कोरोना वायरस के कारण चीन के आर्थिक केंद्र माने जाने वाले वुहान जैसे शहर पूरी तरह बंद पड़े हुए हैं, जिसके कारण यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह खतरनाक बीमारी चीनी लोगों के साथ-साथ चीनी अर्थव्यवस्था को भी अपने चपेट में ले सकती है। दरअसल, पिछले दो सालों से अमेरिका के साथ चल रही ट्रेड वॉर के बाद चीनी अर्थव्यवस्था की विकास दर पहले ही कमजोर पड़ चुकी थी, अब माना जा रहा है कि कोरोना वायरस के बाद चीनी इकॉनमी को बहुत बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। अर्थव्यवस्था के साथ-साथ चीनी सेना पर भी इस वायरस के कारण बड़ा खतरा आन पड़ा है। दरअसल, चीन की defense manufacturing कंपनियों ने अभी मजदूरों को छुट्टी दी हुई है, जिसके कारण चीनी सेना के नवीनीकरण की योजना अधर में लटक चुकी है।
बता दें कि वुहान से फैले इस वायरस का असर सिर्फ वुहान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि शंघाई जैसे शहर भी इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं और वहां पर कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा जा रहा है। इसी का नतीजा है कि शंघाई के जियांग्नन शिपयार्ड पर जारी चीन के तीसरे aircraft career पर काम को अभी रोक दिया गया है और कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। इससे ना सिर्फ निर्माण कार्य को बड़ा झटका लगा है बल्कि इससे चीन में बेरोजगारी भी बढ़ रही है।
बता दें कि चीन के वुहान में बड़े पैमाने पर डिफेंस मैनुफेक्चुरिंग की जाती है। Naval University of Engineering, Wuchang Shipbuilding Industry Group जैसी कंपनियाँ ठप पड़ चुकी हैं। ये कंपनियाँ हथियार, रेल गन और सबमरीन से जुड़ी तकनीक पर शोध करती हैं, लेकिन इन सभी कंपनियों ने अनिश्चित समय के लिए अपने कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा हुआ है। अनुसंधान से जुड़ी चीन की सभी हाई-टेक कंपनियाँ भी वुहान में ही काम करती हैं। चीनी नौसेना के लिए एक और बुरी बात यह है कि चीन के युद्धपोत से ओपरेट होने वाले हवाई जहाजों का निर्माण भी ठप हो चुका है। J-15 कैरियर जैसे फाइटर जेट्स का निर्माण भी बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।
माना जाता है कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था और सैन्य ताकत एक साथ ऊपर बढ़ती है और एक साथ ही नीचे गिरती है। जिस तरह चीनी अर्थव्यवस्था को नुकसान होता जा रहा है, उसका असर चीनी सेना पर पड़ना भी तय माना जा रहा है। चीन की अर्थव्यवस्था को हो रहे नुक़सान की एक बड़ी वजह वायरस को फैलने से रोकने के लिए होने वाला खर्चा है। वुहान शहर से बाहर जाने को लेकर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है। वुहान में करीब एक करोड़ से ज़्यादा की आबादी है और यह पूरी आबादी अपना काम छोड़कर घर बैठने पर मजबूर है।
चीनी सेना इस वायरस को लेकर इतनी गंभीर है कि उसने फरवरी में शुरू होने वाली सैन्य भर्ती को भी रद्द कर दिया है। चीनी सेना और सुरक्षा तंत्र को इस कोरोना वायरस की वजह से बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है, और अगर चीन जल्द ही इसपर काबू नहीं पाता है, तो इसका चीनी सेना पर और ज़्यादा गंभीर प्रभाव देखने को मिल सकता है।