बीते रविवार को भारत की कड़ी आलोचना करने वाला कुवैत 24 घंटे के अंदर ही अपने सुर बदलने पर मजबूर हो गया। 26 अप्रैल को कुवैत के Council of ministers ने भारत में मुस्लिमों पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर भारत सरकार की आलोचना की थी। इसके अलावा कुवैत में ट्विटर पर भी भारत के खिलाफ काफी जहर उगला गया। इसके बाद 27 अप्रैल यानि कल भारत के विदेश मंत्रालय ने जैसे ही मामले को अपने हाथ में लिया, वैसे ही शाम तक कुवैत यह कहने को मजबूर हो गया कि वह भारत के साथ अपने रिश्तों को अहमियत देता है और वह भारत के आंतरिक मामलों में दख्ल नहीं देना चाहता। कुल मिलाकर 24 घंटों में ही कुवैत को भारत ने रास्ते पर ला दिया।
The Council of Ministers of the State of Kuwait condemns the ethnic attacks against Muslims in India
🌹#Kuwait #Egypt #ksa #UAE #Morocco #India #Pakistan #usa #uk #Jordan #Iraq #India #oman #Bahrain #Qatar #yaman#Islamophobia_In_India
#UNHRC#ArabsExposingRSS pic.twitter.com/1wFsITZhRQ— د. عبدالله مطير الشريكة 🇰🇼 (@DrAlshoreka) April 26, 2020
कल भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस पर स्पष्टीकरण दिया। MEA ने कहा-
“कुवैत की सरकार ने हमें यकीन दिलाया कि वे किसी भी प्रकार भारत के आंतरिक मामलों में दख्ल नहीं देंगे। ध्यान देना होगा कि भारत ने हाल ही में कुवैत में अपनी rapid respose team को भेजा था। इस दौरान हमारी टीम ने टेस्टिंग किट्स को इस्तेमाल करने से लेकर मरीजों का इलाज करने तक, कुवैत की हरसंभव सहायता की थी। ऐसे में हम यह चाहते हैं कि हमारे दोनों देशों के रिश्तों को अहमियत दी जाये और सोशल मीडिया पर भारत विरोधी सामाग्री पोस्ट करने से बचा जाये”।
India react. Says Kuwait Govt has "assured us that they are deeply committed to friendly relations with India" & "they also do not support any interference in the internal affairs of India". Adds, "misuse of social media is not given credence." https://t.co/zMsuKXDUnd pic.twitter.com/kjawHqCON0
— Sidhant Sibal (@sidhant) April 27, 2020
इसके बाद शाम तक ही भारत में मौजूद कुवैत के राजदूत का भी बयान आया। उनके मुताबिक-
“कुवैत और भारत दोनों देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के सिद्धान्त का पालन करते हैं और दोनों देश एक दूसरे की संप्रभुता का भी सम्मान करते हैं”।
इस प्रकार भारत की ताबड़-तोड़ कूटनीति ने भारत के खिलाफ बोल रहे एक देश को अपने सुर बदलने पर मजबूर कर दिया।
पिछले कई दिनों से अरब की सोशल मीडिया में भारत विरोधी सामाग्री को धड़ल्ले से पोस्ट किया जा रहा है। हाल ही में यह खबर सामने आई थी कि यह सब भारत के खिलाफ पाकिस्तान की साइबर warfare का हिस्सा है और इसके जरिये पाकिस्तान, भारत और अरब देशों के रिश्ते खराब करना चाहता है। हाल ही में ऐसे ही एक पाकिस्तानी account ने ट्विटर पर ओमानी शहज़ादी का अकाउंट बनाकर भारत में हो रहे मुस्लिमों पर कथित अत्याचार के खिलाफ ट्वीट किया था, जिसके बाद ओमान की इस शहज़ादी को खुद सामने आकर कहना पड़ा कि उसने ऐसा कोई ट्विट नहीं किया है। उस ट्वीट में लिखा था-
“ओमान भारत में मुस्लिम बहनों और भाइयों के साथ खड़ा है। अगर भारत में उनके साथ व्यवहार ठीक नहीं किया गया तो ओमान में रह रहे भारतीय मजदूरों को निकाला जाएगा। मैं इस मामले को ओमान के सुल्तान के साथ भी उठाऊँगी”।
बाद में जब यह अकाउंट फेक साबित हुआ तो ट्विटर ने इसे डिलीट कर दिया।
I thank HH @MonaFahad13 for clarification on fake social media posts attributed to her.
India values its friendly relations with Oman and will continue working closely with the Government and people of Oman to further strengthen our special relationship.@MEAIndia
@MofaOman https://t.co/9FET0ADw1r— Amb Munu Mahawar (@AmbMunu) April 22, 2020
पाकिस्तान इस वक्त यही चाह रहा है कि कैसे भी करते भारत और अरब के देशो में दरार पैदा कर दी जाये। हालांकि, भारत का विदेश मंत्रालय बखूबी पाकिस्तान के इस वारफेयर से निपट रहा है। इसीलिए तो सिर्फ 24 घंटों में ही भारत ने कुवैत को अपने पाले में कर लिया। इसके लिए भारत की तीव्र और कड़ी कूटनीति की सराहना की जानी चाहिए।