लद्दाख से केरल और अरुणाचल से गुजरात तक – भारत शंखनाद, घंटी, तालियों और थालियों की आवाज़ से गूंज उठा

पीएम मोदी

(PC: Sakshi)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आप में एक उत्कृष्ट जन नेता है, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण कल ही देखने को मिला था, उनके आह्वान पर पूरा देश एकजुट हो गया। क्या गरीब क्या अमीर, सभी ने एक स्वर में जनता कर्फ्यू का समर्थन किया और जब 5 बजे तो ऐसा लगा जैसे मानो श्रीकृष्ण ने अपने शंख पांचजन्य (पंजम) से सभी को युद्ध के लिए आमंत्रित किया हो। पीएम मोदी ने तो बस 5 मिनट कहा था लेकिन पूरा देश 15 मिनट से अधिक देर तक कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले डाक्टरों और सिपाहियों को धन्यवाद दिया। ट्विटर पर कई ऐसे वीडियो सामने आए जो आपको यह सोचने पर मजबूर कर देंगे कि आखिर कब भारतवर्ष इस तरह से एक जुट हुआ था। मुकेश अंबानी से लेकर एक गरीब जिसे दो वक्त की रोटी के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है, सभी 5 बजे के बाद से ध्वनि करते दिखे।

दरअसल, रविवार शाम 5 बजे, आम जनता ने एकता का एक बेमिसाल उदाहरण पेश करते हुए देश भर में राष्ट्र की सुरक्षा में लगे लोगों के लिए आभार प्रकट किया। धर्म, क्षेत्र, जात पात, कुछ मायने नहीं रखा, और कारगिल से लेकर चेन्नई तक, मिज़ोरम से लेकर गुजरात तक, सब जगह शंखनाद से लेकर, घंटियां, तालियां और थालियां सब एक साथ बजाई गई और एक सुर में वुहान वायरस से मोर्चा संभाल रहे राष्ट्र के रक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया।

सोशल मीडिया पर अनेक  वीडियो सामने आई, जिसमें सिद्ध हुआ कि कैसे पीएम मोदी का आह्वान सफलता की ऊंचाइयों को छूने लगा। भारत के सबसे उत्तरी प्रदेश, लदाख से आई वीडियो बताती है कि कैसे प्रतिकूल समय में भी लोग पीएम मोदी का आभार प्रकट करने के लिए सामने आए।  कारगिल के जिला अस्पताल के फीमेल वार्ड से अभिवादन  तो देखने ही लायक था।

 

जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में LOC के पास स्थित पूंछ जिले में एक वीडियो सामने आई है, जहां सेना के जवान आवश्यक सेवा प्रदान करने वालों का अभिवादन किया।

ऐसी ही एक वीडियो चेन्नई से भी सामने आई, जहां एक पूरा अपार्टमेंट सोसायटी इस काम में लगा हुआ था और अपने अंदाज में देश के रक्षकों को धन्यवाद प्रकट केया।

पूर्वोत्तर में मिज़ोरम की राजधानी आइजोल में लोगों ने राजकीय गीत बजाकर राष्ट्र के रक्षकों का अभिवादन किया। शिलोंग में लोगों ने तालियां बजाईं, शंखनाद किया और थालियां भी बजाईं। पूरा देश मानो वुहान वायरस कि खिलाफ एकजुट खड़ा था।

https://twitter.com/shubh19822/status/1241696237557972992?s=20

अब बात जनता कर्फ्यू की हो, और हम गुजरात की बात ना करे, ऐसा हो सकता है क्या? पीएम मोदी की मां, हीराबेन मोदी भी शंखनाद के बीच थाली बजाकर जनता का अभिवादन कर रही थीं।  यह वीडियो काफी वायरल भी हुई।

शंखनाद का फॉर्मूला देश के कई हिस्सों में हित रहा। TFI के संस्थापक एवं सीईओ, अतुल मिश्रा ने भी फ्रंट लाइन पर खड़े लोगों का अभिवादन प्रकट करते हुए शंखनाद किया। वहीं बॉलीवुड अभिनेता के के मेनन ने भी शंखनाद करते हुए वुहान वायरस से जूझ रहे राष्ट्र रक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया।

 

इस अभियान के साथ पीएम मोदी ने ना सिर्फ राष्ट्र में एकता की भावना का संचार किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे देश वुहान वायरस के सामने झुकने वालों में से नहीं है।

जब देश ने मोर्चा संभाल रहे राष्ट्र के रक्षकों के प्रति अपना आभार प्रकट किया, तो पूरे देश में एकता की वह मिसाल स्थापित हुई, जो पूरे दुनिया के लिए एक प्रेरणास्त्रोत होगी। आज पीएम मोदी जैसा मजबूत नेता देश के पास है, यही कारण है कि यह जनता कर्फ्यू सफल हो पा रहा है। लोग अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। लोग अब इस वायरस के फैलने के खतरे को कम करने के लिए आगे भी इस वायरस से लड़ने के लिए साथ हो गए हैं।

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