भाजपा के हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, अब कमलनाथ सरकार बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन

सिंधिया बोले- एमपी में नौजवान बेबस, किसान लाचार, केवल माफियागिरी चल रही है...

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18 सालों तक कांग्रेस में रहे मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में सिंधिया ने पार्टी की सदस्यता ली है। रिपोर्ट्स की माने तो सिंधिया को भाजपा से राज्यसभा का टिकट भी मिल गया है। सिंधिया के साथ ही हर्ष चौहान को भी भाजपा राज्यसभा भेज सकती है।

बता दें कि 10 मार्च को जब पूरा देश होली के रंगों में रंगा था, तो उस वक्त मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़ा भूचाल आया हुआ था। MP कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी से इस्तीफा का घोषणापत्र सार्वजनिक हुआ और साथ ही सिंधिया के करीबी माने जाने वाले 20 से ज़्यादा विधायकों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गयी है।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया की स्वागत में क्या कहा-

– हमारे लिए राजमाता जी आदर्श और हम सब के लिए वो एक दृष्टि और दिशा देने वाली नेता रही हैं। उन्होंने पार्टी को शैशव काल से उसकी विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम किया। मैं अपनी ओर से और सभी कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका हार्दिक अभिनंदन करता हूं, स्वागत करता हूं।

– ज्योतिरादित्य जी आज अपने परिवार में शामिल हो रहे हैं, मैं इनका स्वागत करता हूं और हार्दिक अभिनन्दन भी करता हूं।

– आज हम सबके लिए बहुत खुशी का विषय है और आज मैं हमारी वरिष्ठतम नेता स्वर्गीय राजमाता सिंधिया जी को याद कर रहा हूं। भारतीय जनसंघ और भाजपा दोनों पार्टी की स्थापना और स्थापना से लेकर विचारधारा को बढ़ाने में एक बहुत बड़ा योगदान रहा है।

नए भाजपा नेता ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने क्या-क्या कहा आइये जानते हैं-

– मैं सर्वप्रथम आदरणीय नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया।

– सिंधिया बोले कि मेरे जीवन में दो तारीख काफी महत्वपूर्ण रहा है, इनमें पहला 30 सितंबर 2001 जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया, वो जिंदगी बदलने वाला दिन है और दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 को जहां जीवन में एक बड़ा निर्णय मैंने लिया है।

-. जो कांग्रेस पार्टी पहले थी वो आज नहीं रही, उसके तीन मुख्य कारण हैं। पहला कि वास्तविकता से इनकार करना, नई विचारधारा और नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना।

– मध्य प्रदेश में एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी। लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए, चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो, ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है।

– आज मध्य प्रदेश में ट्रांसफर माफिया का उद्योग चल रहा है, राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने मुझे एक नया मंच देने का मौका दिया है।

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