लिबरल इकोसिस्टम को इस बार एक तगड़ा झटका लगा है, और इस बार ये झटका मोदी जी ने नहीं, बल्कि उनके प्रिय लीडर अरविंद केजरीवाल ने दिया है। महोदय ने लगता है उसी ब्रिगेड का साथ छोड़ दिया है, जिसने इन्हे बड़े प्यार से सत्ता में बिठाया था।
दिल्ली में हिंसा भड़कने के कुछ ही घंटों बाद कई वामपंथी हस्ती अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेने लगे। इनमें से कुछ ने तो यहां तक कह दिया कि वे अमित शाह के हाथों बिक गए हैं।
पूर्व आम आदमी पार्टी नेता योगेन्द्र यादव का एक ट्वीट रीट्वीट करते हुए RJ साएमा ने कहा, “इस घटना पर भी अरविंद केजरीवाल के मुंह से एक शब्द नहीं निकला है। सही है” –
And even this doesn’t solicit a reaction from the popularly elected @ArvindKejriwal
Cool. https://t.co/02jjaTmRko— Sayema (@_sayema) February 24, 2020
प्रोपेगैंडावादी पत्रकार अभिसार शर्मा ट्वीट करते हैं, “अरविंद केजरीवाल, कुछ तो बोलें। कब तक आप राजनीति करते रहेंगे और निशाने पर लिए जा रहे दिल्ली के नागरिकों को दोष देते रहेंगे। ये आपका राज्य है। अवसरवादी राजनीति बहुत हुई”।
Speak out @ArvindKejriwal . How long will you play politics and not be heard on an issue where your citizens of Delhi are targeted. Its your 'state'. Speak up. Enough of opportunistic politics. https://t.co/wKrvVtCvMU
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) February 24, 2020
अब ऐसे में भला स्वाति चतुर्वेदी कैसे चुप रहती? उन्होंने भी ट्वीट किया, “आप दिल्ली के मुख्यमंत्री हो अरविंद केजरीवाल। ये चतुराई नहीं कायरता है। सताए जा रहे लोगों की मदद करें”।
Speak out @ArvindKejriwal you are the CM of Delhi. This is not being clever it is cowardice. Support the people suffering
— Swati Chaturvedi (@bainjal) February 24, 2020
रुबिका लियाकत से बेइज्जत होने के बाद भी स्वरा भास्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आईं। मोहतरमा ने ट्वीट किया, “यह अर्जेंट अपील है। आम आदमी पार्टी, ट्वीट करने से ज़्यादा कुछ कीजिए”।
This is an urgent appeal! #AamAadmiParty #AamAadmiParty DO MORE than tweet !!!!
— Swara Bhasker (@ReallySwara) February 24, 2020
इन ट्वीट्स से साफ पता चलता है कि लिबरल ब्रिगेड अरविंद केजरीवाल से कितनी रूष्ट हुई है। हो भी क्यों ना, इसी ब्रिगेड ने केजरीवाल को जीतने में अपना भरपूर योगदान दिया था। CAA विरोधी गिरोह ने केजरीवाल को देश का सर्वोच्च नेता का रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। इन्हीं के मार्केटिंग के कारण अरविंद केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली फतेह करने में कामयाब रहे। परन्तु का विरोधी हिंसा ने जब दिल्ली पर पकड़ बनाई, तो लिबरल बिरादरी चाहती थी कि केजरीवाल उपद्रवियों का पक्ष लें।
परन्तु अरविंद केजरीवाल ने इन्हें ठेंगा दिखाते हुए केंद्र सरकार से स्ट्रिक्ट से स्ट्रिक्ट एक्शन लेने को कहा। चुनाव से कुछ दिन पहले शाहीन बाग के दंगाइयों को लात मारते हुए उन्होंने हिंदूवाद का मार्ग अपनाया, और हनुमान जी के दर्शन भी किए।
"If Delhi Police was under our jurisdiction, we would have opened the Shaheen Bagh roads in 2 hours": #KejriwalToNDTV #DelhiElections2020 #NDTVExclusive pic.twitter.com/K86cG2AmP2
— NDTV (@ndtv) February 4, 2020
मजे की बात तो यह है कि केजरीवाल ने उन सब को अनफॉलो किया है, जो उनकी आलोचना कर रहे थे। इतना ही नहीं, इन आलोचकों को उन्होंने अपने अकाउंट से ब्लॉक भी कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने जिसे अनफॉलो किया है उनमें स्वरा भास्कर, आकाश बनर्जी, रेडियो मिर्ची की आरजे मिर्ची साएमा और लिबरलों के चहेते अभिसार शर्मा का नाम है।
Arvind Kejriwal, AAP (ArvindKejriwal) no longer follows @ReallySwara @TheDeshBhakt (It's possible an account was suspended, deleted, or blocked.)
— India Political Watch Bot (@IndiaWatchBot) February 24, 2020
Arvind Kejriwal, AAP (ArvindKejriwal) no longer follows @MirchiSayema @niranjan_takle (It's possible an account was suspended, deleted, or blocked.)
— India Political Watch Bot (@IndiaWatchBot) February 24, 2020
Arvind Kejriwal, AAP (ArvindKejriwal) no longer follows @abhisar_sharma (It's possible an account was suspended, deleted, or blocked.)
— India Political Watch Bot (@IndiaWatchBot) February 24, 2020
ये लिबरल ब्रिगेड के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। जिस केजरीवाल को उन्होंने तराशा, जिस केजरीवाल को उन्होंने सत्ता में बिठाया, आज उसी केजरीवाल ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। अब अरविंद केजरीवाल ने उन्हें वैसे ही ट्विटर से खदेड़ दिया है, जैसे चाय में से मक्खी।