असहिष्णुता वास्तव में क्या होती है, ये आपको लिबरल गैंग की दिनचर्या से पता चल जायेगा। अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में दिन रात राग अलापने वाले लिबरल गैंग के विरुद्ध यदि कोई भी व्यक्ति अपनी आवाज़ उठाया है, तो उसे दबाने में ये लोग कोई कसर नहीं छोड़ते। इसी कड़ी में ताज़ा शिकार बने अभिनेता रणवीर शौरी।
खोसला का घोसला, भेजा फ्राई, एक था टाइगर, ए डेथ इन द गंज जैसी फिल्मों में काम करने वाले रणवीर शौरी पिछले कुछ महीनों से लिबरल गैंग की पोल खोलते फिर रहे हैं। उन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान बॉलीवुड के वामपंथी ब्रिगेड पर एक ही पार्टी के पक्ष में वोट डालने के दबाव का आरोप लगाया, और कहा कि वर्षों की समस्या का बोझ किसी एक सरकार पर डालना अनुचित है।
परन्तु वे यही नहीं रुके। उन्होंने अनुच्छेद 370 से लेकर देश के कई अहम मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार सामने रखे। इसी बीच रणवीर ने अजय देवगन की भांति CAA के विरुद्ध अतार्किक विरोध की निन्दा करते हुए एक ट्वीट थ्रेड पोस्ट किया –
Trust Indian citizens to lose their shit over a law that doesn’t affect Indian citizens. #CAAProtests #India #BharatBananaHai
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) December 17, 2019
उस ट्वीट थ्रेड में रणवीर ने ना केवल CAA को स्पष्ट रूप से समझाया, अपितु NRC का महत्व भी समझाया। रणवीर लिखते हैं, “मैं स्पष्ट रूप से CAA का समर्थक नहीं हूं, परन्तु ये एक ऐसा कानून है जो भारतीय नागरिकों के हितों के विरुद्ध नहीं है। CAA विद्यार्थियों को प्रत्यक्ष रूप से परेशान नहीं कर रहा है, परन्तु फिर भी उन्हें इस प्रदर्शन का हिस्सा बनाया जा रहा है। NRC के प्रावधानों पर वाद विवाद हो सकता है, परन्तु NRC हमारे देश के लिए आवश्यक है” –
The requirements to be a part of the NRC can be debated, but not the fact that a country should have an NRC. #NRC #India
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) December 17, 2019
परन्तु हमारे लिबरल गैंग उन्हें ऐसे ही छोड़ देते, ऐसा भला हो सकता है क्या? अपने आप को डिजाइनर कहने वाली प्रियंका पॉल ने उन्हें संबोधित करते हुए लिखा, ” तेरे जैसे **** थोड़ी ना किसी चीज का चेहरा बनेंगे। किसी और को आगे आना ही पड़ेगा ना!”
https://twitter.com/artwhoring/status/1206971121666408450?s=20
जवाब में रणवीर शौरी ने लिखा, “अब कल्पना कीजिए कि यह शब्द किसी लड़के ने एक लड़की के लिए बोले होते तो? क्या यह मेरा me too मोमेंट नहीं?”
Imagine how a guy would be treated if he uses this kind of language to a girl for her views…
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) December 17, 2019
And that is why men like us end up as victims of women like her.
— Ranvir Shorey (@RanvirShorey) December 17, 2019
परन्तु रणवीर के इस तंज पर लिबरल गैंग का रिएक्शन ऐसा था मानो सांप ने डस लिया हो। वे बिना ठोस प्रमाण के उन्हें यौन शोषण का समर्थक बोलने लगे। संध्या मृदुल, जो पिछले वर्ष मी टू अभियान का हिस्सा रही थीं, रणवीर की आलोचना करने लगीं। उन्होंने लिखा, “आपको पता चलेगा मेरे टाइमलाइन पर जाकर कि मुझे क्या झेलना पड़ा था।”
https://twitter.com/sandymridul/status/1207026532297822208?s=20
रणवीर ने कई लोगों को अपनी बात बताने की कोशिश की, परन्तु लिबरल गैंग के डर से कोई उन्हें समर्थन ही नहीं देना चाहता था। तंग आकर रणवीर शौरी ने ट्विटर छोड़ने की बात कही, तो कई प्रशंसकों ने विरोध किया, और अंत में उन्हें अपना निर्णय वापिस लेना पड़ा। इसी प्रकार से 2017 में जब सोनू निगम ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के उपयोग का विरोध किया, तो उन्हें धर्मांध बताते हुए लिबरल गैंग ने उनके विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। हिपोक्रिसी के रिकॉर्ड कैसे तोड़े जाते हैं, यह कोई लिबरल गैंग से सीखे।