भारत में गोरी त्वचा से कुछ अलग ही obsession है भैया। हमारे मार्केट में आदमी हो या औरत, सबकी त्वचा गोरी करने के लिए गार्नियर से लेकर फेयर एंड लवली जैसे ब्राण्ड्स की क्रीम्स की मानो लाइन लगी हुई है। गोरी त्वचा से लोगों का इस प्रकार का obsession है, मानो यह नहीं तो जीवन में कुछ भी नहीं। परंतु अब ऐसा और नहीं चलेगा। केंद्र सरकार ने एक प्रस्ताव दिया है, जिसके अनुसार फेयरनेस क्रीम्स का प्रोमोशन करने पर 50 लाख रुपये का जुर्माना और 5 वर्ष के कारावास का प्रावधान होगा।
सरकार ने ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज़ एक्ट 1954 में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है। प्रस्ताव के अनुसार गोरापन, कद बढ़ाना, वज़न कम करना इत्यादि जैसे भावनाओं को बढ़ावा देने वाली क्रीम को प्रोमोट करने के लिए 50 लाख रुपये का जुर्माना लगेगा। इसके साथ साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ये भी कहा है कि उन्होने यह प्रस्ताव बदलते समय और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया है।
इस मंत्रालय ने जनता की इस विषय पर राय भी मांगी है, जिसके बाद ये बिल आगे संसद में लाया जाएगा। यदि यह बिल पारित हुआ, तो कई ब्राण्ड्स, जो भारत के गोरी त्वचा के प्रति obsession का फ़ायदा उठाती थी, उन पर भी लगाम लगाने में आसानी होगी। साँवली त्वचा होने में कोई बुराई नहीं है, क्योंकि आप जैसे भी हो, ठीक हो। परंतु फेयरनेस क्रीम ब्राण्ड्स को इससे क्या? अपने प्रोडक्ट को प्रोमोट करने हेतु यह लोग फिल्मी सितारों का भी सहारा लेते हैं, जिससे इनके घटिया प्रोडक्टस को पहचान मिलती है। शाहरुख खान हो, जॉन एब्राहम हो, ऋतिक रोशन हो, यामी गौतम हो, विद्या बालन, दीपिका पादुकोण या फिर कार्तिक आर्यन ही क्यों न हो, कई फिल्मी सितारों ने फेयरनेस क्रीम का प्रोमोशन सौन्दर्य की बेहद गलत परिभाषा को बढ़ावा दिया है।
2017 में इसी बात को लेकर फिल्म अभिनेता अभय देओल ने अपने साथी कलाकारों को खरी खोटी सुनाते हुए कहा, “हम नस्लभेदी देश नहीं हैं! ऐसा क्यों गलत है, मैं आपको बताता हूँ। इस पिक्चर में जॉन एक कार्ड पकड़े हुए हैं, जिसमें त्वचा के कई स्तर दिखाये गए हैं। वे काले से गोरे की ओर जा रहे हैं, पर इसके ठीक उलट नहीं। हद्द है!”
इतना ही नहीं, अभय देओल ने अपनी ही को एक्ट्रेस सोनम कपूर को भी फेयरनेस क्रीम के एड करने के लिए जमकर लताड़ा। फेसबुक पर किए गए पोस्ट में उन्होने लिखा, “अब इसका कैसे कोई बचाव कर सकता है। पैकेज पर लिखा है – भारतीय महिलाएं मानती हैं, इससे त्वचा ज़्यादा गोरी दिखती है – क्या लॉरियल दुनिया में भी इस तरह का प्रचार कर सकती है जैसे वो भारत में कर रही है?” –
इस पर सोनम मोहतरमा पिनक गयी और वे अभय देओल को नीचा दिखाने के लिए उनकी चचेरी बहन और पूर्व अभिनेत्री ईशा देओल के एक पुराने फेयरनेस एड की फोटो सामने ले आई –
परंतु अभय देओल कहाँ हार मानने वाले थे, उन्होने न केवल ईशा देओल के उस एड की भर्त्सना की, अपितु सोनम कपूर को उनकी बदतमीजी से भरे स्वभाव के लिए भी जमकर लताड़ा। फलस्वरूप सोनम कपूर को हार माननी पड़ी और वे अपने ट्वीट डिलीट करके भाग गयी –
सच कहें तो सरकार ने फेयरनेस क्रीम द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से नस्लभेद को बढ़ावा देने वाले एड्स के लिए कड़े दंड का प्रावधान देकर एक अहम निर्णय लिया है। हम आशा करते हैं कि ये प्रस्ताव जल्द से जल्द पारित हो और भारत में नस्लभेद को बढ़ावा देने वाले ऐसे तत्वों को रोकने में ऐसे ही सार्थक प्रयास आगे भी होते रहें।