जबरदस्त काम! कोरोना कंट्रोल पर मोदी सरकार ने इतना धांसू काम किया कि विरोधी भी तारीफ कर रहे

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा जहां कोरोना वायरस को लेकर देश में की गयी तैयारियों पर सवाल उठा रहे हैं तो वहीं, उन्हीं की पार्टी के कुछ नेता सरकार की तारिफ कर रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा है कि “कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई अब तक, अच्छी है, लेकिन क्या हम और कर सकते हैं? पॉजिटिव COVID-19 मामलों ने एक सप्ताह में 31 से 84 तक की छलांग लगाई है। कुछ राज्य सरकारों ने आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की है। केंद्र सरकार को और उपायों पर विचार करने का समय है”।

 

इससे पहले आनंद शर्मा ने मोदी सरकार की तारिफ करते हुए कहा था कि मैं सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और कोरोना वायरस को चेक करने के लिए की गई तैयारियों से पूरी तरह से संतुष्ट हूं।

जहां एक तरफ कांग्रेस के इन दोनों नेताओं ने मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना की है तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गाँधी और शशि थरूर जैसे नेताओं ने देश में बढ़ते वुहान वायरस के मामलों पर सरकार द्वारा उठाये गये कदमों को ‘अपर्याप्त’ बताकर सरकार की आलोचना की।

वास्तव में, सरकार ने COVID-19 से लड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। मोदी सरकार ने पहले ही दिशा निर्देश जारी कर लोगों को सावधानी बरतने के लिए कहा, साथ ही इलाज के लिए आवश्यक दवाएं उपलब्ध करने के साथ और टेस्ट निशुल्क कर दिया है।

 

न केवल देश में बल्कि विदेश में भी फंसे भारतीयों को सुरक्षित वतन वापस ला रही है। अमेरिका ने भी भारत सरकार द्वारा उठाये गये कदम की सराहना की है। अब तक भारत ने कोरोना वायरस से पीड़ित देशों से 1,182 नागरिकों को निकाला है, जिनमें 234 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में ईरान से निकाला गया है।

 

 

 

वहीं दूसरी तरफ, भारत ने एयरपोर्ट पर भी स्क्रीनिंग के इंतजाम कर रखे हैं। अन्य देशों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है और जिनमें मामले पॉजिटिव पाए जा रहे हैं उन्हें आइसोलेशन लैब में रखा जा रहा है। देश में कोरोनावायरस का प्रसार रोकने के लिए भारत सरकार ने सभी पर्यटन वीजा 15 अप्रैल तक के लिए निलंबित कर दिया है।

https://twitter.com/MajorPoonia/status/1238355397108314113?s=20

 

यही नहीं देश में जो मामले कोरोना वायरस के पाए गये हैं उनके इलाज में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। राज्य सरकारें भी इसमें पूरा सहयोग कर रही हैं। यही कारण है कि अब तक 10 से ज्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं।

 

केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी मोदी सरकार कोरोना से लड़ने के लिए सहायता प्रदान कर रही है। मालदीव, इजराइल और भूटान जैसे देशों ने तो भारत सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए मदद के लिए धन्यवाद भी किया है।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सार्क देशों के नेताओं और प्रतिनिधियों से वुहान वायरस से निपटने के लिये रणनीति बनाने को लेकर वीडियो कांफ्रेंस की और सभी देश इस समय साथ आ गये हैं। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने सार्क देशों को एकजुट करते हुए COVID-19 के लिए इमर्जेंसी फंड बनाने का प्रस्ताव दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत इसके लिए 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी एक करोड़ डॉलर की मदद देगा।

 

 

स्पष्ट है कि मोदी सरकार ने इस महामारी पर न केवल संज्ञान लिया है बल्कि, शानदार तरीके से इससे निपटने के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रयासों ने आलोचकों की भी बोलती बंद आकर दी है।

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