बरखा दत्त कपिल सिब्बल को कोर्ट में घसीटना चाहती हैं और सिब्बल समझौता चाहते हैं: बरखा-1, सिब्बल-0

बात जब सिब्बल को धोने की हो, तो बरखा दत्त का कोई जवाब नहीं

कपिल सिब्बल

जब एक ही पक्ष के दो दिग्गज आपस में टकरा रहे हों, तब लड़ाई और दिलचस्प हो जाती है। अगर यह लड़ाई कानूनी हो तो फिर यह और अधिक रोमांचक हो जाती है। ऐसा ही हमे कांग्रेस के दिग्गज नेता और जाने-माने वकीलों में से एक कपिल सिब्बल और अपने जमाने की दिग्गज पत्रकार बरखा दत्त के बीच देखने को मिल रहा है। हालांकि, कानूनी दांवों से कलाबाजियां दिखाने वाले कपिल सिब्बल कानून के खेल में बरखा दत्त से हारते नजर आ रहे हैं।

दरअसल कुछ दिनों पहले बरखा दत्त ने तिरंगा टीवी के मामले में कपिल सिब्बल पर केस दर्ज कराया था, और 74 लाख का हर्जाना मांगा था। अब कपिल सिब्बल ने कोर्ट को यह कहा है कि वे बरखा के साथ इस मामले पर समझौता करना चाहते हैं। अब अगर कपिल सिब्बल जैसा वकील किसी मामले में समझौता करना चाहता हो, तो यह उनके लिए हार से भी बड़ी बात है।

द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली कोर्ट में सुनवाई के दौरान, सिब्बल के वकील ने जज रविंदर बेदी को बताया कि, ‘उन्हें बरखा दत्त की याचिका के जवाब में लिखित बयान दर्ज करने के लिए थोड़ा और समय चाहिए, क्योंकि वह उनके साथ मध्यस्थता के विकल्प को आजमाना चाहते हैं’।

कपिल सिब्बल ने अदालत से अनुरोध किया कि कोर्ट मध्यस्थता होने के बाद लिखित बयान दर्ज करने की अनुमति दे।

बता दें कि बरखा ने तिरंगा टीवी के प्रमोटर कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी प्रोमिला सिब्बल तथा उनकी कंपनी एनालॉग मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट का रुख किया था, जिसमें अंग्रेजी समाचार चैनल तिरंगा के अचानक बंद होने के बाद ब्याज के साथ 74 लाख रुपये से अधिक के हर्जाने की मांग की थी। बरखा दत्त ने लंबित वेतन सहित, अतिरिक्त कार्य के लिए पारिश्रमिक और अनुबंध के उल्लंघन के लिए मुआवजे की कैलकुलेशन के साथ 18 प्रतिशत ब्याज के साथ लगभग 74 लाख रुपये की राशि की मांग की थी।

https://twitter.com/raghav355/status/1177522567835291649

इससे पहले पत्रकार बरखा दत्त ने कपिल सिब्बल की पत्नी प्रोमिला सिब्बल के खिलाफ तिरंगा चैनल की महिला सहकर्मियों को अपशब्द कहने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराई थी। साथ ही उन्होंने कपिल सिब्बल के खिलाफ क्रिमिनल तथा सिविल केस करने का भी फैसला किया था।

https://twitter.com/BDUTT/status/1150663674169704448

बरखा दत्त ने 15 जुलाई को ट्विटर पर लंबे थ्रेड के जरिये कपिल सिब्बल और उनकी पत्नी को कठघरे में खड़ा करते हुए दोनों को तिरंगा टीवी चैनल में हो रही कर्मचारियों की छंटनी के लिए आड़े हाथों लिया था। बरखा दत्त ने यह भी बताया था कि कैसे तिरंगा टीवी नेटवर्क ने बिना किसी आधिकारिक सूचना के अपने कर्मचारियों को निकाल दिया था। कुछ पत्रकारों को तो कुछ महीने पहले ही काम पर लगाया गया था लेकिन उन्हें बिना किसी कारण के हटा दिया गया था। अपने ट्वीट में बरखा ने इस बात की भी जानकारी दी थी कि कपिल सिब्बल की पत्नी महिला कर्मचारियों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करती थीं।

उस दौरान तिरंगा टीवी से निकाले गए पत्रकारों ने दिल्ली प्रेस क्लब में सिब्बल के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। उनका कहना था कि उन्हें तीन महीने की सैलरी भी नहीं दी गई। इस चैनल से जुड़े सभी कर्मचारियों ने अपने विरोध के लिए एक ट्विटर हैंडल भी बनाया था, जिसके जरिये वो अपने विरोध-प्रदर्शन से जुड़ी जानकारियां साझा करते थे। बता दें कि लोकसभा चुनावों से पहले हार्वेस्ट टीवी नाम का एक अंग्रेजी चैनल लॉन्च किया गया था, जिसके प्रोमोटर्स के समूह में स्वयं पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल शामिल थे। इस चैनल से बरखा दत्त और करण थापर जैसे कुछ प्रमुख नाम भी जुड़े थे।

यह चैनल खास तौर पर पीएम मोदी के खिलाफ प्रोपोगेंडा चलाने और चुनाव में उनकी हार को सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया था। लेकिन परिणाम प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में आया था जिससे इनका एजेंडा धरा का धरा रह गया। लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए एक महीना भी नहीं हुआ था कि इस चैनल को बंद करने की प्रक्रिया इसके प्रमोटर ने शुरू कर दी थी।

किसी ने यह सोचा भी नहीं होगा कि दिल्ली में एक दूसरे का खयाल रखने वाले इन दोनों दिग्गजों में ही लड़ाई शुरू हो जाएगी। बरखा दत्त शुरू से ही कांग्रेस, खासकर 10 जनपथ की चाटुकार पत्रकारों की सूची में top-3 में रही हैं। उधर कपिल सिब्बल बेशक कांग्रेस के लिए बड़े-बड़े केस खुद लड़ते हों, लेकिन कानूनी लड़ाई में उनकी अपनी ही पूर्व साथी उनकी धज्जियां उड़ाने की ओर अग्रसर हैं।

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