सरकार ने आज राज्य सभा में नागरिकता संशोधन बिल रखा गया। देश एक तरफ देश में आए शरणार्थी खुश है तो वही कई लोग इस मामले को लेकर कंफ्यूज है। इसी कन्फ़ियुजन का फायदा उठा कई लोग पूर्वोतर राज्यों में आम जनता को भड़काने में लगे है। उसमें अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने एक भड़काऊ ट्वीट करते हुए यह लिखा है कि इस बिल के जरिए सरकार पूर्वोतर में ‘ethnic cleansing’ करना चाहती है। राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) मोदी-शाह सरकार की पूर्वोत्तर को नस्ली तौर पर साफ कर देने की कोशिश है… यह पूर्वोत्तर, उसकी जीवनशैली तथा भारत के विचार पर आपराधिक हमला है… मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं, और उनकी सेवा में तत्पर हूं…’
The CAB is a attempt by Modi-Shah Govt to ethnically cleanse the North East. It is a criminal attack on the North East, their way of life and the idea of India.
I stand in solidarity with the people of the North East and am at their service.https://t.co/XLDNAOzRuZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 11, 2019
राहुल गांधी ने मंगलवार को भी ऐसा ही बयान दिया था। राहुल गांधी ने ट्वीट किया था, ‘नागरिकता संशोधन विधेयक संविधान पर हमला है। जो कोई भी इसका समर्थन करता है वो हमारे देश की बुनियाद पर हमला और इसे नष्ट करने का प्रयास कर रहा है।’
यह पूरी तरह से भड़काऊ बयान है जिससे जनता में सरकार के खिलाफ भावना भड़क सकती है और वे उन्मादी हो सकते है। यह बयान किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता की तरफ से आना देश में अनावश्यक दंगे भड़काने की कोशिश है। पुलिस को राहुल गांधी पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
बता दें कि सोमवार को देर रात तक चली बहस के बाद लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 311-80 के बहुमत से पास हो ही गया। नागरिक संशोधन बिल अगर कानून का रूप ले लेता है तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों को CAB के तहत भारत की नागरिकता दी जाएगी। वर्ष 1947 में जब धर्म के आधार पर भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारा हुआ था, तो पाकिस्तान और आज के बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ बड़ा अन्याय हुआ था और उन्हें धार्मिक आधार पर प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा था। इन देशों में आज भी हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों को धार्मिक आधार पर प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। यह नागरिकता संशोधन बिल अब ऐसे ही लोगों को न्याय प्रदान करने के लिए लाया गया है।
पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान में हिंदुओं पर जब अत्याचार होता है और उन्हें मारकर भगाया जाता है, तो उनके पास भागकर अपनी जान बचाने के लिए भारत आने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता है। पाकिस्तान और आज के बांग्लादेश को धर्म के आधार पर बनाया गया था, और यह तथ्य सबको स्वीकार करना चाहिए। भारत ने तो धर्मनिरपेक्षता का रास्ता अपनाए रखा लेकिन अल्पसंख्यकों के साथ जैसा व्यवहार बांग्लादेश और पाकिस्तान में होता रहा, आज उसी की वजह से भारत में नागरिकता संशोधन बिल को लाना पड़ रहा है।
परंतु फिर भी राहुल गांधी अपने ट्वीट से लोगों के बीच एक भ्रांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे है। कई लोगों को इस विधेयक पर ज्ञान नहीं है और वे तरह तरह की झूठी खबरे फैला कर लोगों को भड़का रहे है।