कुवैत की बाजू मरोड़कर 1 दिन में भारत ने उसे लाइन पर ला दिया, कल भारत के खिलाफ उछल रहा था

ये लोग भूल गए कि हमनें अभी Rapid Respose Team इनके यहां भेजी थी!

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बीते रविवार को भारत की कड़ी आलोचना करने वाला कुवैत 24 घंटे के अंदर ही अपने सुर बदलने पर मजबूर हो गया। 26 अप्रैल को कुवैत के Council of ministers ने भारत में मुस्लिमों पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर भारत सरकार की आलोचना की थी। इसके अलावा कुवैत में ट्विटर पर भी भारत के खिलाफ काफी जहर उगला गया। इसके बाद 27 अप्रैल यानि कल भारत के विदेश मंत्रालय ने जैसे ही मामले को अपने हाथ में लिया, वैसे ही शाम तक कुवैत यह कहने को मजबूर हो गया कि वह भारत के साथ अपने रिश्तों को अहमियत देता है और वह भारत के आंतरिक मामलों में दख्ल नहीं देना चाहता। कुल मिलाकर 24 घंटों में ही कुवैत को भारत ने रास्ते पर ला दिया।

कल भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस पर स्पष्टीकरण दिया। MEA ने कहा-

“कुवैत की सरकार ने हमें यकीन दिलाया कि वे किसी भी प्रकार भारत के आंतरिक मामलों में दख्ल नहीं देंगे। ध्यान देना होगा कि भारत ने हाल ही में कुवैत में अपनी rapid respose team को भेजा था। इस दौरान हमारी टीम ने टेस्टिंग किट्स को इस्तेमाल करने से लेकर मरीजों का इलाज करने तक, कुवैत की हरसंभव सहायता की थी। ऐसे में हम यह चाहते हैं कि हमारे दोनों देशों के रिश्तों को अहमियत दी जाये और सोशल मीडिया पर भारत विरोधी सामाग्री पोस्ट करने से बचा जाये”।

इसके बाद शाम तक ही भारत में मौजूद कुवैत के राजदूत का भी बयान आया। उनके मुताबिक-

“कुवैत और भारत दोनों देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने के सिद्धान्त का पालन करते हैं और दोनों देश एक दूसरे की संप्रभुता का भी सम्मान करते हैं”।

इस प्रकार भारत की ताबड़-तोड़ कूटनीति ने भारत के खिलाफ बोल रहे एक देश को अपने सुर बदलने पर मजबूर कर दिया।

पिछले कई दिनों से अरब की सोशल मीडिया में भारत विरोधी सामाग्री को धड़ल्ले से पोस्ट किया जा रहा है। हाल ही में यह खबर सामने आई थी कि यह सब भारत के खिलाफ पाकिस्तान की साइबर warfare का हिस्सा है और इसके जरिये पाकिस्तान, भारत और अरब देशों के रिश्ते खराब करना चाहता है। हाल ही में ऐसे ही एक पाकिस्तानी account ने ट्विटर पर ओमानी शहज़ादी का अकाउंट बनाकर भारत में हो रहे मुस्लिमों पर कथित अत्याचार के खिलाफ ट्वीट किया था, जिसके बाद ओमान की इस शहज़ादी को खुद सामने आकर कहना पड़ा कि उसने ऐसा कोई ट्विट नहीं किया है। उस ट्वीट में लिखा था-

“ओमान भारत में मुस्लिम बहनों और भाइयों के साथ खड़ा है। अगर भारत में उनके साथ व्यवहार ठीक नहीं किया गया तो ओमान में रह रहे भारतीय मजदूरों को निकाला जाएगा। मैं इस मामले को ओमान के सुल्तान के साथ भी उठाऊँगी”।

बाद में जब यह अकाउंट फेक साबित हुआ तो ट्विटर ने इसे डिलीट कर दिया।

पाकिस्तान इस वक्त यही चाह रहा है कि कैसे भी करते भारत और अरब के देशो में दरार पैदा कर दी जाये। हालांकि, भारत का विदेश मंत्रालय बखूबी पाकिस्तान के इस वारफेयर से निपट रहा है। इसीलिए तो सिर्फ 24 घंटों में ही भारत ने कुवैत को अपने पाले में कर लिया। इसके लिए भारत की तीव्र और कड़ी कूटनीति की सराहना की जानी चाहिए।

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