कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल ने लिबरल्स के रातों की नींद उड़ाई

कर्नाटक भाजपा

हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर ने एक बार फिर साबित किया कि वे वामपंथी ब्रिगेड के सामने झुक जाता है। भाजपा के कर्नाटक इकाई का आधिकारिक ट्विटर हैंडल 24 घंटों के लिए ब्लॉक कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कर्नाटक भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान कर रहे एक वोटरों के समूह को एक फनी ट्विस्ट देते हुए ट्वीट किया, कागज़ नहीं दिखाएंगे हम – डॉक्युमेंट्स को संभाल के रखें…” ये वामपंथियों को शूल की तरह चुभी और उन्होंने इस्लामोफोबिया का राग अलापते हुए ट्विटर से इस अकाउंट को हटाने के लिए कहा।

अकाउंट ब्लॉक होने पर कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल ने वामपंथी उपद्रवियों और ट्विटर को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट किया, “मित्रों, दुर्भाग्यवश वामपंथियों के बारे में सत्य प्रकाशित करने के लिए ट्विटर ने  लॉक्ड आउट कर दिया था। हम जनता को सत्य से अवगत कराने के कर्तव्य से पीछे नहीं हटेंगे। आपके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। सत्यमेव जयते। जय हिन्द!” 

इसी के साथ कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल ने शानदार वापसी दर्ज की है। ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ की भांति जिस तरह पी चिदम्बरम आम आदमी पार्टी की विजय पर नाच रहे थे, उसपर तंज कसते हुए कर्नाटक भाजपा की ओर से ट्वीट किया, “पी चिदम्बरम को दिल्ली चुनाव में शून्य सीट लाने के लिए बधाई। लगता है आपने कांग्रेस मुक्त भारत का जिम्मा अपने साथियों को सफलतापूर्वक सौंप दिया है। दिल्ली के वोटर्स ने सुनिश्चित किया कि काँग्रेस का सांप्रदायिक और विषैला एजेंडा शून्य तक ही सीमित रहे”। एक ही ट्वीट में काँग्रेस के सभी दावों और दलीलों की धज्जियां उड़ा के रख दी भाजपा ने।

 

इसके अलावा कपिल सिब्बल का मज़ाक उड़ाते हुए कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल ने एक और ट्वीट पोस्ट किया, “दिल्ली के चुनाव इस बात के सबूत हैं कि कांग्रेस ने कपिल सिब्बल की ज़ीरो लॉस थ्योरी को पूरी तरह आत्मसात कर लिया है”।

 

परंतु ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा कर्नाटक ने विपक्षी दावों की बखिया उधेड़ कर रख दी थी। कर्नाटक की काँग्रेस इकाई जब जब फेक न्यूज़ फैलाती, तब कर्नाटक भाजपा के ट्विटर हैंडल बड़े प्रेम से उनकी ‘खातिरदारी’ करती। विश्वास नहीं होता तो इसे ही देख लीजिये –

 

इस ट्विटर हैंडल ने वामपंथियों तक को नहीं बख्शा, और इसीलिए ये सभी भाजपा कर्नाटक के हैंडल से नफरत करते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस हैंडल ने कांग्रेस की जमकर मौज ली थी। एक ट्वीट में लिखा था, “Nikhil Ellidyappa सिर्फ एक नाम है, पर काँग्रेस के लिए वो एक इमोशन है”। यहाँ Nikhil Ellidyappa का अर्थ है ‘कहाँ हो निखिल, जिसका संबंध जेडीएस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के पुत्र से था’ –

कर्नाटक भाजपा ने राहुल गांधी तक को कहीं का नहीं छोड़ा। पिछले वर्ष लोक सभा चुनाव के दौरान जब राहुल गांधी ने पीएम मोदी को बदनाम करने हेतु एक फेक न्यूज़ शेयर की, तो कर्नाटक भाजपा ने उसपर चुटकी लेते हुए कहा, “और एक बार फिर जनाब अपना पप्पू मोमेंट जीते हुए। अंग्रेज़ी शब्दकोश में ऐसा कोई शब्द नहीं है। हम इस बात से आश्वस्त हैं कि राहुल गांधी खुद इस अकाउंट का संचालन करते हैं”।

कर्नाटक भाजपा ने ट्विटर पर वामपंथियों की नींद उड़ा रखी है, और ये ट्विटर हैंडल भाजपा के सभी सोशल मीडिया हैंडल में सबसे उत्कृष्ट और सबसे चुटीला साबित हुआ है। ये अकाउंट अपने विरोधियों को छठी का दूध याद दिलाने में कोई कसर नहीं  छोड़ रहा, और इसीलिए वामपंथी गिरोह उसे किसी भी स्थिति में दबाना चाहता है, परंतु ये उन अकाउंट्स में से नहीं है, जो वामपंथी गिरोह के डराने से डर जाये और अपना बोरिया बिस्तर समेट कर ट्विटर छोड़ दे।

Exit mobile version