आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया की राइट विंग सरकार ने एक और आर्थिक झटका दिया है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की स्कॉट मॉरिसन सरकार ने अब यह फैसला लिया है कि वे पाक को दी जाने वाली आर्थिक मदद को पूरी तरह बंद कर देंगे। ऑस्ट्रेलिया ने इसी वर्ष से पाक को मिलने वाली मदद“No Dollars for you!” Australia cuts all funds to Pakistan
को कम करने का निर्णय लिया है और वर्ष 2020-21 में इस वित्तीय सहायता को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का प्रशासन भी पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद को रोक चुका है। ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले से ना सिर्फ एक बार फिर पाकिस्तान की पूरी दुनिया में फजीहत हुई है बल्कि इससे पाकिस्तान को फंड करने वाले अन्य देशों पर भी पाकिस्तान की मदद ना करने का दबाव बनेगा।
ऑस्ट्रेलिया की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वर्ष 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया द्वारा पाकिस्तान को 39.2 मिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता दी गयी थी, जिसे वर्ष 2019-20 में घटाकर 19 मिलियन डॉलर कर दिया गया है और अगले वित्तीय वर्ष में तो पाकिस्तान की तमाम आर्थिक मदद पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। ऑस्ट्रेलिया अभी लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को यह आर्थिक मदद प्रदान करता है, हालांकि इतिहास इस बात का सबूत रहा है कि पाक दूसरे देशों को मिलने वाले फंड का सबसे ज़्यादा दुरुपयोग करता है।
इसके अलावा ऐसा भी हो सकता है कि पाक इस फंड का आतंकवाद को बढ़ावा देने में इस्तेमाल करता हो। अमेरिका ने इसीलिए पाकिस्तान की आर्थिक सहायता बंद की थी क्योंकि पाकिस्तान अपने यहाँ आतंकवाद पर कोई लगाम नहीं लगा रहा था। इसी कड़ी में अब ऑस्ट्रेलिया ने भी पाक को यह झटका दिया है।
इसी वर्ष सितंबर में एक रिपोर्ट सामने आई थी कि पाक ब्रिटेन से मिलने वाली 107 मिलियन यूरो की आर्थिक मदद का दुरुपयोग कर जालसाजी कर रहा है। बता दें कि ब्रिटेन अपने अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग द्वारा पाक में कई परियोजनाएं चलाता है और यह राशि लगभग 107 मिलियन यूरो के करीब है। ये पैसे मुख्यतः स्कूलों के निर्माण के लिए दिए जाते हैं। पाक में ब्रिटेन के आर्थिक मदद से 1,389 स्कूल बनाये गये हैं, जिनमें से 1,277 संभावित रूप से संरचनात्मक समस्याएं हैं। स्कूलों में बुनियादें सुविधायें नहीं हैं और न ही उन्हें बेहतर शिक्षा मिल रही है। ऐसा करके स्कूल के बच्चों के भविष्य के साथ पाक खिलवाड़ कर रहा है। जब इस मामले की जानकारी यूके सरकार को मिली तो उसने तुरंत स्थानीय अधिकारियों को 793 स्कूलों में सभी नई सुविधाओं को बंद करने के आदेश दिए थे।
पाकिस्तान को किसी भी तरह की वित्तीय सहायता बंद कर अब ऑस्ट्रेलिया ने यूके जैसे देशों के सामने बड़ा उदाहरण पेश किया है। ऑस्ट्रेलिया सरकार के मुताबिक अब सरकार पेसिफिक देशों में अपने हितों की रक्षा के लिए इस पैसा का इस्तेमाल करेगी। ऑस्ट्रेलिया सरकार का यह फैसला वाकई सराहनीय है और इसके लिए पीएम स्कॉट मॉरिसन की जितनी तारीफ की जाये, उतनी कम है।