TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बी.एन राउ का संविधान निर्माण में बड़ा योगदान है

    क्या बेनेगल नरसिंह राउ थे संविधान के असली निर्माता ? इतिहास ने उनके योगदान को क्यों भुला दिया ?

    26 नवंबर भारतीय संविधान दिवस

    संविधान दिवस: भारतीय चिंतन परंपरा की दृष्टि से संविधान 

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने निभाई ‘पालकी सेवा’ की रीति

    पीएम मोदी, मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वजा की स्थापना की

    धर्मध्वजा स्थापना और राम मंदिर की पूर्णता अर्थात् – भारत के स्वत्व जागरण की पुनर्यात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

इतिहास गवाह है: सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर जाने के बाद मध्य प्रदेश में पार्टी की कब्र खुदना तय है

पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में जो हुआ अब वही मध्य प्रदेश में होगा

Mahima Pandey द्वारा Mahima Pandey
13 March 2020
in समीक्षा
कांग्रेस पार्टी
Share on FacebookShare on X

कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है जब भी किसी राज्य में उसकी पार्टी का कोई बड़ा नेता या सहयोगी पार्टी उसका साथ छोड़ती है तो उस राज्य में हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर पायी है या यूं कहें कभी वापसी नहीं कर पाई है। ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश की सियासत में देखने को मिला रहा है, जहाँ ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी छोड़ देने के बाद से ये कहा जा रहा है कि इस बार अगर राज्य से कांग्रेस की सरकार गयी तो आने वाले समय में यहाँ वापसी करना इसके लिए बहुत मुश्किल हो जायेगा।

अब हम ऐसा क्यों कह कहे हैं उसके लिए देश के कुछ राज्यों में कांग्रेस की स्थिति को जानना महत्वपूर्ण हो जाता है, जहाँ समय के साथ कांग्रेस पार्टी का न केवल जनाधार खिसका है बल्कि कुछ राज्यों में तो उसका सफाया ही हो गया है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस इमरजेंसी के बाद से अबतक अपने बूते सरकार नहीं बना सकी है। जब पश्चिम बंगाल में दशकों तक कम्युनिस्ट का शासन रहा तब कांग्रेस प्रमुख रूप से विपक्षी पार्टी हुआ करती थी। हालांकि,वर्ष 2011 में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन कर ये पार्टी सत्ता में आई परन्तु जल्द ही ये गठबंधन टूट गया। आज राज्य में कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं रहा है। हालत ये है कि आज राज्य में टीएमसी, बीजेपी, कम्युनिस्ट के बाद कांग्रेस का नंबर आता है।

संबंधितपोस्ट

जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

उज्जैन की 200 साल पुरानी तकिया मस्जिद का विध्वंस: सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर महाकाल मंदिर के विकास और पार्किंग विस्तार को दिया संरक्षण

जनता की ज़मीन, सत्ता की जागीर नहीं: मानेसर लैंड डील में भूपेंद्र हुड्डा को झटका, न्याय ने कांग्रेस के ‘विकास मॉडल’ की खोल दी पोल

और लोड करें

उत्तर प्रदेश और बिहार में भी कुछ ऐसा ही हाल है जहाँ 1989 के बाद से कांग्रेस इन राज्यों में कभी वापसी नहीं कर सकी। हालत ये है कि यहाँ ये पार्टी चौथे या पांचवे स्थान पर रहती है या यूं कहें कि ये यहाँ कम्पटीशन में ही नहीं होती। बिहार में बीजेपी, राजद, जदयू और एलजेपी के बाद कांग्रेस आती है। वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा के बाद कांग्रेस का नंबर आता है।

हालांकि, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में ये पार्टी दूसरे स्थान पर है लेकिन जम्मू कश्मीर में तो इस पार्टी का सफाया हो चुका है। नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी जैसी क्षेत्रीय पार्टियां कश्मीर में मुख्य भूमिका में रही हैं। कांग्रेस का थोड़ा बहुत जो जनाआधार बचा है वो केवल जम्मू क्षेत्र में ही है वो भी गुलाम नबी आज़ाद के कारण। अब इस केंद्र प्रशासित राज्य में ये पार्टी काफी पीछे है जबकि भाजपा की पकड़ पहले के मुकाबले काफी मजबूत हुई है।

