हाल ही में पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गयी, जिसके अंतर्गत देश के विभिन्न हस्तियों को उनके योगदानों के लिए पद्मश्री से लेकर पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। इसी बीच गायक अदनान सामी खान को भी उनकी सेवाओं के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। परंतु इस बात की घोषणा क्या हुई, मानो कांग्रेसी, लिबरल सभी उनपर टूट पड़े। कला और कलाकारों के हितों के लिए दिन रात एक करने का दावा करने वाले कांग्रेस और उनके वामपंथी समर्थक इस निर्णय से कुपित हो गए। अधिकतर विरोध केवल इसी विरोध के आधार पर किया गया है कि अदनान 2015 से पहले तक पाकिस्तानी थे।
कांग्रेस लीडर जयवीर शेरगिल की माने तो यह सरकार के ‘चमचागीरी की कृपा है’। वहीं दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर सीएए विरोधी राग अलापते हुए ट्वीट किया, “मुझे अदनान सामी को नागरिकता देने की बात करने के लिए खरी खोटी सुनाई गयी थी। मैं खुश हूँ कि उसे नागरिकता मिली और पद्मश्री भी। यदि सरकार एक पाकिस्तानी मुसलमान को नागरिकता दे सकती है, तो सीएए लाने की आवश्यकता क्या है? इसे हिंदुओं और मुसलमानों में दरार डालने के लिए लाया गया है” –
'Magic of govt chamchagiri': Congress slams govt over Padma Shri to Adnan Sami | Deccan Herald https://t.co/lj4zr2fRx6
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) January 26, 2020
Hey kid, did you get ur brain from a ‘Clearance Sale’ or from a second hand novelty store?
Did they teach u in Berkley that a son is to be held accountable or penalised for the acts of his parents? And ur a lawyer?😳
Is that what u learned in law school? Good luck with that!😂 https://t.co/s1mgusEdDr— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 26, 2020
राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि अदनान भारत का मूल नागरिक नहीं है। एमएनएस के सिनेमा विभाग के अध्यक्ष अमय खोपकर ने कहा, “अदनान सामी भारत का मूल नागरिक नहीं है। एमएनएस का विचार है कि उसे कोई भी पुरस्कार नहीं दिया जाना चाहिए। हम इस निर्णय की निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि उन्हे दिया पद्मश्री वापिस लिया जाये” –
मूळ भारतीय नागरिक नसलेल्या अदनान सामीला भारत सरकारने कोणताही पुरस्कार देऊ नये,हे मनसे च ठाम मत आहे. त्यामुळे त्याला बहाल केलेल्या पद्मश्री पुरस्काराचा मनसेकडून तीव्र शब्दात निषेध. अदनान सामीला जाहीर झालेला पद्म पुरस्कार त्वरित रद्द करण्यात यावा ही मनसेची मागणी आहे.
— Ameya Khopkar (@MNSAmeyaKhopkar) January 25, 2020
परंतु बात वहीं पर नहीं रुकी। अपने विवादित बोल के लिए जेल की हवा खाने वाले अली सोहराब ट्वीट करते हैं, “भारत के मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने पर आमादा हैं BJP सरकार और पाकिस्तान से आए अदनान सामी को पद्म पुरस्कार दे रही है BJP सरकार….” –
भारत के मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने पर आमादा हैं BJP सरकार और पाकिस्तान से आए @AdnanSamiLive को पद्म पुरस्कार दे रही है BJP सरकार….@ajitanjum https://t.co/fPwigbtuaU
— Ali Sohrab (@007AliSohrab) January 26, 2020
अब भाजपा पर निशाना साधना हो, और रोहिणी सिंह के मुंह से कुछ न निकाले, ऐसा भला हो सकता है क्या? द वायर के चर्चित पत्रकार ने अदनान पर तंज़ कसने के लिए पूछा, “इसे अवार्ड किस बात का मिल रहा है?”
What is he getting an award for? https://t.co/1Uy7DnzHlB
— Rohini Singh (@rohini_sgh) January 25, 2020
उधर अदनान सामी ने सरकार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा, “किसी भी कलाकार के लिए उसके जीवन में सबसे अभूतपूर्व पल तब आता है जब उसके देश की सरकार उसकी प्रतिभा को सम्मान दे। मैं भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार देने के लिए उनका आभारी रहूँगा। 34 वर्षों से संगीत का यह सफर चलता ही जा रहा है। बहुत शुक्रिया!” –
The greatest moment for any Artiste is to be appreciated & recognised by his/her government. I am overwhelmed with infinite gratitude for being honoured with the ‘Padma Shri’ by the Government of India.
It has been a 34 years musical journey..
‘Bohot Shukriya’!!🙏#PadmaAwards— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 25, 2020
इतना ही नहीं, जयवीर को आड़े हाथों लेते उन्होंने आगे ट्वीट किया, ‘बच्चे क्या तुम अपना दिमाग क्लीयरेंस सेल से लाए हो या फिर सेकंड हैंड नॉवेल्टी स्टोर से खरीदा है। क्या बर्कले में तुम्हे यही सिखाया गया है कि माता-पिता के कृत्यों के लिए बेटा जिम्मेदार या सजा का हकदार होता है? और तुम वकील हो? लॉ स्कूल से तुमने यही सीखा है? इसके लिए शुभकामनाएं।’!” –
Hey kid, did you get ur brain from a ‘Clearance Sale’ or from a second hand novelty store?
Did they teach u in Berkley that a son is to be held accountable or penalised for the acts of his parents? And ur a lawyer?😳
Is that what u learned in law school? Good luck with that!😂 https://t.co/s1mgusEdDr— Adnan Sami (@AdnanSamiLive) January 26, 2020
बता दें कि अदनान सामी लंदन में पैदा हुए थे, और उनकी माँ भारत के जम्मू क्षेत्र से थीं। उनके परदादा अफगान राजशाही को अपनी सेवाएं देते थे और उनके पिता पाकिस्तानी वायुसेना में पायलट थे। अदनान सामी 2001 से भारत में रह रहे थे और वे भारत के लिए 2003 के क्रिकेट विश्व कप के लिए एक प्रोत्साहन गीत भी लिख चुके हैं। यदि काँग्रेस वास्तव में कलाकारों की हितैषी होती, तो वे अदनान सामी पर ऐसे आरोप लगाने से पहले कई बार सोचती। भले ही मोदी सरकार ने 2015 में अदनान सामी को नागरिकता प्रदान की हो, परंतु यह काँग्रेस पार्टी ही थी जिसने अदनान सामी को इतने लंबे समय तक भारत में रहने का अवसर प्रदान किया। ऐसे में काँग्रेस के वर्तमान व्यवहार को देखकर एक ही बात याद आती है Hypocrisy की भी सीमा होती है।