धारावी: तबलीगी वालों ने 7 लाख लोगों वाली स्लम को भी नहीं छोड़ा, मुंबई पर आया बड़ा खतरा

7 लाख लोगों की जान संकट में, तबलीगी वालों ने यहाँ भी फैलाया कोरोना

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एशिया की सबसे घनी बस्तियों वाला स्लम मुंबई की धारावी में कोरोना वायरस ने दस्तक दे दिया है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक यहां एक सख्श की कोरोना की वजह से मौत हो चुकी है, जबकि दो लोगों को संक्रमित पाया गया है. अब एक नया खुलासा सामने आ रहा है. जिस व्यक्ति की कोरोना की वजह से मौत हुई थी वह दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात द्वारा आयोजित जलसे में शामिल हुआ था.

बताया जा रहा है कि वह व्यक्ति जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर 22 मार्च को मुंबई लौटा था. इस व्यक्ति के साथ पांच महिलाएं भी थीं जो उसके धारावी स्थित घर में रुकी थीं. बीएमसी के एक अधिकारी के अनुसार- ‘महिलाओं के साथी पुरुष धारावी के शाहू नगर के जामा मस्जिद में रुके थे। वहीं महिलाएं डॉक्टर बलिगा नगर में जिस फ्लैट में रुकी थीं, उसका मालिक 56 वर्षीय व्यक्ति था, जिसकी मौत हो चुकी है।’ उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी सामने आई है कि जमात से लौटे इन सभी लोगों के 24 मार्च को केरल के कोझिकोड निकलने से पहले मृतक ने उनके साथ समय गुजारा था।

एशिया की सबसे घनी स्लम आबादी मुंबई के धारावी में रहती है.

बीएमसी के अधिकारियों के मुताबिक 15 हाई रिस्क संदिग्धों के सैंपल जांचने के बाद ही पता लगाया जा सकता है कि मृतक के परिवार में से किसी को कोरोना है या नहीं. मालूम हो कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का जलसा आयोजित किया गया था. जिसमें देश दुनिया के करीब 13 हजार लोग शामिल हुए थे. जिनमें से अभी तक सैकड़ों लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. वहीं कुछ को क्वारांटाइन किया गया है.

कुछ ऐसे घर बनाकर लोग धारावी में रहते हैं.

नवभारत टाइम्स की खबर के अनुसार- धारावी में काम करने वाले एक सफाईकर्मी और एक डॉक्टर को भी कोरोना से संक्रमित पाया गया है.  52 वर्षीय सफाईकर्मी मुंबई के वर्ली इलाके का रहने वाला है. धारावी में उसकी तैनाती थी. उसके परिवार के लोगों और साथ में काम करने वाले लोगों को क्वारांटाइन किया गया है. साथ ही सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. फिलहाल, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है.

धारावी के लोगों में दहशत का माहौल

बता दें कि भारत में तबलीगी जमात के आने से पहले कोरोना के मामले काफी नियंत्रण में थे. लेकिन जैसे ही तबलीगियों के कोरोना को लेकर खबर सामने आई उसी वक्त से देशभर में कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं. अभी स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी थी कि भारत में 30 प्रतिशत से ज्यादा मामले तबलीगी जमात के कार्यक्रम की वजह से आए हैं. जबकि भारत के मुसलमानों को कहा गया था कि कुछ दिनों के लिए मस्जिदों को बंद कर दें और घरो में नमाज पढ़ें और कुछ समय के लिए बंद कर दें और घर से ही नमाज अदा करें।

धारावी में अगर कोरोना को न रोका गया तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे

वास्तव में तबलीगी जमात ने भारत से कोरोना की लड़ाई को बेहद कमजोर किया है. अब धारावी जैसे घने स्लम में यह वायरस फैल गया तो हमें बहुत भयावह तस्वीर देखने को मिलेगी. शायद इसकी चपेट में पूरी मुंबई आ सकती है.

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