उपद्रवी छात्रों का समर्थन करने के कारण सावधान इंडिया से बाहर हुए सुशांत सिंह

सुशांत सिंह

PC: bizasialive.com

हाल ही में सुशांत सिंह को सावधान इंडिया से बाहर होना पड़ा कारण सुशांत सिंह ने CAA के विरोध में उपद्रवी छात्रों का समर्थन किया था। पर एक अवसरवादी लिबरल की भांति इन्होंने भी इस पर अपने आप को हीरो बनाने हेतु इस निर्णय का दुरुपयोग किया। ।

बता दें कि सुशांत सिंह ने बॉलीवुड में कई छोटे मोटे रोल किए हैं। राजकुमार संतोषी की फिल्म ‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ में इन्होंने क्रांतिकारी सुखदेव थापर की भूमिका निभाई थी। इतना ही नहीं, इन्होंने सत्या, दम, जोश, रक्त चरित्र जैसी फिल्मों में छोटी पर अहम भूमिका निभाई थी। आजकल वे ज़ी5 पर रंगबाज़ सीरियल के द्वितीय संस्करण में काम कर रहे हैं।

हाल ही में नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए, जिनमें से एक जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय भी था। वहां ना केवल हिंसक प्रदर्शन हुए, बल्कि भारत विरोधी, और हिन्दू विरोधी नारे भी लगाए गए। इन्हीं उपद्रवी छात्रों पर जब दिल्ली पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की, तो उसके विरोध में कई वामपंथी एवम् कथित बॉलीवुड सेलेब्रिटी सामने आए, जिनमें से एक सुशांत सिंह भी थे।

ऐसे में सुशांत सिंह को जब सावधान इंडिया से निकाला गया, तो उन्होंने स्वयं इसकी पुष्टि करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “और इसी के साथ सावधान इंडिया के साथ मेरा सफर समाप्त हुआ।”

परन्तु सुशांत सिंह अपने बचाव में ये दुहाई देते फिर रहे थे कि उन्होंने खुद सावधान इंडिया छोड़ने का निर्णय लिया। जब एक ट्विटर यूज़र ने पूछा कि कहीं ये सच बोलने की कीमत तो नहीं, तो सुशांत ने दो टूक जवाब जवाब दिया, “बहुत छोटी सी कीमत मेरे दोस्त। हम भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को क्या जवाब देंगे?”

हालांकि, सुशांत सिंह ऐसे पहले व्यक्ति नहीं हैं, जिन्हें भारत विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए किसी शो से निकाला गया हो। फ़रवरी में जब पुलवामा के हमले ने देश को झकझोर दिया था, तो उस समय द कपिल शर्मा शो पर स्थाई अतिथि के रूप में आने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने आतंक का कोई धर्म नहीं होता राग अलापना शुरू कर दिया था। इसके विरुद्ध जनता ने काफी प्रदर्शन किया और अंत में सोनी एंटरटेनमेट टेलीविजन को सिद्धू को हमेशा के लिए शो से निष्कासित करना पड़ा।

सुशांत सिंह भी उन अवसरवादियों में आते हैं, जिन्हें केवल भारत तोड़ो ब्रिगेड के घड़ियाली आंसू दिखाई देते हैं, और जिन मुद्दों पर भारतीयों को वास्तव में समस्या होती है, वे उसपर चुप्पी साध लेते हैं। ऐसे अवसरवादियों को निकालकर स्टार भारत ने निस्संदेह एक बढ़िया उदाहरण पेश किया है।

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