चीन में जैसे-जैसे वुहान वायरस का खतरा कम होता जा रहा है, वैसे-वैसे अब चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ रोष पैदा होता जा रहा है। एशिया टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में माओ जेडोंग की सरकार में उप वाणिज्य मंत्रालय सभालने वाले मंत्री के 70 वर्षीय बेटे और चीन के बड़े व्यापारियों में से एक रेन जिकियांग ने अब शी जिनपिंग के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है।
माना जा रहा है कि रेन के पास कम्युनिस्ट पार्टी के कई नेताओं समेत चीन के उप प्रधानमंत्री का भी समर्थन है। ये नेता चीन के बाहर हॉन्ग कॉन्ग की मीडिया में शी जिनपिंग के खिलाफ कई लेख लिख रहे हैं और लोगों में शी जिनपिंग के खिलाफ भावनाएं भड़का रहे हैं। कोरोनावायरस पर शी जिनपिंग के सुस्त रवैये के कारण भी चीन के लोगों में जिनपिंग विरोधी भावनाएं भड़क चुकी हैं, जिससे कम्युनिस्ट पार्टी में जिनपिंग की पकड़ पहले से काफी कमजोर पड़ चुकी है।
रेन ने पिछले दिनों एक लेख लिखा था जो कि चीन से बाहर हॉन्ग कॉन्ग में और ट्विटर पर खूब वायरल हुआ था। उस लेख में रेन ने जिनपिंग को जोकर कहा था। रेन ने अपने लेख में जिनपिंग पर व्यंग्य करते हुए लिखा था- “जिनपिंग नए कपड़े पहने हुए एक राजा नहीं, बल्कि एक जोकर की तरह है जिसे नंगा कर दिया है लेकिन वह राजा बनना चाहता है”।
रेन ने अपने लेख में ये भी लिखा था कि जिनपिंग एक ऐसे नेता हैं जिनकी कोई जवाबदेही नहीं है। उनके मुताबिक वुहान वायरस पर उनके सुस्त रवैये की वजह से चीन के लोगों में उनके खिलाफ गुस्सा बढ़ चुका है। पिछले सप्ताह ही यह खबर भी आई थी कि रेन को किसी शहर में बंधक बना लिया गया है और अब जिनपिंग के खिलाफ बोलने के लिए उसे कम से कम 15 साल के लिए जेल में बंद कर दिया जाएगा।
ताइवान में रहकर चीन कि राजनीति पर टिप्पणी करने वाले पोल लिन के मुताबिक रेन के पास चीन के vice president वांग कुईशन का भी समर्थन है और हो सकता है कि रेन वांग के इशारे पर ही ये सब बोल रहे हों। उनके मुताबिक शी जिनपिंग ने अमेरिका के साथ जारी trade talks में वांग की कोई भी बात मानने से इंकार कर दिया था और साथ ही उनकी सभी शक्तियों को भी छीन लिया था। ऐसे में शी जिनपिंग के इस व्यवहार के कारण वांग भी जिनपिंग के खिलाफ भड़के हुए हो सकते हैं।
Asia times की ही रिपोर्ट के मुताबिक कम्युनिस्ट पार्टी के कई टॉप नेताओं में वर्ष 2012 से लेकर अब तक जिनपिंग द्वारा की गई सभी गलतियों के एक रिकॉर्ड के तौर पर एक खुला खत भी पिछले कई दिनों से सर्कुलेट किया जा रहा है। इसे कम्युनिस्ट पार्टी के ऐसे कई लोग बढ़ावा दे रहे हैं जो चीन में वामपंथ चाहते हैं, और जो जिनपिंग के कठोर शासन से छुटकारा चाहते हैं।
हॉन्ग कॉन्ग के कई मीडिया समूह भी रेन का साथ दे रहे हैं। Sun TV नेटवर्क के संस्थापक चेन पिंग ने भी उस खुले खत को काफी प्रमोट किया था। पत्रकारों से लेकर, कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं और बड़े-बड़े बिजनेसमैन तक, सभी अब जिनपिंग के खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि जिनपिंग कब तक अपनी सरकार बचाने में सफल हो पाते हैं और कब तक वे अपने विरोधियों की आवाज़ बंद करते रहते हैं।