‘महान क्रिकेटर’ इमरान खान के PM बनने के बाद पाक क्रिकेट टीम का हुआ बेड़ागर्क, सभी सीरिज़ हारी

पाकिस्तान

पाकिस्तान और क्रिकेट का पुराना नाता रहा है। जब भी बात क्रिकेट की होती है तो पाकिस्तान के महान तेज़ गेंदबाजों के बिना वह बात पूरी नहीं हो सकती। हाल ही में सम्पन्न हुई पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया के सीरीज में पाकिस्तान का एक और युवा तेज़ गेंदबाज सुर्खियों में था, वह भी मात्र 16 वर्ष का। हालांकि आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 2-0 हरा दिया। इस सीरीज में पाकिस्तान का न तो बल्लेबाजी चली न ही गेंदबाजी। सभी क्षेत्र में पाकिस्तान की टीम फिसड्डी साबित हुई। अगर हम पाकिस्तानी टीम का इतिहास देखें तो 90 के दशक से ही यह टीम टॉप की टीमों को प्रतिस्पर्धा देते आई है लेकिन पिछले 5 वर्षों से देखें तो यह टीम विवादों और खराब प्रदर्शन से जूझ रही है।

पाकिस्तान की सत्ता पर नज़र डालें तो पता चलता है कि इस देश का प्रधानमंत्री ही एक क्रिकेटर है वह अपने जमाने का महान कप्तान और एक महान ऑलराउंडर था। जब इमरान खान ने सत्ता संभाली थी तो यह कयास लगाए जा रहे थे कि वह एक क्रिकेटर होने के नाते कम-से-कम पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भ्रष्टाचार से मुक्त कर क्रिकेटरों के लिए बेहतरीन वातावरण बनाने में मदद करेंगे। परंतु उन्होंने किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया, ऐसा पाकिस्तान के हालिया प्रदर्शन को देखकर समझा जा सकता है।

पाकिस्तान की क्रिकेट टीम पिछले एक वर्ष में किसी भी फॉर्मेट में एक भी सीरीज नहीं जीत पायी है। पहले टी-20 की बात करते हैं। पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2-1 से, तो इंग्लैंड के खिलाफ 1-0 से हार मिली। इसके बाद जब श्रीलंका की टीम पाकिस्तान गयी तब भी श्रीलंका ने पाकिस्तान का 3-0 से क्लीन स्वीप किया। इसके बाद उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी टी-20 सीरीज में हार मिली। ये पाकिस्तान की लगातार चौथी सीरीज में हार थी।

यह तो T-20 की बात थी, पाकिस्तान का यही प्रदर्शन वन डे सीरिज में भी जारी रहा। श्रीलंका के खिलाफ हुए सीरीज को छोड़कर किसी भी सीरीज में पाकिस्तान जीत हासिल नहीं कर सकी है। आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने तो क्लीन स्वीप कर पाकिस्तान को क्रमशः 5-0 और 4-0 से हराया था।

वहीं टेस्ट में भी पाकिस्तान क्रिकेट का यही हाल है। पिछले एक वर्ष में पाकिस्तान एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है। हाल ही में हुए आस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में तो इतना लचर प्रदर्शन था कि सभी पुराने खिलाड़ी पाकिस्तान टीम को कोसने लगे थे। पाकिस्तान की टीम को आस्ट्रेलिया ने दोनों ही मैचों में पारी के अंतर से हराया था। पाकिस्तान के ही पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर रमीज राजा ने कहा, पाकिस्तान की एक ख्याति रही है। अतीत में इसके पास महान खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने आस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया था। अब तो हालत यह है कि खुद आस्ट्रेलिया के ही दर्शक डेविड वार्नर के तिहरे शतक से खुश नहीं दिखे और उन्होंने पाकिस्तानी टीम को किसी तरह का मुकाबला नहीं करने के लिए लताड़ा।

