तो क्या MP में कमल खिलने वाला है? कमलनाथ और दिग्गी राजा की बौखलाहट तो यही कह रही है

कर्नाटक तो हो गया अब मध्य प्रदेश की बारी...

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मध्य प्रदेश में एक बार फिर से राजनीतिक ड्रामा शुरू हो गया है। कल यानि मंगलवार को कांग्रेस ने बीजेपी पर अपने 8 विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाया। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने उसके 8 विधायकों को गुरुग्राम के एक लग्जरी होटल में बंधक बनाकर रखा है। इस खबर से मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार फिर से खतरे में आ गई है।

कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार गिराने और अपने विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। हालांकि अब कांग्रेस के सभी विधायक होटल से बाहर आ गए हैं जिससे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार थोड़ी राहत की सांस ली है।

हालांकि भाजपा ने इस घटना से खुद को किनारे कर लिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया- ”कमलनाथ की सरकार आंतरिक कलह से जूझ रही है। भाजपा का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है, न ही हमारे किसी नेता ने इस तरह के प्रयास किए हैं। कांग्रेस को खुद की चिंता करनी चाहिए। कांग्रेसी नेताओं से पूछिए कि राज्य में क्या हो रहा है।”

वहीं विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने कहा-”कांग्रेस के तीन अंग हैं, उनमें एक कह रहा है कि मुझे कोई जानकारी नहीं है। यही कांग्रेस का अंदरुनी कलह है।” भार्गव का इशारा ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर था।

भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी गुरुग्राम के उस होटल में पहुंचे लेकिन वहां कोई नहीं मिला। भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार दिग्गी राजा ने कहा- ”बिसाहूलाल, रामबाई, सुरेंद्र सिंह और हरदीप सिंह को भाजपा ने होटल में बंधक बना लिया है। ये सभी होटल में मौजूद हैं लेकिन मुझे जाने नहीं दिया जा रहा है। हालांकि मेरी विधायकों से बात हुई है, वे जल्द ही वापस आ जाएंगे।”

उधर सीएम कमलनाथ की भी सांसे अटक गई थी। वे भी आधी रात अपने सभी लापता विधायकों से फोन पर बात की। विधायकों ने कहा कि वे सुबह तड़के ही आ जाएंगे। हालांकि सबसे चौकानें वाली बात यह रही कि कथित हॉर्स ट्रेडिंग पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा- ‘मुझे विधायकों के गायब होने की कोई जानकारी नहीं मिली है और न ही कोई फैक्ट्स सामने आए हैं।’

वहीं कुछ कांग्रेसी विधायकों ने दावा किया है कि उन्हें भाजपा ने ऑफर दिया था। सबलगढ़ के विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने कहा- ‘भाजपा ने मुझे ऑफर दिया है, इसकी रिकॉर्डिंग मेरे पास है। मंत्री गोविंद सिंह से भी की थी।‘ वहीं दमोह के विधायक राहुल सिंह ने कहा है कि मुझे भी भाजपा ने ऑफर दिया है।

बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। मौजूदा सदस्यों की संख्या 228 है। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर 114 सीट कांग्रेस बहुमत के लिए चाहिए। कांग्रेस ने सपा, बसपा और निर्दलीय दलों के साथ मिलकर एमपी में सरकार बनाई है।

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