“मेरी बहन और मेरी फैन ये सुन”, मुक्केबाज़ बबीता फ़ोगाट ने ट्विटर पर स्वरा को पटक-पटक के धोया

हरियाणवी छोरी ने लिबरल स्वरा को उसकी औकात दिखा दी

PC: Hindi Rush

कहते हैं, कभी भी उस जंग को शुरू ना करें, जो आप जीत नहीं सकते। परन्तु यह बात शायद ही कभी स्वरा भास्कर को समझ में आ पाएगीनहीं आयेगी। हाल ही में बबीता फोगाट के धाकड़ ट्वीट्स पर टिप्पणी करने की गलती कर स्वरा ने सिद्ध कर दिया, कि संसार में सब कुछ संभव है, पर स्वरा भास्कर कॉमन सेंस अप्लाई कर कुछ बोले, ना बाबा ना।

तब्लीगी जमात के सदस्यों द्वारा मचाए गए उत्पात पर  बबीता फोगाट को वामपंथियों की गीदड़ भभकी रास नहीं आई और उन्होंने ट्वीट किया, “कोरोना वायरस भारत में दूसरी सबसे बड़ी समस्या है, पहली समस्या तो हमेशा जाहिल जमाती ही रहेगी।”

इस ट्वीट के पीछे सभी वामपंथी और जमातियों के चाटुकार बबीता के पीछे हाथ धोकर पड़ गए। कुछ तो बबीता फोगाट के अकाउंट को ट्विटर से सस्पेंड कराने की मांग करने लगे, तो कुछ प्रशांत कनोजिया जैसे लोग भी थे, जो बबीता के कुश्ती के कौशल पर सवाल उठाते हुए कहने लगे कि यदि आमिर खान की फिल्म दंगल ना होती, तो कोई फोगाट वंश को पूछता भी नहीं।

परन्तु बबीता फोगाट घुटने टेकने वालों में से नहीं थी, और उन्होंने भी विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। इसी परिप्रेक्ष्य में स्वरा भास्कर ने ट्वीट किया, “बबीता जी, यह statistics भी देखें! क्या इन लाखों भक्तगण के corona test हुए हैं?  कृपया इसपर भी टिप्पणी दें! और तबलीग़ी जमात के प्रोग्राम को दिल्ली पुलिस ने permission क्यों दी.. यह सवाल भी उठाएँ! बाक़ी आपके फ़ैन तो हम हैं ही!” 

पर बबीता फोगाट भला कहां शांत रहती। स्वरा को उन्हीं के शैली में जवाब देती हुए वे ट्वीट कर कहा,

“मेरी फैन – मेरी स्वरा बहन….135 करोड़ के हमारे राष्ट्र में महामारी से बचाव के रेस्क्यू प्रयास और टेस्ट सरकार की तरफ से जारी हैं। दिल्ली से तो लाखों मजदूर भी बिहार और उ.प्र. के लिए निकले ….पर कोरोना संक्रमण को फैलाने में सबसे आगे जाहिल जमाती ही क्यों ???” 

https://twitter.com/BabitaPhogat/status/1251366891697909760?s=19

इस जवाब से बबीता ने स्वरा की बोलती बंद कर दी। लोगों ने भी स्वरा की खुब चुटकी ली।

 

https://twitter.com/SatishM81957227/status/1251387288862339073?s=20

एक ने तो यहां तक कहा कि, “यें वहीं लोग हैं जों हिन्दुओं की एक गलती पर पुरा का पुरा हिन्दुस्तान को बदनाम कर देतें हैं!!! लेकिन इनके ससुराल वालें नें इतना कोरोना फैलाया उस पर कुछ नहीं बोली निकलीं!!! लेकिन जैसे हीं इनके ससुराल वालें को गलत कहा गया!!! भडक गयीं?”

स्वरा भास्कर ने एक बार फिर वही गलती की, जिसके लिए एबीपी न्यूज़ के शिखर समागम में चर्चित पत्रकार रुबिका लियाकत ने उन्हें पटक पटक कर धोया था।  मुद्दा था कि क्या सीएए और एनआरसी के विरोध के पीछे कोई ठोस तर्क है?

इस पर स्वरा भास्कर से जब राय ली गयी, तो उन्होंने बड़े उत्साह से सीएए और एनआरसी की भयावहता को दिखाते हुए कहा, “एनआरसी में इतने डरावने प्रोविज़न हैं, जिससे हर गरीब नागरिक जिसके पास कागजात नहीं हैं, उनकी नागरिकता और जान खतरे में है”। इस पर जब रूबिका ने पूछा कि एनआरसी का ड्राफ्ट कहाँ है, तो स्वरा जी कहती हैं, “आप सरकार से पूछिये, ये मेरा काम नहीं है।” एक बार फिर से स्वरा ने अपनी फजीहत कराई है।

परन्तु ऐसा नहीं है कि बबीता फोगाट ने पहली बार वामपंथियों की ऐसी धुलाई की हो। 2017 में जब गुरमेहर कौर ने एबीवीपी को हिंसा के झूठे आरोप में बदनाम करने की कोशिश की थी, तो उसके खोखले दलीलों पर वीरेंद्र सहवाग और रणदीप हुड्डा ने चुटकी लेते हुए पोस्ट किए। इस पर वामपंथी चिढ़ गए और उन्होंने हरियाणा को बुरा भला कहना शुरू कर दिया, परन्तु जब बबीता फोगाट ने आपत्ति जताई, तो लिबरल ब्रिगेड ने वह किया, जो उन्हें कभी नहीं करना चाहिए था, एक खिलाड़ी का अनावश्यक अपमान। इसके बाद तो मैदान के अंदर और मैदान के बाहर, दोनों जगह बबीता फोगाट ने जमकर अपने विरोधियों की पटक पटक के धोया।

इसमें कोई दो राय नहीं है कि बबीता फोगाट को उनकी बेबाकी के लिए अक्सर निशाने पर लिया जाता है। परन्तु वे जिस तरह से अपने विचारों पर अडिग रही हैं, वह उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणास्रोत है, जो सच बोलने से हिचकिचाते हैं। रही बात स्वरा भास्कर को समझाने की तो बबीता भी समझ गई होंगी कि,अंधे को रास्ता दिखाना भैंस के आगे बीन बजाने जैसा है।

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