क्या अधीर चौधरी BJP में जाने की कोशिश कर रहे हैं? कल इन्होंने Corona पर ‘वाह मोदी जी वाह’ किया था

हो सकता है बंगाल में दीदी को हराकर CM बनने का सपना देख रहे हों

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अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं और वह जब भी अपना मुंह खोलते हैं तब कांग्रेस के लिए कोई न कोई समस्या जरूर खड़ी हो जाती है। कोरोना के समय में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही कर डाला। एक तरफ पूरी कांग्रेस केंद्र सरकार को कोरोना पर बेवजह के मुद्दे उठाकर घेरने की कोशिश कर रही है तो वहीं अधीर रंजन ने मोदी सरकार की जमकर बड़ाई की है।

सिर्फ केंद्र की ही नहीं बल्कि उन्होंने सभी राज्य सरकारों और मेडिकल स्टाफ की भी प्रशंसा करते दिखे। ऐसे समय में लोकसभा में विपक्ष के नेता का इस तरह से केंद्र सरकार की बड़ाई करने का क्या मतलब हो सकता है? कहीं ये BJP को कुछ और इशारा तो नहीं कर रहे हैं?

दरअसल, कल यानि सोमवार को ANI से बातचीत के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हिंदुस्तान में जहां 130 करोड़ आबादी है वहां केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, डॉक्टरों और बाकी प्रतिष्ठानों ने बेहद अच्छा काम किया है। जब हम अमेरिका, यूरोप को देखते हैं तब पता चलता है कि हम उन लोगों से काफी आगे निकल चुके हैं।

उन्होंने आगे कहा, अगर इस मौके को इसी ढंग से हमने इस्तेमाल किया तो भारत आगे निकल जाएगा। आने वाले दिनों में भारत रैंकिंग में कहां से कहां पहुंच जाएगा, भारत ग्लोबल लीडर बनेगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर हम कोरोना से लड़ने के लिए ऐसे ही ठोस कदम उठाते रहे तो आने वाले दिनों में भारत के एक मॉडल देश के रूप में उभरने की संभावना है।

सभी को यह लग सकता है कि वे बीजेपी के साथ अपने सम्बन्धों को सुधारने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार की सभी योजनओं पर पानी फेरने का भरपूर प्रयास कर चुकी है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हों या राहुल गांधी सभी ने इस महामारी के समय में भी सरकार को फर्जी मुद्दे पर घेरने की कोशिश की है। सोनिया गांधी ने तो प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से की थी।

शायद अधीर रंजन चौधरी को यह समझ में आ गया है कि इस महामारी के समय में कांग्रेस पार्टी की लाइन पर रहने से उनका ही नुकसान है और जनता को मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे काम दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में विरोध करने से अपनी ही नैया डूबेगी।

ऐसा लगता है कांग्रेस का भी अंत निकट ही है और वे इसी कारण से बीजेपी को इशारा कर रहे हैं। लॉकडाउन ने आत्ममंथन का भरपूर समय दिया है और अधीर रंजन चौधरी ने भी जरूर आत्म मंथन किया होगा जिसके बाद उनके सुर बदले बदले से दिखाई दे रहे हैं।

हालांकि यह अभी एक कयास है लेकिन बीजेपी इससे पहले कई सीनियर कांग्रेस नेताओं को लुभा चुकी है और ज्योतिरादित्य सिंधिया इसके बेहतरीन उदाहरण है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अधीर रंजन का विवादों से पुराना नाता रहा है और उन्होंने गृह मंत्री से लेकर पीएम मोदी तक को कई न कहने वाले शब्द कह चुके हैं।

घुसपैठिया से लेकर गंदी नाली जैसे शब्द उन्होंने पीएम मोदी के लिए कहे हैं वहीं कश्मीर पर भी उन्होंने यह कह दिया था कि यह भारत का आंतरिक मामला कैसे हो सकता है।

अब यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस के लिए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की कमान संभालने वाले अधीर रंजन अपने पिछले बयानों के लिए पश्चाताप करते हैं या नहीं लेकिन कोरोना पर केंद्र सरकार की दिल खोलकर बड़ाई करना दिखाता है कि कहीं कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है।

अधीर रंजन चौधरी पश्चिम बंगाल से एक विजयी उम्मीदवार हैं, और बीजेपी को ठीक ऐसा ही राज्य में एक चेहरा चाहिए जो ममता बनर्जी को उखाड़ फेंकने में मदद करे। ममता बनर्जी से इस चुनावी युद्ध को जीतने के लिए भाजपा को अधीर रंजन से कोई समस्या भी नहीं होनी चाहिए।

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