पाक अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर पर चालाकी दिखा रहा था, अफगानियों ने तसल्ली से फोड़ डाला

बॉर्डर पर पाकिस्तान को भारत तो समय-समय पर धूल चटाता ही रहता है, हालांकि अब लगता है कि अफ़ग़ानिस्तान पर भी उसके पड़ोसी भारत का असर पड़ रहा है।

बॉर्डर पर पाकिस्तान को भारत तो समय-समय पर धूल चटाता ही रहता है, हालांकि अब लगता है कि अफ़ग़ानिस्तान पर भी उसके पड़ोसी भारत का असर पड़ रहा है। दरअसल, हाल ही में खैबर-पख्तूनख्वा के चित्राल जिले में अफगान सीमा सैनिकों के साथ अपनी सेना के संघर्ष के बाद पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। पाकिस्तान सशस्त्र बलों की मीडिया विंग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने इस खबर की पुष्टि की और कहा कि उसके छह सैनिकों को चोटों का सामना करना पड़ा है। वहीं, EurAsian Times के अनुसार, इसमें पांच नागरिक भी घायल हो गए है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा है कि अफ़ग़ान सेना ने पाक सेना पर भारी मोर्टार दागे और मशीनगन से हमला किया।

पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान से सटे बॉर्डर पर फेंसिंग का काम कर रहा है और इस एवज में वह अंग्रेजों द्वारा 1890 में स्थापित डूरण्ड लाइन का उल्लंघन कर रहा है। अफ़ग़ानिस्तान चाहता है कि पाकिस्तान इस लाइन का सम्मान करे, हालांकि पाकिस्तान सेना इस दौरान अफ़ग़ानिस्तान में घुसपैठ कर रही है। 2 नवंबर को पाकिस्तानी सेना ने ऐसे ही अफ़ग़ानिस्तान में घुसपैठ करने की कोशिश की थी, हालांकि इस दौरान उनका सामना अफ़ग़ानिस्तान की सेना से हो गया और अफगान सेना ने पाकिस्तानी सेना पर जमकर हमले किए।

पाकिस्तानी सेना का यह शुरू से ही रिकॉर्ड रहा है कि वह अपने सैनिकों के मारे जाने की खबर को मीडिया के सामने नहीं रखता है। इस बार भी पाकिस्तान ने ऐसे ही किया। उसने 6 सैनिकों को चोट आने की बात सबे सामने रखी, लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि इस झड़प में पाकिस्तान को ज़्यादा नुकसान होने की आशंका है। बता दें कि इससे कुछ दिन पहले भी अफगानिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी हुई थी जिसमें तीन महिलाओं की मौत हुई थी। अफगान अधिकारियों के मुताबिक पूर्वी सीमावर्ती प्रांत कुनार के नारी जिले की विवादित सीमा पर पाकिस्तान ने एक चौकी बनाने की कोशिश की थी।

दरअसल, पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान बॉर्डर के इलाके में मौजूद तालिबान आतंकी संगठनों की मदद करता है और उन्हें हथियार भी प्रदान करता है। पिछले दिनों अफ़ग़ानिस्तान के एक हमले में तालिबान के 47 आतंकवादी मारे गए थे। पाकिस्तान पर इस इलाके को अस्थिर करने के आरोप भी लगते रहते हैं। अगस्त महीने में अफ़ग़ानिस्तान ने यूएन में शिकायत की थी कि पाकिस्तान ने उसके इलाके में 200 रॉकेट दागे थे। इसको लेकर संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान की राजदूत अदेला राज ने यूएनएससी को लिखे लेटर में कहा था कि “पाकिस्तानी सैनिक 19 अगस्त से 20 अगस्त के बीच शेल्टन जिले में 200 रॉकेट दागे”। लेटर में लिखा गया था कि इन हमलों से संपत्तियों को नुकसान पहुंचा और स्थानीय आबादी का विस्थापन हुआ है।

स्पष्ट है कि पाकिस्तान भारत के साथ अफ़ग़ानिस्तान में भी आतंक एक्सपोर्ट करने में लगा है। हालांकि, जिस तरह भारत पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से देता आया है, ठीक वही रास्ता अब अफ़ग़ानिस्तान ने भी अपना लिया है और पाकिस्तान के दोनों गालों पर चाटें पड़ रहे हैं।

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