महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली गठबंधन में अभी तक मंत्रालयों के बंटवारे पर सहमति नहीं मिल पाई है। उद्धव के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के एक दिन बाद, शुक्रवार को डिप्टी सीएम के पद को लेकर सहयोगी दलों के बीच ताजा मतभेद सामने आया। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने डिप्टी सीएम के पद को लेकर नए सिरे से मांग किया है। कांग्रेस चाहती है कि एनसीपी के अलावा उसे भी सरकार में डिप्टी सीएम का पद मिले।
बहुमत परीक्षण से पहले ही आज यानि शनिवार को तीनों दलों के विधायकों की संयुक्त बैठक होगी। जिसमें स्पीकर पद को लेकर चर्चा की जाएगी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस स्पीकर के लिए उम्मीदवार का सलाह देगी। आज 12 बजे स्पीकर पद के लिए नॉमिनेशन होने वाला है और कल स्पीकर पद के लिए उपयुक्त नेता का चुनाव होगा।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस और एनसीपी में डिप्टी सीएम और स्पीकर दोनों पदों को लेकर मतभेद जारी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस दोनों ही पद अपनी पार्टी के पाले में लाना चाहती है। कांग्रेस स्पीकर पद छोड़ने की बात तो कर रही है लेकिन उसके बदले दो डिप्टी सीएम पद की मांग कर रही है। वहीं एनसीपी इस प्रपोजल पर राजी नहीं है।
अभी बहुमत साबित करना है
उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में सरकार तो बना ली है लेकिन उन्हें अभी विधानसभा में बहुमत साबित करनी है। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। जिनमें 145 सीट सरकार बनाने के लिए चाहिए। शिवसेना के पास 56 सीट है, एनसीपी के पास 54 और कांग्रेस के पास 44 सीट है। शिवसेना कुछ निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन ले रही है।
बता दें कि 80 घंटे की फडणवीस सरकार गिरने के बाद आनन-फानन में कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना ने सरकार बनाने के लिए दावा किया। पूर्व सीएम फडणवीस को समर्थन देने वाले एनसीपी के नेता अजीत पवार के हाथ खिंच लेने के बाद सरकार गिर गई थी। अब तीनों दलों ने सरकार तो बना ली है लेकिन अभी भी मंत्रिमंडल व अन्य महत्वपूर्ण पदों पर रस्साकस्सी जारी है।