उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की सेहत से जुड़ी कई खबरें आजकल मीडिया में चल रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल ही में किम जोंग उन की हार्ट सर्जरी की गयी थी, जिसके बाद उन्हें कहीं किसी सार्वजनिक मंच पर नहीं देखा गया है। यहाँ तक कि वह 15 अप्रैल को अपने दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग की 108 वीं जयंती के मौके पर स्मरणोत्सव में भी शामिल नहीं हुए। वर्ष 2011 में नॉर्थ कोरिया की सत्ता हासिल करने के बाद ऐसा एक बार भी नहीं हुआ जब किम जोंग उन ने इस समारोह में हिस्सा न लिया हो। किम जोंग उन के अचानक गायब होने के साथ ही ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि उनकी छोटी बहन किम यो जोंग को पार्टी में मुख्य भूमिका में लाया गया है। किम परिवार में शुरू से ही सत्ता के लिए अपनों को रास्ते से हटाने और उन्हें मरवाने का इतिहास रहा है, ऐसे में यह कहने से भी इंकार नहीं कर सकते कि किम यो जोंग ने शायद सत्ता के लिए ही अपने भाई को रास्ते से हटाया हो!
इन खबरों की पुष्टि करना अभी किसी के लिए भी आसान नहीं रहने वाला, क्योंकि दुनिया को नॉर्थ कोरिया के बारे में वही जानकारी मिलती है जो वहाँ की स्टेट मीडिया रिपोर्ट करती है। ऐसे में अगर किम जोंग उन की मौत हो भी चुकी होगी, तो भी इस खबर का बाहर आना उतना आसान नहीं होगा क्योंकि नॉर्थ कोरिया में सुप्रीम लीडर की हैल्थ को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़कर देखा जाता है और अक्सर उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी को गोपनीय रखा जाता है।
किम यो जोंग द्वारा किसी संभावित तख़्तापलट और उसके द्वारा किम जोंग की हत्या की खबरें इसलिए देखने को मिल रही हैं क्योंकि इस साल की शुरुआत से ही किम यो जोंग राजनीति में काफी सक्रिय दिखाई दे रही हैं। इस साल मार्च में उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के ऑफिस पर सीधा हमला बोला था। जब दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के सैन्य परीक्षणों की आलोचना की थी तो किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को मूर्ख कहा था। यह उनका पहला राजनीतिक बयान था। उनकी राजनीति में सक्रियता को इस बात से भी समझा जा सकता है कि वे नॉर्थ कोरिया के प्रोपगैंडा से जुड़े मामलों की अध्यक्षता करती हैं और वे कई मौकों पर सार्वजनिक जगहों पर अपने भाई के साथ देखी जा चुकी हैं।
जब हनोई में पहली बार राष्ट्रपति ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच मुलाक़ात हुई थी तो इसके पीछे किम यो जोंग का ही दिमाग था। इसके अलावा वर्ष 2018 में प्योंगचांग विंटर ओलंपिक्स में वे अपने भाई का दूत बनकर दक्षिण कोरिया में गयी थी। वे राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून के साथ फोटो फ्रेम शेयर कर चुकी हैं। इसके अलावा अप्रैल महीने में ही उन्हें नॉर्थ कोरिया की वर्कर पार्टी के पॉलिटिकल ब्यूरो में बड़ा पद दिया गया था, जिसके बाद इस बात के अनुमान काफी बढ़ गए हैं कि किम जोंग उन के बाद वे ही मुख्य भूमिका में देखी जा सकती हैं।
यहाँ संभावित तख्तापलट की बात करना आवश्यक इसलिए हो जाता है क्योंकि किम परिवार में सत्ता के लिए ऐसा कई बार किया जा चुका है। उदाहरण के लिए वर्ष 2017 में किम जोंग उन ने मलेशिया में गए अपने सौतेले भाई किम जोंग-नाम की हत्या करवा दी थी, क्योंकि किम जोंग उन उसे अपने खतरे के रूप में देखता था। इसी प्रकार जब आज से छह साल पहले किम जोंग उन को अपने फूफा पर उनके खिलाफ गद्दारी करने का शक हुआ था, तो जोंग ने फूफा Jang Song-thaek को नंगा करके जंगली कुत्तों के उस बाड़े में डलवा दिया, जो 3 दिनों से भूखे रखे गए थे। यही नहीं किम ने राजद्रोह के आरोप में अपने चाचा को फांसी पर लटकवा दिया था।
ऐसी में अब इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि किम जोंग उन के साथ भी ऐसा ही बर्ताव किया गया हो, क्योंकि बात यहाँ भी सत्ता की ही है। नॉर्थ कोरिया में सत्ता एक व्यापार की तरह देखा जाता है और वहाँ हर कोई सबसे बड़ा व्यापारी बनना चाहता है, जिसकी वजह से रॉयल फ़ैमिली में सब लोग अपनों के ही दुश्मन बन जाते हैं। अब देखना यह होगा कि भविष्य में नॉर्थ कोरिया से कैसी खबरें निकलकर आती हैं और यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या वाकई किम जोंग को अब हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया गया है?