पंजाब में ये पार्टी सत्ता में है लेकिन कई वर्षों तक ये पार्टी मुख्य रूप से विपक्षी पार्टी थी। आम आदमी पार्टी के उदय ने दिल्ली से कांग्रेस का सफाया कर दिया है और अब ये पार्टी पंजाब में भी धीरे-धीरे अपनी पकड़ बना रही है। संभावना तो यहाँ तक है कि यदि अमरिंदर सिंह की सरकार गिरी तो आम आदमी पार्टी यहाँ से भी कांग्रेस का सफाया कर देगी।

इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की जबकि नुकसान सबसे अधिक कांग्रेस पार्टी को हुआ जिसे केवल 4 प्रतिशत वोट शेयर ही मिल सका और तो और दो तीन नेताओं को छोड़ दें तो सभी की जमानत जब्त हो गयी थी। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी फिलहाल सत्ता में है। इस राज्य में पक्ष-विपक्ष का खेल भाजपा और कांग्रेस के बीच में हर पांच साल के अंतर पर दिखाई देता है। वहीं गुजरात में भी कांग्रेस 22 वर्षों बाद भी सत्ता में नहीं आ सकी है। 1995 में भाजपा ने आर्थिक रूप से पिछड़ों और पटेल समुदाय को साथ लेकर सत्ता हासिल की थी, तब से लेकर आज तक इस राज्य में भाजपा की ही सरकार बनती आ रही है

बात करें महाराष्ट्र की तो यहाँ कांग्रेस से नाता तोड़कर नयी पार्टी बनाने वाले शरद पवार सबसे मजबूत नेताओं में से एक माने जाते हैं। महाराष्ट्र में कांग्रेस ने उन्हें महत्व नहीं दिया तो शरद पवार ने 90 के दशक में अपने दम पर एनसीपी को खड़ा किया इसके बाद से कभी कांग्रेस अपने दम पर सत्ता में नहीं आ सकी। कांग्रेस आज शरद पवार के कारण ही यहाँ सत्ता में हैं। कभी हर राज्य में एक मजबूत जनाधार और सत्ता का सुख भोगने वाली कांग्रेस पार्टी यहाँ चौथे स्थान पर है और इस बार के विधानसभा चुनाव में 288 में से केवल 42 सीटें ही जीत सकी है।

कर्नाटक में ये पार्टी विपक्ष में है पर केरल में इस पार्टी को प्रासंगिक बने रहने के लिए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन में रहती है। इसके बावजूद यहाँ कांग्रेस अपनी उपस्थिति मजबूती के साथ नहीं दर्शा सकी है।

तमिलनाडु की बात करें तो यहाँ द्रविड़ राजनीति ने कांग्रेस का सफाया कर दिया है। या यूं कहें क्षेत्रीय पार्टी एआईएडीएमके और डीएमके के बीच कांग्रेस अपना जनाधार ही नहीं बचा है। कांग्रेस नेता एम. भक्तवत्सलम राज्य के अंतिम कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे, जिनका कार्यकाल 1967 में समाप्त हो गया था।

ऐसा ही कुछ आंध्र प्रदेश में भी है जहाँ कांग्रेस का सफाया हो चुका है। यदि जगन मोहन रेड्डी के पिता जीवित होते तो आज जगन कांग्रेस में होते क्योंकि जगन के पिता कांग्रेस के एक जाने माने नेता थे। पिता के असामयिक निधन के बाद जगन को कांग्रेस में अहमियत नहीं मिली और उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर वाईएसआर का गठन किया। आज वो राज्य के मुख्यमंत्री हैं।  स्पष्ट है कांग्रेस ने यदि जगन की महत्वाकांक्षाओं को समझा होता तो शायद राज्य में उसका सफाया न हुआ होता।

तेलंगाना में फिर भी ये पार्टी दूसरी महत्वपूर्ण पार्टी है परन्तु भाजपा यहाँ धीरे-धीरे अपनी पकड़ को मजबूत बना रही है। ओडिशा में कांग्रेस पार्टी भाई-भतीजावाद की राजनीति में पूरी तरह बिखर चुकी है और भाजपा राज्य की दूसरी महत्वपूर्ण पार्टी बन चुकी है। झारखंड में भले ही कांग्रेस गठबंधन कर सत्ता में है परन्तु यहां JMM और बीजेपी के बाद कांग्रेस तीसरे स्थान की पार्टी है।

