“गेंदा फूल” बनाकर फंसे बादशाह, folk song के lyrics चुराये, लेकिन credit देना ज़रूरी नहीं समझा

बॉलीवुड: कला का गढ़ या फिर चोरी का?

बादशाह गेंदा फूल

गेंदा फूल में बादशाह ने चुराए Lyrics

बॉलीवुड में कुछ लोगों की एक बड़ी खराब आदत है – किसी कान्सैप्ट को इतना दोहराओ, कि एक स्तर के बाद वो निरर्थक हो जाये। ऐसी ही एक आदत गानों को रीमिक्स करने की। इस चक्कर में मूल गीत के साथ अन्याय तो होता ही है, और नया गीत भी ज़्यादा लोगों को नहीं लुभा पाता। इस खेल में यदि कोई सबसे आगे चल रहा है, तो वो है रैपर और गायक आदित्य प्रतीक सिंह सिसोदिया, जिसे हम बादशाह के नाम से बेहतर जानते हैं। जनाब का एक गीत हाल ही में यूट्यूब पर आया, जिसका शीर्षक है गेंदा फूल। इसका दिल्ली 6 के प्रसिद्ध गीत ससुराल गेंदा फूल से कोई संबंध नहीं है, और ये गेंदा फूल अभिनेत्री जैक्लीन फर्नांडीज़ पर फिल्माया गया है।

परंतु गेंदा फूल विवादों के घेरे में आखिर क्यों है? कहा जा रहा है कि यह गीत गेंदा फूल बंगाली लोकगीत ‘गेंदो फूल’ की कॉपी है, जिसे गीतकार रत्न कहर ने लिखा है। इसके पीछे सोशल मीडिया पर बादशाह सहित इस गीत गेंदा फूल को बनाने वालों की जमकर आलोचना की जा रही है। इसपर बादशाह ने जवाब में कहा कि यह सरासर झूठ है। बादशाह के अनुसार “यह एक बंगाली लोकगीत है, जो बड़ा ही प्रसिद्ध है। मुझे रत्न कहर का नाम कहीं रिकॉर्ड में नहीं दिखा, इसलिए हमने उसे क्रेडिट नहीं दिया। इसमें चोरी कहाँ से हुई?

गाने में चोरी कहाँ से हुई?

चोरी कहाँ से हुई? अगर आप गेंदा फूल गाने को ध्यान से सुने, तो गेंदा फूल गाने का शुरुआती बैक्ग्राउण्ड स्कोर कहीं से भी मौलिक यानि original नहीं है। गेंदा फूल का BGM ही तमिल फिल्म ‘मारी 2’ के गीत ‘राउडी बेबी’ से उठाया गया है, और एक अन्य ट्यून गुरी नामक गायक के पंजाबी गीत ‘चुम्मा’ से लिया गया है, जिसपर देसी megamind नामक एक यूट्यूब चैनल ने बड़े ही विस्तार से प्रकाश डाला है –

स्वयं मूल गीत गेंदो फूल के गीतकार रत्न कहर का मानना है कि यह सरासर अन्याय है। उनके कहा, “मैंने इस गीत को लिखा है और मैंने इसे धुन भी दी है। परंतु मुझे कभी इसका श्रेय नहीं दिया गया, जिससे मुझे काफी पीड़ा होती है। मैं वो रत्न कहर हूँ, जिसे गेंदा फूल का श्रेय कभी नहीं दिया गया। मुझे पैसे नहीं चाहिए, बस अपने गीत के लिए थोड़ी पहचान चाहिए। इतना बुरा है ये मांगना?”

परंतु बादशाह का इतिहास इस क्षेत्र में बहुत पुराना है। कई गानों के वाहियात रीमिक्स में बादशाह या उसके रैप के अवशेष आपको अवश्य मिलेंगे। इनपर ‘बाला’ फिल्म के लिए आर्टिस्ट डॉ ज़ीउस के सुप्रसिद्ध गीत ‘डोंट बी शाई’ को कॉपी करने का आरोप लगा था, और तो और मूल गीतकार को कोई क्रेडिट भी नहीं दिया। ये आरोप स्वयं डॉ ज़ीउस ने बादशाह पर लगाया था, जिसका बादशाह ने पुरजोर खंडन किया था। यही नहीं, बादशाह ने तो जस्टिन बीबर के ‘सॉरी’ गीत का भी वाहियात रीमिक्स बनाया था, और आश्चर्य की बात है कि इनपे कार्रवाई तो दूर की बात, इन्हें फिल्मों में अभी भी अवसर दिये जा रहे हैं –

सच कहें तो बादशाह जैसे लोग ही कारण है कि क्यों प्लेबैक संगीत भारत में पतन की ओर अग्रसर है। एक ओर मनोज मुंतशिर और सचेत टंडन जैसे कलाकारों के गीत संगीत को कोई सम्मान नहीं दिया जाता, तो वहीं बादशाह जैसे औसत दर्जे के रैपर, जिनके रैप की गुणवत्ता ना के बराबर है, बॉलीवुड में न केवल प्रोजेक्ट पाते हैं, बल्कि अच्छी ख़ासी कमाई भी करते हैं। एक समय होता था जब केके, बैंड ऑफ बॉयज़, रेमो फर्नांडीज़ जैसे उत्कृष्ट कलाकारों के एक एक गीत के लिए जनता पागलों की तरह प्रतीक्षा करती थी। आज उनकी जगह बादशाह जैसे औसत दर्जे के कलाकारों ने ली है।

Exit mobile version