यह सोचने वाली बात है कि जिस देश का प्रधानमंत्री एक पूर्व क्रिकेटर और विश्व कप जीताने वाला कप्तान हो उस देश में क्रिकेट की हालत ऐसी है और वह टीम पिछले एक वर्ष में एक भी सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हो सकी। एक जमाने में अपनी खौफनाक गेंदबाजी और बेहतरीन बल्लेबाजी से शीर्ष टीमों को डराकर रखने वाली पाकिस्तान की टीम को आज कोई भी टीम हरा दे रही है। हालिया सीरिजों में पाकिस्तान की गेंदबाजी अटैक और भी निराशाजनक रहा है। पाकिस्तानी टीम कभी वसीम अकरम, वकार यूनुस और शोएब अख्तर जैसे खौफनाक तेज गेंदबाजों के नाम से जानी जाती थी, जो आज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी लाइन-अप के के हिसाब से पूरी तरह कमजोर हैं। पाकिस्तानी गेंदबाजों के चार पारियों में औसत 89.92 का रहा था जो कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की अब तक की सबसे खराब प्रदर्शन है। इस सीरीज में आस्ट्रेलिया की उछालभरी पिचों पर पाकिस्तानी गेंदबाज 20 विकेट भी नहीं ले सके।

पाकिस्तान में क्रिकेट की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है, इसका कारण सभी को पता है। एक ओर आतंकवाद ने युवा खिलाड़ियों को किसी विदेशी टीम के एक्सपोजर से दूर कर दिया है तो वही पाकिस्तान की डूबती अर्थव्यवस्था ने वहां के क्रिकेटबोर्ड (पीसीपी) को गरीब बना दिया है। इस वजह से कोई भी क्रिकेटर अधिक रुपयों के लिए मैच फिक्सिंग की जद में आ जाता है। आतंकवाद और हमलों के डर से कोई भी विदेशी टीम पाकिस्तान जाना ही नहीं चाहती, इसी कारण से न तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को विदेशी खिलाड़ियों के खिलाफ एक्सपोजर मिल रहा है और न ही क्रिकेट बोर्ड की आमदनी हो रही है जिससे क्रिकेट की हालत सुधारने के लिए निवेश किया जा सके।

इसके अलावा पाकिस्तानी खिलाड़ियों में आपसी झगड़े भी आम बात है। विश्व कम में हार के बाद मोहम्मद आमिर और सरफराज अहमद के बीच झगड़े की खबर भी आई थी। इससे पहले तो अनेकों झगड़े की खबर आ चुकी है। PCB में भ्रष्टाचार भी अपने चरम पर है। पाकिस्तान क्रिकेट के अर्श से फर्श पर गिरने के कारण को बताते हुए पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और विश्व के महानतम तेज़ गेंदबाजों में से एक वसीम अकरम कहते हैं कि, “भारतीय क्रिकेट ने प्रथम श्रेणी के क्रिकेट में निवेश किया है। पाकिस्तान में, हमने अपनी प्रथम श्रेणी प्रणाली के बारे में शायद ही कुछ किया है।”

इमरान खान को अपने समय के दौरान सबसे महान ऑलराउंडरों में से एक माना जाता था, और यहां तक कि पाकिस्तान ने जो एकमात्र विश्व कप जीता है वह भी उनके ही नेतृत्व में जीता था। यह विडंबना है कि पाकिस्तान क्रिकेट की यह हालत बद से बदतर हो चुकी है। आज इमरान खान पाकिस्तानी सेना की कठपुतली बन चुके हैं और उनसे कुछ भी अनुमान लगाना सही नहीं है। इसी वर्ष जुलाई में उन्होंने कहा था कि वह पाकिस्तान को Best Cricket Team of The World” बनाएंगे पर जिस तरह से वो पाकिस्तानी सेना की जी हुज़ूरी कर रहे हैं उससे तो नहीं लग रहा है कि आने वाले समय में भी कुछ बदलाव होगा।

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