मध्य प्रदेश में भी ऐसा लग रहा है कि आने वाले वर्षों में कांग्रेस की हालत अन्य राज्यों जैसा ही होने वाला है। आजादी के बाद से कांग्रेस के वर्चस्व को पहली चुनौती 1967 में मिली थी जब विपक्ष संयुक्त विधायक दल के बैनर तले एकजुट हो गया और कई हिंदी भाषी राज्यों में कांग्रेस की हार हुई थी। मध्य प्रदेश उन पहले राज्यों में शामिल था जहाँ 1967 के विधानसभा चुनाव के बाद गैर-कांग्रेसी सरकार थी।

मध्य प्रदेश में 1977 में भी जनता पार्टी की सरकार बनी थी। इसके बाद 1990 में राज्य में बीजेपी पहली बार सत्ता में आई लेकिन, 1993 में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आई और दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री बने। दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में मध्य प्रदेश बीमारू राज्य बन गया और नतीजा ये हुआ कि वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा।

https://twitter.com/OfficeofSSC/status/1049584574978613249?s=20

इसके बाद बीजेपी अगले 15 साल तक सत्ता में रही। वर्ष 2018 में सत्ता विरोधी लहर के कारण कांग्रेस को मामूली अंतर से राज्य में जीत मिली और कमलनाथ राज्य के नए मुख्यमंत्री बने। जबकि कांग्रेस की इस जीत में ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका अहम थी जिन्होंने राज्य में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए काफी मेहनत की थी फिर भी, उन्हें कोई महत्व नहीं दिया गया।

Thanking @JPNadda ji, @narendramodi ji, @AmitShah ji & members of the BJP family for accepting& welcoming me. It’s not just a turning point in my life,but also an opportunity for me to continue my commitment towards public service under the inspirational leadership of PM Modi ji.

— Jyotiraditya M. Scindia (मोदी का परिवार) (@JM_Scindia) March 11, 2020

कांग्रेस ने सिंधिया को किनारे करना शुरू कर दिया और अंततः इस पुरानी पार्टी के व्यवहार से तंग आकर सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस तरह से कांग्रेस ने एक बड़ा युवा नेता खो दिया। यदि सिंधिया ने राज्य में एक नयी पार्टी का गठन किया होता तो हो सकता था कि कांग्रेस राज्य में तीसरे दर्जे की पार्टी बन जाती। परन्तु सिंधिया ने भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया और कांग्रेस के कई बागी नेता सिंधिया के साथ खड़े नजर आये। इस तरह से कांग्रेस ने अपने ही नेता के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार कर अपने लिए ही कब्र खोदने का काम किया। पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में कांग्रेस के इतिहास को देखें तो हम कह सकते हैं कि मध्य प्रदेश में पार्टी जिस तरह की स्थिति से गुजर रही है आने वाले समय में अगर कमलनाथ की सरकार गिरती है तो भविष्य में राज्य में कांग्रेस की वापसी की संभावनाएं न के बराबर नजर आती हैं।

Tags: कांग्रेसपश्चिम बंगालमध्य प्रदेशसोनिया गाँधी
शेयर55ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“भारत सरकार कोरोना से चीन की तरह नहीं निपट सकती” कहने वाले UK के बुद्धिजीवी को रूसी मीडिया ने दिया करारा जवाब

अगली पोस्ट

कमलनाथ के बाद बूढ़े गहलोत का भी नंबर आने वाला है, सिंधिया के बाद पायलट पलटी मार सकते हैं

संबंधित पोस्ट

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी
चर्चित

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

10 November 2025

पूर्वोत्तर भारत, जिसे कभी दिल्ली की नीतिगत दृष्टि में हाशिए का इलाका माना जाता था, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में भारत के विकास...

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण
इतिहास

वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

10 November 2025

भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास में वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक चेतना और राष्ट्र की आत्मा का उद्घोष रहा है। यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited