सोशल मीडिया से लेकर फोन तक-जाने कैसे पाकिस्तान के इशारों पर नाच रहे थे दिल्ली के दंगाई

ये देश बस भारत को अस्थिर करने की नापाक कोशिशों में लगा रहता है

पाकिस्तान

सीएए विरोध के नाम पर जो दंगे पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़काए गए थे, उसके बारे में एक नया तथ्य उजागर हुआ है। हिन्दुतान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने करीब 200 ट्विटर हैंडल्स का उपयोग केवल और केवल पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगे भड़काने के उद्देश्य से किया था। भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियों के अनुसार दिल्ली के दंगे भड़काने में अब इस्लामाबाद का हाथ भी उभरकर सामने आया है।

भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियों द्वारा सबमिट किए गए डोजियर के अनुसार पाकिस्तान में सक्रिय 200 ट्विटर हैंडलों से 25 फरवरी से 3 मार्च के बीच #ShameOnDelhiPolice, #DelhiPoliceTruth और #DelhiPoliceMurders जैसे ट्रेंड ट्विटर पर सक्रिय होने लगे। ऐसा माना जा रहा है कि उक्त ट्विटर हैंडल पाकिस्तानी प्रशासन के इशारों पर भारत के खिलाफ ट्वीट कर रहे थे। इसके अलावा इन हैंडल्स में से कई भारत में सक्रिय ट्विटर हैंडल्स से टच में भी थे, जिनकी अभी पहचान की गई है।

इस पूरे प्रकरण का उद्देश्य था दिल्ली पुलिस की एक नकारात्मक छवि पेश करना और इस्लामोफोबिया का झूठ फैलाना था। बता दें कि पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़के दंगों के कारण 53 से ज़्यादा लोगों की मृत्यु हुई, और 300 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे। अभी जो तथ्य सामने आए हैं, वो एचटी की एक पुरानी रिपोर्ट के साथ बिलकुल फिट बैठता है, जहां पर ये सामने आया था कि सरकार के पास पाकिस्तान की पूर्वोत्तर दिल्ली के दंगे भड़काने में भूमिका को लेकर अहम साक्ष्य मिले हैं।

भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी ने क्रॉस कंट्री इलेक्ट्रॉनिक कन्वर्सेशन इंटरेस्ट किए हैं, जिसमें पाकिस्तानी अकाउंट्स को उनके हैंडलर्स द्वारा सही से न ऑपरेट करने के लिए काफी सुनाया गया है। परंतु यह पहली बार नहीं है जब भारत में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान का हाथ सामने आया हो। 1993 में जब मुंबई पर आतंकी हमला हुआ था, तब भी उसमें पाकिस्तान की भूमिका सामने आई थी। लोगों को भड़काना हो, सामग्री उपलब्ध करानी हो, बाबरी मस्जिद के विध्वंस के नाम पर प्रोपगैंडा फैलाना हो, पाकिस्तान के इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

पाकिस्तान द्वारा बाबरी मस्जिद के विध्वंस को मुंबई पर बम विस्फोट के लिए एक ट्रिगर के तौर पर उपयोग किया गया था। इसके अलावा कंधार काण्ड हो, 9/11 हो, संसद पर हमला हो, या फिर 26/11 का हमला, आईएसआई के नापाक इरादे हर बार उजागर हुए हैं। इस बार भी सीएए के विरोध के नाम पर देश में हिंसा भड़काने में पाकिस्तान की भूमिका उजागर हुई है।

हिन्दुतान टाइम्स द्वारा किया गया खुलासा सीएए विरोधी आंदोलन के पीछे चल रहे उग्रवादियों के वास्तविक रूप  को भी प्रकाश में लाता है। यह सीएए विरोध के लोकतान्त्रिक और भारत समर्थक मिथक को भी तोड़ता है।

दिल्ली के दंगों के दौरान और उसके तुरंत बाद की जांच पड़ताल से सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान से इन दंगों के तार जोड़ने में सफल रही है। ऐसे में ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि स्थिति चाहे जो भी हो, पाकिस्तान का आजीवन एक ही उद्देश्य रहेगा – भारत को किसी भी तरह, किसी भी क्षेत्र में नीचा दिखाना और उसे क्षत विक्षत करने के लिए दिन रात प्रयास करना।

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