ब्रिटेन में इस महीने 12 तारीख को चुनाव होने वाले हैं, और उससे पहले सभी पार्टियां चुनाव में जीतने के लिए जी-तोड़ मेहनत करती नज़र आ रही हैं। यूके में लगभग 10 लाख से ज़्यादा भारतीय मूल के लोग रहते हैं, और अब इन्हें लुभाने के लिए भी ब्रिटेन की राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में कंजरवेटिव पार्टी के नेता बोरिस जॉनसन ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि उनके देश में किसी भी भारत विरोधी या हिन्दू-विरोधी भावना को पनपने नहीं दिया जाएगा। साथ ही पीएम जॉनसन ने यह भी कहा है कि वह पूरी तरह भारत के साथ खड़े हैं। माना जा रहा है कि इस बार यूके में भारतीय मूल के लोग चुनावों में कंजरवेटिव पार्टी का समर्थन कर सकते हैं, क्योंकि पिछले कुछ दिनों में लेबर पार्टी का भारत-विरोधी रुख देखने को मिला था। अब इस स्थिति का फायदा उठाकर बोरिस जॉनसन ने यह ऐलान किया है ताकि भारतीय मूल के वोटर्स को लुभाया जा सके, और इसमें वे कामयाब होते भी दिखाई दे रहे हैं।
बोरिस जॉनसन को आमतौर पर भारत का समर्थक माना जाता है, और उनके चुनावी वादों में भी यह सफतौर पर देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि वे नया भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए जा रहे कदमों का समर्थन करते हैं, और प्रधानमंत्री बनने के बाद वे संभवतः अपना पहला दौरा भारत का ही करेंगे। बता दें कि हाल ही में यूके के पीएम बोरिस जॉनसन ने लंदन स्थिति स्वामी नारायण मंदिर का भी दौरा किया। वे स्वामी नारायण मंदिर में अपनी पार्टनर कैरी सिमोंड के साथ गए थे और उनके साथ गृह सचिव प्रीति पटेल भी थीं। उनका यह बयान भारतीय मूल के लोगों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले कुछ समय से यूके और खासकर लंदन भारत-विरोधी गतिविधियों का गढ़ बन चुका है।
इस वर्ष अगस्त में जब भारत ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया था, तो लंदन में बड़ी संख्या में पाकिस्तानियों ने गुंडागर्दी की थी और भारतीय दूतावास पर हमला बोला था। इसी वर्ष 3 सितंबर को करीब 10 हज़ार लोगों ने लंदन की सड़कों पर प्रदर्शन किया था और हिंसक प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन की आड़ में भारतीय हाई कमीशन पर हमला तक कर डाला था। इन प्रदर्शनों में पाकिस्तानी मूल के लोगों के साथ कुछ खालिस्तानी समर्थक लोग भी शामिल थे। इससे पहले 15 अगस्त के मौके पर भी भारतीय हाई कमीशन के सामने ऐसे ही हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिले थे। लंदन जैसे बड़े शहर में फैलते जा रहे अराजकता के इस माहौल को देखकर यह स्पष्ट है कि इस देश का भविष्य अंधकार की ओर अग्रसर है। ऐसे में अब बोरिस जॉनसन के इन दावों से यह उम्मीद की जा रही है कि वे लंदन और यूके को इस्लामिक कट्टरपंथ से बचाने के लिए भरपूर प्रयास करेंगे और इसमें सफल होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
आपको बता दें कि आम चुनावों से पहले जारी अनुमानों में बोरिस जॉनसन को जीत मिलती दिखाई गयी है। बोरिस जॉनसन की पार्टी कंजरवेटिव को लगभग 43 प्रतिशत वोटर्स का समर्थन हासिल है जबकि लेबर पार्टी को महज़ 32 प्रतिशत लोग ही सपोर्ट करते हैं।
पिछले दिनों लेबर पार्टी ने कश्मीर मुद्दे पर एक प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार की आलोचना की थी, जिसका यूके में भारतीय समुदाय के लोगों ने जमकर विरोध किया था। विरोध को देखते हुए लेबर पार्टी ने इस प्रस्ताव को वापस ले लिया था और साथ ही लेबर पार्टी के ही कई नेताओं ने इस प्रस्ताव से दूरी बना ली थी। उसके बाद से ही भारतीय मूल के लोग कंजरवेटिव पार्टी का समर्थन करने की बात कह रहे हैं और इसी कड़ी में अब बोरिस जॉनसन ने भी यह बड़ा दांव चला है।