली। इस देख एक बात तो पक्का सिद्ध होती है – राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है!
हालांकि देवेंद्र फडणवीस कितना सफल होते हैं यह तो कल ही देखने को मिलेगा, वहीं शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस का 162 का दावा कितना सफल होता है यह भी कल सबके सामने आ जाएगा, क्योंकि होटल में विधायक दिखाने और सदन में विधायक दिखाने में फर्क होता है।