केजरीवाल अब विशुद्ध वामपंथी नहीं रहे, उन्होंने अभिसार, स्वरा समेत लिबरलों को अनफॉलो किया

अरविंद केजरीवाल

लिबरल इकोसिस्टम को इस बार एक तगड़ा झटका लगा है, और इस बार ये झटका मोदी जी ने नहीं, बल्कि उनके प्रिय लीडर अरविंद केजरीवाल ने दिया है। महोदय ने लगता है उसी ब्रिगेड का साथ छोड़ दिया है, जिसने इन्हे बड़े प्यार से सत्ता में बिठाया था।

दिल्ली में हिंसा भड़कने के कुछ ही घंटों बाद कई वामपंथी हस्ती अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेने लगे।  इनमें से कुछ ने तो यहां तक कह दिया कि वे अमित शाह के हाथों बिक गए हैं।

पूर्व आम आदमी पार्टी नेता योगेन्द्र यादव का एक ट्वीट रीट्वीट करते हुए RJ साएमा ने कहा, “इस घटना पर भी अरविंद केजरीवाल के मुंह से एक शब्द नहीं निकला है। सही है” –

 

प्रोपेगैंडावादी पत्रकार अभिसार शर्मा ट्वीट करते हैं, “अरविंद केजरीवाल, कुछ तो बोलें। कब तक आप राजनीति करते रहेंगे और निशाने पर लिए जा रहे दिल्ली के नागरिकों को दोष देते रहेंगे। ये आपका राज्य है। अवसरवादी राजनीति बहुत हुई”।

अब ऐसे में भला स्वाति चतुर्वेदी कैसे चुप रहती? उन्होंने भी ट्वीट किया, “आप दिल्ली के मुख्यमंत्री हो अरविंद केजरीवाल। ये चतुराई नहीं कायरता है। सताए जा रहे लोगों की मदद करें”।

रुबिका लियाकत से बेइज्जत होने के बाद भी स्वरा भास्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आईं। मोहतरमा ने ट्वीट किया, “यह अर्जेंट अपील है। आम आदमी पार्टी, ट्वीट करने से ज़्यादा कुछ कीजिए”।

इन ट्वीट्स से साफ पता चलता है कि लिबरल ब्रिगेड अरविंद केजरीवाल से कितनी रूष्ट हुई है। हो भी क्यों ना, इसी ब्रिगेड ने केजरीवाल को जीतने में अपना भरपूर योगदान दिया था। CAA विरोधी गिरोह ने केजरीवाल को देश का सर्वोच्च नेता का रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।  इन्हीं के मार्केटिंग के कारण अरविंद केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली फतेह करने में कामयाब रहे। परन्तु का विरोधी हिंसा ने जब दिल्ली पर पकड़ बनाई, तो लिबरल बिरादरी चाहती थी कि केजरीवाल उपद्रवियों का पक्ष लें।

परन्तु अरविंद केजरीवाल ने इन्हें ठेंगा दिखाते हुए केंद्र सरकार से स्ट्रिक्ट से स्ट्रिक्ट एक्शन लेने को कहा। चुनाव से कुछ दिन पहले शाहीन बाग के दंगाइयों को लात मारते हुए उन्होंने हिंदूवाद का मार्ग अपनाया, और हनुमान जी के दर्शन भी किए।

मजे की बात तो यह है कि केजरीवाल ने उन सब को अनफॉलो किया है, जो उनकी आलोचना कर रहे थे। इतना ही नहीं, इन आलोचकों को उन्होंने अपने अकाउंट से ब्लॉक भी कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने जिसे अनफॉलो किया है उनमें स्वरा भास्कर, आकाश बनर्जी, रेडियो मिर्ची की आरजे मिर्ची साएमा और लिबरलों के चहेते अभिसार शर्मा का नाम है।

ये लिबरल ब्रिगेड के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। जिस केजरीवाल को उन्होंने तराशा, जिस केजरीवाल को उन्होंने सत्ता में बिठाया, आज उसी केजरीवाल ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। अब अरविंद केजरीवाल ने उन्हें वैसे ही ट्विटर से खदेड़ दिया है, जैसे चाय में से  मक्खी।

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