‘थैंक्यू इंडिया!’ भारत के समर्थन से खुश होकर इजराइल ने जताया भारतीयों का आभार

भारत का जिगरी यार है इजराइल, ऐसे कैसे अकेले छोड़ देगा!

इज़राइल

PC: The National

आतंकवाद और जिहाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने वाले इज़राइल ने एक बार फिर गाज़ा के आतंकवादियों के छक्के छुड़ाए हुए हैं। 12 नवंबर को मौका पाकर इजराइल ने गाज़ा के सबसे बड़े जिहादी आतंकवादी बाहा-अबु-अल अता पर धावा बोला और उसे खत्म कर डाला। वह इज़राइल पर कई आतंकवादी हमलों का जिम्मेदार था और भविष्य में भी वह कई हमलों की योजना बना रहा था। हालांकि, जैसे ही बाहा-अबु-अल अता के खत्म होने की खबर सामने आई, तुरंत गाज़ा के आतंकवादियों ने इज़राइल पर रॉकेट से हमला करना शुरू कर दिया, और इज़राइल के मासूम नागरिकों को निशाना बनाना शुरू कर दिया

हालांकि, ऐसे वक्त में भारतीयों ने सोशल मीडिया पर जमकर इजरायल के प्रति अपना प्यार और सम्मान जाहिर किया। इज़राइल पर हो रहे इन हमलों के बाद भारत में इज़राइल के समर्थन में ट्विटर पर ट्रेंड चलाये जाने लगे और जल्द ही हैशटैग #StandwithIsrael ट्रेंड होने लगा। भारतीयों के इस समर्थन का भारत में मौजूद इज़राइल की राजनयिक माया कदोष ने धन्यवाद किया और ट्विटर अपना अपना आभार जताया।

दरअसल, जब गाज़ा के आतंकवादियों ने इज़राइल पर हमले करने शुरू किए, तो राजनयिक माया कदोष ने भारतीयों से सोशल मीडिया पर इज़राइल का समर्थन जताने का आह्वान किया था। इसके बाद उन्होंने इज़राइल डिफेंस फोर्सेस द्वारा मारे गए आतंकवादी की फोटो को शेयर करते हुए लिखा था ‘कोई अगर सोचता है कि वह हमारे नागरिकों को चोट पहुंचाकर आराम से रह लेगा, तो वह गलतफहमी में जी रहा है। हम ढूंढ-ढूंढ कर आतंकवादियों को मारना जानते हैं। जो हमें चोट पहुंचाएगा, हम उसे चोट पहुंचाएंगे’।

इसके बाद ट्विटर पर भारतवासियों ने इज़राइल के पक्ष में बड़ी संख्या में ट्वीट करना शुरू कर दिया। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया ‘अब इजरायल के साथ खड़ा होने का समय है’।

सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रशांत पटेल उमराव और दिल्ली भाजपा प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने भी लोगों से ट्वीट के जरिये इजरायल के समर्थन में ट्वीट करने की अपील की।

https://twitter.com/ippatel/status/1194303512852611072?s=20

इसके साथ ही दिनभर इजरायल और स्टैंड विद इज़राइल नाम से हैशटैग ट्विटर पर टॉप ट्रेंड होते रहे। इजरायल की मीडिया भी इसको लेकर काफी उत्साहित दिखी। इज़राइल के न्यूज़ पोर्टल जेरुलसम पोस्ट ने एक लेख लिखा जिसमें यह दर्शाया गया कि कैसे भारतीयों ने इज़राइल के प्रति अपना समर्थन जताया।

बता दें कि दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्ते बेहद मजबूत हैं। वर्ष 2014 में भारत में मोदी सरकार के आने के बाद से ही हमें भारत और इजरायल के संबंधों में मधुरता देखने को मिली है। आज़ादी के बाद पहली बार भारतीय सरकार ने खुलकर इजरायल के साथ अपने रिश्तों को प्राथमिकता दी। वर्ष 2017 में प्रधानमंत्री मोदी इज़राइल का दौरा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बने। तब इज़राइल ने भारत को एक पुराना दोस्त बताया था।

वर्ष 2019 में विकास और राष्ट्रीय मुद्दे के दम पर दोबारा सत्ता में आए प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष जून में यूएन में इजरायल के साथ खड़े होकर अपनी विदेश नीति में एक बड़े बदलाव का संकेत दिया था। ऐसा करके भारत ने फिलिस्तीन के साथ-साथ, कश्मीर पर भारत के साथ दोहरा रुख अपनाने वाले इस्लामिक देशों को एक कड़ा संदेश दिया था।

भारत और इजरायल के सम्बन्धों की खास बात यह है कि दोनों देशों की सरकारों के साथ-साथ दोनों देशों की जनता के संबंध भी बेहद खास और मधुर हैं। इसलिए जब भी इजरायल की बात आती है, तो भारतीयों में भी उत्सुकता देखने को मिलती है। ऐसा ही अबकी बार भी हुआ। इज़राइल पर हो रहे इन हमलों के जवाब में भारतीयों ने पूरी दुनिया को इजरायल के साथ खड़ा होने की अपील की, जो अपने आप में बड़ी बात है और यह दोनों देशों के मजबूत रिश्तों को दिखाता है।

Exit mobile version