पानीपत मूवी: महाराजा सूरज मल का मजाक उड़ाने वाले गोवारिकर को रणदीप हुड्डा का झन्नाटेदार जवाब

एक समुदाय की चाटूकारिता के लिए दूसरे का मजाक बनाना शर्म की बात है!

पानीपत, लिबरल, रणदीप हुड्डा

जबसे सिनेमाघरों में पानीपत रिलीज हुई है तब से निर्देशक आशुतोष गोवारिकर पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म की कहानी से दर्शकों में गोवारिकर के खिलाफ आक्रोश है। पानीपत के निर्देशक ने जाट महाराजा सूरज मल को एक मोटे, अवसरवादी व्यक्ति के तौर पर दिखाने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है, और राजस्थान एवं हरियाणा में जाट समुदाय इस फिल्म के विरुद्ध मोर्चा खोल रही है।

बता दें कि महाराजा सूरज मल एक प्रभावशाली जाट शासक थे, जो मराठा सेना का समर्थन करने वाले चंद शासकों में शामिल थे। वे एकमात्र शासक थे, जो रोहिल्लों, अवधियों और मुगलों के युद्ध नीतियों से भली भांति परिचित थे। उन्होंने मराठा सेना को अहमद शाह अब्दाली से निपटने के लिए एक व्यावहारिक युक्ति सुझाई थी, परंतु उनके सुझाव को किन्हीं कारणों से सदाशिव राव भाऊ ने मानने से इंकार कर दिया था।

परंतु जिस तरह से आशुतोष गोवारिकर ने फिल्म में महाराजा सूरज मल का चित्रण किया है, वो काफी आपत्तिजनक है। ऐसे में बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा भी शांत नहीं रह सके, और उन्होंने ट्वीट किया, “एक कौम को ऊँचा दिखाने के लिए किसी दूसरी को नीचा दिखाना ज़रूरी नहीं है, इससे उल्टा ही होता है। भविष्य में और समझ की आशा है। और जो नाराज़ हैं उनके लिए- ये सिर्फ़ एक मूवी है। अपने बड़े बुजुर्गों की इज़्ज़त और इतिहास को एक मनोरंजन के साधन से जोड़कर उसको छोटा ना करें #MaharajaSurajmal”

यहां संदेश एकदम स्पष्ट था, कि एक समुदाय के महिमामंडन के लिए दूसरे को अपमानित करना आवश्यक नहीं है। परंतु ये बात हमारे कई फ़िल्मकारों को बिल्कुल समझ नहीं आती। परंतु ये पहली बार नहीं है जब रणदीप हुड्डा ने ऐसे लोगों की क्लास लगाई हो।

2017 में जब गुरमहर कौर का विवादित प्लाकार्ड कैम्पेन वायरल हुआ था, तब पूर्व क्रिकेटर विरेंद्र सहवाग ने इस मुद्दे पर एक ट्विट किया था। उन्होंने लिखा था- “मैंने दो बार ट्रिपल सेंचुरी नहीं बनाई मेरे बैट ने बनाई है।” सहवाग के इस ट्वीट पर हंसते हुए रणदीप हूडा ने भी जवाब दिया जिसके बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया गया।

इस पोस्ट पर राणा अय्यूब भी बौखला गईं ट्विट पर ट्विट दागने लगीं। हालांकि रणदीप ने बिना हिचके पलटकर जवाब दिया। परंतु लेफ्ट लिबरल थॉट के गैंग रणदीप पर ऐसे टूट पड़े कि उन्हें माफी मांगने के लिए बाध्य होना पड़ा।

हालांकि उक्त घटना के बाद भी रणदीप ऐसे लोगों को जवाब देते रहे और यदा कदा इसी तरह के मौकों पर इनकी क्लास लगाते रहते हैं। उन्हें आशुतोष गोवारिकर को इतिहास से छेड़छाड़ करने से रोकने का पूरा पूरा अधिकार है। अब आशुतोष गोवारिकर को आत्मविश्लेषण की सख्त आवश्यकता है, यदि वे फिल्म इंडस्ट्री में बने रहना चाहते हैं।

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