सीएए के विरुद्ध अपनी आवाज़ उठाने में एक बार फिर बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर सामने आए हैं। उन्होंने सीएए के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अपने ट्विटर टाइमलाइन पर लिखा, “यहां जानिए कि आखिर क्यों यह विरोध जरूरी है। 19 दिसंबर को मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में मिलते हैं। सोशल मीडिया से विरोध करने का समय खत्म हुआ।”
यही नहीं, फरहान अख्तर ने ट्विटर पर कुछ इमेज भी शेयर किए, जिनमें से एक अंग्रेज़ी में और दूसरा उर्दू में था। जो चित्र उन्होंने शेयर किया उसमें भारत के मानचित्र पर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को खंडित स्थिति में दिखाया, जैसे अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में दिखाया जाता है –
इस पर कई सोशल मीडिया यूज़र्स भड़क गए और उन्होंने फरहान अख्तर को आड़े हाथों लिया। इनमें प्रमुख रूप से आईपीएस अफसर संदीप मित्तल रहे जिन्होंने फरहान अख्तर को आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘आपको ज्ञात होना चाहिए कि आपने भारतीय दंड संहिता के धारा 121 के अंतर्गत एक अपराध किया है और ये अनजाने में नहीं हुआ है। मुंबई पुलिस और एनआईए को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जो देश आपको सब कुछ दे रहा है, उसके बारे में भी सोचें। कानून को समझें’।
You also need to know that you ' ve committed an Offence u/s 121 of Indian Penal Code & it is not unintentional. @MumbaiPolice & @NIA_India are you listening.Please think of the Nation that is giving you everything in your Life.
Understand the Law👉( https://t.co/DK3hDYe9e2 )— Dr. Sandeep Mittal, IPS (@smittal_ips) December 18, 2019
इसके अलावा संदीप मित्तल ने फरहान अख्तर को यह भी हिदायत दी कि वे अपने प्रदर्शन को शांतिपूर्ण बनाए रखें। उन्होंने ट्वीट किया, ‘राष्ट्र को आशा होगी कि अगस्त क्रांति मैदान पर आपका भीड़ पर नियंत्रण रहेगा और ये प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहेगा’।
इस पर फरहान अख्तर ने बाद में ट्विटर पर एक इमेज पोस्ट करते हुए कहा, ‘मैंने हाल ही में 19 दिसंबर को होने वाले एक प्रदर्शन के बारे में एक ग्राफिक सहित पोस्ट किया था। जहां उस पोस्ट के टेक्स्ट पर मैं अडिग हूं, मैंने ध्यान दिया कि ग्राफिक्स में भारत का मानचित्र गलत था। कश्मीर हर मायने में भारत का एक अभिन्न अंग है और मैं इस गलत मानचित्र को रिजेक्ट करता हूं। मुझे अफसोस है कि मैंने इसपर पहले ध्यान नहीं दिया। इस त्रुटि के लिए मैं क्षमा चाहता हूं’।
सच कहें तो फरहान अख्तर कम अवसरवादी नहीं है। एक वर्ष पहले जब पद्मावत के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शनों के दौरान गुरुग्राम में एक स्कूल बस के पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थर फेंके थे, तो फरहान महोदय ने ट्विटर पर तपाक से ट्वीट किया –
Attacking a school bus is not an agitation. It is terrorism. The people who did it are terrorists. Please refer to them as such.
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) January 25, 2018
‘एक स्कूल बस पर हमला करना विरोध नहीं होता। यह आतंकवाद है। जो हमला कर रहे हैं, वो आतंकवादी है। उन्हें वैसे ही संबोधित कीजिये’।
परंतु जब सीएए के विरोध के नाम पर हो रही आगजनी के विरोध में एक ट्विटर यूजर ने फरहान अख्तर से अनुरोध किया कि वे अपनी प्रतिक्रिया दे, तो फरहान अख्तर ने उल्टे उसे ही धर्मांध बताते हुए कहा, ‘डेविड धवन से अनुरोध करूंगा कि आपको ‘बिगट नंबर 1’ के लिए कास्ट करे, आप इस रोल के लिए परफेक्ट है’।
परंतु फरहान अख्तर ने हाल ही में ऐसा रुख नहीं अपनाया। लोकसभा चुनावों के दौरान इनहोंने खुलेआम भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के विरुद्ध विष उगलते हुए कहा था, ‘प्रिय भोपाल वासियों, इस बार एक और गैस ट्रैजिडी से बचने के लिए प्रज्ञा ठाकुर जैसों को वोट न देने की कृपा करें’।
इसमें कोई संदेह नहीं कि फरहान अख्तर क्यों साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को निशाने पर ले रहे थे। हालांकि, वे जोश जोश में ये भूल गए कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के लोकसभा क्षेत्र यानि भोपाल में चुनाव एक हफ्ते पहले ही हो चुके थे, जिसके पीछे सोशल मीडिया ने उनकी खूब मौज ली। एक बार तो कुत्ते की पूंछ भी सीधी हो जाती है, लेकिन फरहान अख्तर जैसे अवसरवादी देश में तनाव को बढ़ावा देना छोड़ दे, ऐसा हो सकता है क्या?