‘Tubelight’ राहुल गाँधी, से लेकर ‘Fit India Movement’ के प्रचारक अधीर रंजन चौधरी से तक PM मोदी ने पूरे विपक्ष को किया रोस्ट

पीएम मोदी ने लोक सभा में विपक्ष की कह के ली

मोदी

वो कहते हैं, कभी भी उस लड़ाई को शुरू न करें जो आप नहीं जीत सकते। लेकिन यह बात राहुल गांधी के छोटे से मस्तिष्क में आज तक नहीं घुसी। इसीलिए वे आये दिन अपनी भद्द पिटवाते हैं और ऐसा लगता है कि पीएम नरेंद्र मोदी भी अब उसी की भाषा में उसे जवाब देने के लिए बेहद तत्पर हैं। हाल ही में बजट सेशन में चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने राहुल गांधी को उनके अपमानजनक भाषण के लिए न सिर्फ जमकर लताड़ा बल्कि, विपक्ष को भी जमकर रोस्ट किया।

लोकसभा में राष्ट्रपति द्वारा दिये गए अभिभाषण पर शुरू हुई चर्चा में पीएम मोदी ने राहुल गांधी के एक भाषण का उल्लेख किया। भाषण में राहुल गांधी ने कहा था, “ये जो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहा है, 6 महीने बाद ये घर से बाहर निकल नहीं पाएगा। हिंदुस्तान के युवा इसको ऐसा डंडा मारेंगे, इसको समझा देंगे कि हिंदुस्तान के युवा को रोज़गार दिये बिना ये देश आगे नहीं बढ़ सकता”।

इस पर नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी की जमकर मौज ली और कहा,  “मैंने कांग्रेस के एक नेता का कल वक्तव्य सुना कि 6 महीने में मोदी को डंडे मारेंगे। ये काम थोड़ा कठिन है, तो तैयारी में 6 महीने लगते ही हैं। मैंने भी तय किया है कि 6 महीने में सूर्य नमस्कार की संख्या बढ़ा दूंगा। 20 साल से मैंने जिस प्रकार से गंदी गाली सुनकर खुद को गालीप्रूफ बना दिया है तो, 6 महीने ऐसी मेहनत करूंगा की मेरी पीठ को हर डंडा सहने की ताकत मिले।’ जब राहुल गांधी ने बीच में उन्हें टोका, तो नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर चुटकी लेते हुए कहा, “मै 40 मिनट से बोल रहा हूं। लगता है “करंट” अभी पहुंचा है। लो पॉवर की ‘ट्यूबलाइट’ का यही होता है।”

पर पीएम मोदी यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने विपक्ष की बखिया उधेड़ते हुए कहा, “बड़ी बातें कही जाती है कि संविधान बचाना है। बात तो सही है, काँग्रेस को यह नारा 100 बार लगाना चाहिए। शायद इससे वे अपनी पुरानी गलतियाँ याद कर लें? आपातकाल में ये नारा भूल गए थे क्या? जब राज्य की सरकारें ज़बरदस्ती हटाई गयी, जब कैबिनेट के Resolution फाड़े गए, कहाँ था ये नारा?”।

इतना ही नहीं, पीएम मोदी ने कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी और शशि थरूर को भी उनके ऊटपटाँग दलीलों के लिए आड़े हाथों लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह हमारी ज़िम्मेदारी है, और हम इसे ठीक भी करेंगे। परंतु एक चीज़ हम नहीं करेंगे और आपको भी नहीं करने देंगे, और वो यह कि आप लोगों [कांग्रेसियों] की बेरोजगारी कम नहीं होने देंगे”।

इसके अलावा अधीर रंजन चौधरी की ऊटपटाँग हरकतों पर तंज़ कसते हुए पीएम मोदी ने ये भी कहा, “जब मैं अधीर जी को देखता हूँ, तो मैं किरेन रिजीजू जी को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि उन्होंने ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ को इस तरह से प्रोमोट करवाया। ये तो भाषण देते वक्त भी व्यायाम करते हुए दिखाई देते हैं”।

इसके अलावा कुणाल कामरा को चार एयरलाइन द्वारा ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में डाले जाने के लिए सरकार पर निशाना साधने वाले शशि थरूर की भी पीएम मोदी ने जमकर क्लास लगाई। कश्मीर के मुद्दे पर पीएम मोदी बोले, “जो आज संविधान के सम्मान की बात कर रहे हैं, उन्होंने तो कभी जम्मू कश्मीर में इसे लागू भी नहीं होने दिया था। शशि थरूर जी, आप तो जम्मू एवं कश्मीर के दामाद रहे हैं, आपको तो कम से कम कुछ करना चाहिए था।”

इसके अलावा मनमोहन सिंह पर भी तंज़ कसते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज जो लोग संविधान को बचाने की बात कर रहे हैं, वो तब कहाँ थे जब एक प्रधानमंत्री से भी शक्तिशाली संगठन, नेशनल एड्वाइज़री काउंसिल का गठन हुआ था? जब पीएमओ से ज़्यादा शक्ति एक गैर सरकारी संगठन में हुआ करती थी, तब कहाँ थी संविधान को बचाने की तत्परता? सीएए का विरोध वही लोग कर रहे हैं जिन्हें भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वालों के साथ फोटो खिंचवाने का बहुत शौक है।” 

विपक्ष ने सोचा कि सीएए और एनआरसी पर पीएम मोदी सरकार को घेरकर वे सदन में हंगामा मचा सकते हैं, परंतु उन्हें भी नहीं पता था कि पीएम मोदी इसी अवसर की प्रतीक्षा कर रहे थे, मानो मन ही मन कह रहे हों, ‘तुम लोग यहाँ आए नहीं हो, तुम्हें लाया गया है’।

 

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