शादी में 100 लोगों के आने की अनुमति, फिर कुमारस्वामी का बचाव- BS येदियुरप्पा एक सनकी CM हैं

लोग मर रहे हैं और ये लोग लॉकडाउन तोड़ रहे हैं, इस पर केंद्र और न्यायपालिका संज्ञान लेकर कार्रवाई करे

इन दिनों पूरी दुनिया में राक्षसी कोरोना ने कोहराम मचाकर रख दिया है. दुनिया भर की सरकारों ने कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा दिया है. लोग अपने घरों में महीनों से कैद हैं. भारत में भी कुछ ऐसा ही है. यहां लोग घरों से बाहर निकलते हैं तो मुर्गा बना दिए जाते हैं. दो-चार लाठियों से भी आम आदमी की खातिरदारी हो जाती है. होनी भी चाहिए क्योंकि पुलिस भी हमारी रक्षा के लिए दिन-रात एक की हुई है. लेकिन यह कानून राजनीतिक घरों में पालन बिल्कुल भी नहीं होता है. 100-125 लोगों की भीड़ में शादी तक हो जा रही है और कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार मौन देखती रहती है क्योंकि यह सब उसी के इशारों पर तो होता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं कुमारस्वामी के बेटे की शादी के बारे में.

इस शादी में सैंकड़ों लोग शामिल थे और अनुमति दी थी कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने. इस प्रकरण में जितना दोषी चोर है उतना ही दोषी राजा भी. जब पीएम मोदी खुद हाथ जोड़कर देशवासियों से निवेदन करते हैं तो कैसे उन्ही का एक सीएम लॉकडाउन तोड़ने की अनुमति दे देता है.

आइये आपको कुछ ऐसे फोटो और वीडियोज दिखाते हैं जिससे साफ पता चलता है कि कुमारस्वामी के बेटे की शादी में किस तरह से लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं थीं.

इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दूल्हा-दुल्हन के साथ कुछ करीबी रिश्तेदार व मेहमान खड़े हैं, उनके आस-पास कई कैमरामैन भी हैं. यानि सोशल डिस्टेसिंग के नाम पर कुछ भी नहीं है. यह तो सामान्य दिनों की बात हो गई.

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सबसे हैरानी की बात तो ये सामने आई कि येदियुरप्पा को अपनी इस गलती का बिल्कुल एहसास नहीं है. बल्कि वो चोरी करके सीनाजोरी कर रहे हैं. कुमारस्वामी के बेटे की शादी के बाद येदियुरप्पा ने कहा-

एचडी कुमारस्‍वामी ने अपने बेटे निखिल और रेवती की शादी बहुत सादगी से की थी। इस मुद्दे पर बहस की जरूरत नहीं है। हालांकि, उनका परिवार बहुत बड़ा है उसके बाद उन्‍होंने सीमाओं में रहते हुए विवाह समारोह का आयोजन किया। उन्‍हें मेरी शुभकामनाएं।

ये था येदियुरप्पा का बेहद घटिया और गैर जिम्मेदाराना बयान. लेकिन इससे पहले इन्होंने शादी के लिए कुछ नियम कानून बताए थे. राज्य सरकार के अनुसार शादी में सिर्फ 70 से 100 लोगों के मौजूदगी की अनुमति दी गई थी. इसके साथ ही चेतावनी दी गई थी कि अगर लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी.

ये भी बताया गया कि राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए पास पर ही शादी में गाड़ियों की एंट्री होगी लेकिन मीडिया सूत्रों के मुताबिक कुछ ऐसी भी गाड़ियां शादी में गई थी जिन्हें राज्य सरकार ने कोई पास नहीं दिया था. मीडिया को कुमारस्वामी ने शादी में जाने की इजाजत नहीं दी थी लेकिन ANI ने अपने खुफिया सूत्रों से कई ऐसे फोटोज सामने लाए जिससे कुमारस्वामी सवालों से घिर गए हैं.

बता दें कि कर्नाटक में खबर लिखे जाने तक कोरोना के 384 मामले सामने आ चुके हैं और 13 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने किस आधार पर कुमारस्वामी को उनके बेटे की शादी करने की इजाजत दे दी. जबकि पीएम मोदी खुद मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग में गमछा बांधकर नजर आए थे.

कुल मिलाकर लॉकडाउन के नियम हर भारतवासी पर लागू होते हैं. कोई खास नहीं और कोई आम नहीं. ऐसे में जितनी गलती कुमारस्वामी की है, उससे भी कहीं ज्यादा गलती बीएस येदियुरप्पा की है. केंद्र सरकार या न्यायपालिका को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे लोगों में नियम कानून का डर बना रहे.

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