पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का हाल इन दिनों भींगी बिल्ली के समान हो गया है। एक तरफ देश में महंगाई आसमान छू रही है तो वहीं देश पर अरबों डॉलर के कर्ज हैं। सड़क से लेकर संसद तक इमरान के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। विपक्ष और जनता को जवाब देते नहीं बन रहा है।
कुल मिलाकर तख्ता पलट की बातें भी होने लगी हैं। इसी डर से इमरान ने अपने सेना के खिलाफ ही बयानबाजी की है। उन्होंने कहा- ”मैं सेना से नहीं डरता, क्योंकि उनकी सरकार करप्शन के मामले में बिल्कुल पाक-साफ है। सेना को सब पता है कि पाकिस्तान में कौन भ्रष्ट है और कौन इमानदार।
दरअसल, इमरान खान ने अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा था कि सेना को अच्छी तरह से पता है कि मुल्क में कौन भ्रष्टाचार में संलिप्त है और कौन नहीं, इसलिए उन्हें सेना से डर नहीं लगता। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी सत्ता को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि एजेंसियों को सब पता है कि यहां कौन भ्रष्टाचारी है।
इस पर विपक्ष ने पलटवार करते हुए कहा है कि इमरान खान का यह बयान बेहद गैर जिम्मेदाराना है। उन्होंने सेना का अपमान किया है, उन पर महाभियोग लगना चाहिए। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) ने कहा कि सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थानों को लेकर दिया गया इमरान खान का बयान गैरजिम्मेदाराना है। पार्टी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की भी मांग की है।
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के महासचिव नय्यर बुखारी ने तो यहां तक कह दिया-
”देशों का शासन स्टेटमैनशिप से चलता है न कि बचकानी हरकतों से, वे सत्ता के मद में चूर होकर पागल हो गए हैं। इनका एक ही इलाज है महाभियोग, जिसे लगाने से ये ठीक हो जाएंगे।”
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। नान, टमाटर, अनाज, मुर्गियां, सब के सब महंगे हो चुके हैं। जम्मू-कश्मीर पर भी वे भारत का कुछ नहीं बिगाड़ पाए हैं। जिससे पाकिस्तानी आवाम और विपक्षी पार्टियां भड़की हुई हैं।
सच कहें तो भारत के खिलाफ छोटी मुंह बड़ी बात करने वाले इमरान अपनी ही सेना से डरने लगे हैं। उन्हें मालूम हो गया है कि अब उनकी गद्दी छिनने वाली है और यह षणयंत्र सेना और विपक्ष मिलकर कर रही है। उन्हें यह भी पता चल गया है कि उनकी सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचारों की पोल खुलने वाली है और इसी वजह से इमरान खान ने सेना के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है।