महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे वैसे तो मराठी मानुष की राजनीति के लिए जाने जाते हैं लेकिन इन दिनों उनका तेवर कुछ बदला-बदला सा देखने को मिल रहा है। रविवार को हिंदुत्व की हुंकार भरते हुए हजारों की संख्या में अपने कार्यकर्ताओं के साथ सड़कों पर दिखे। इस दौरान उन्होंने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को सख्त चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अभी मोर्च का उत्तर मोर्चे से दिया गया है लेकिन आगे पथ्र का जवाब पत्थर से और तलवार का जवाब तलवार से दिया जाएगा।
ये लोग बाहर से आते हैं और हमारे देश में बम धमाके करते हैं
रविवार को राज ठाकरे ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ हिंदू जिमखाना से आजाद मैदान तक बांग्लादेश और पाकिस्तान के मुस्लिम घुसपैठियों के खिलाफ मार्च निकाला। इससे पहले उन्होंने मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर में पूजा की। इसके बाद दादर स्थित राम मंदिर में आरती की। भारी भीड़ को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि हम सीएए कानून का समर्थन करते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब तो नाइजीरियन भी आ रहे हैं। कल ये लोग तुम पर हाथ उठाएंगे। बाहर से ये लोग आते हैं और बम धमाके करते हैं। इन्ही लोगों की वजह से देश में दंगा फसाद होता है। राज ठाकरे ने आगे कहा कि जहां मराठी मुसलमान रहते हैं वहां कभी भी दंगा नहीं देखा गया। अगर घुसपैठिए ज्यादा नाटक करेंगे तो उन्हें उन्हीं के अंदाज में जवाब दिया जाएगा।
ये लोग मोर्चा निकालकर ताकत दिखा रहे हैं, सफाई अभियान जरूरी!
राज ठाकरे ने कहा कि मुस्लिमों को जो आजादी भारत में मिली है वह किसी भी अन्य देश में नहीं मिली है, दूसरे देशों में मुसलमानों की क्या दशा है यह सबको मालूम है। जिस देश ने इन्हें इतना सबकुछ दिया है ये लोग उसे ही बर्बाद करने पर क्यों तुले हैं। उन्होंने कहा कि सीएए पर फैल रहे अफवाह से सभी को जागरूक होने की जरूरत है, मराठी मुसलमानों को भी। राज ठाकरे ने आगे कहा कि जो भी विरोध कर रहे हैं उन पर भले ही केंद्र सरकार चुप है लेकिन कभी न कभी तो कार्रवाई करनी ही पड़ेगी। देश में एक बार सफाई की जरूरत है।
दंगा हो जाएगा तब जागोगे क्या हिंदुओं?
हिंदुओं पर कटाक्ष मारते हुए राज ठाकरे ने कहा कि क्या हम सिर्फ दंगे होने पर हिंदू बनेंगे। बाकि कुछ भी हो जाए हमें फर्क नहीं पड़ता। हमें दंगों का इंतजार नहीं करना चाहिए। पाकिस्तान में हिंदू भाई-बहनों पर जुल्म हो रहा है। पाकिस्तान एक दहशतगर्द मुल्क बन चुका है। उसने ओसामा को भी पनाह दिया, दाउद को भी दे रहा है। ऐसे में वहां के मुसलमानों को हम क्यों नागरिकता दें। हम आतंकियों को पनाह नहीं दे सकते।
हमनें इंसानियत का ठेका नहीं ले रखा…
राज ठाकरे पूरी जनसभा के दौरान बेहद सख्त अंदाज में दिखे। उन्होंने कहा कि हमारा देश कोई धर्मशाला नहीं जो कोई भी आए और रह ले। हमनें इंशानियत का ठेका नहीं लिया है। आगे उन्होंने कहा कि हमारे यहां कई देशों से मुल्ले यानि मौलवी आ रहे हैं और साजिश रच रहे हैं ताकि देश की शांति भंग हो। इसकी जानकारी गृहमंत्री अमित शाह को दूंगा।
महाष्ट्र में मराठी मानुष और हिंदुत्व का नया नेता
कुल मिलाकर राज ठाकरे ने एक तरह से शिवसेना के हिंदुत्व का राजनीतिक अपहरण कर लिया है। एक तरफ शिवसेना सेकुलरवाद की ओर बढ़ रही है तो वहीं मनसे राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ रही है। सही मायनों में देखा जाए तो जिस विचारधारा को बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र में खड़ा किया था उसे फिर से राज ठाकरे जिंदा करने में लगे है और यह महारैली इस बात की गवाह है कि राज ठाकरे ही मराठी मानुष और हिंदुत्व का बिड़ा महाराष्ट्र में उठा सकते हैं।