‘मदद के नाम पर चीन बिजनेस कर रहा है’, प्राग शहर के मेयर ने बताया विश्वासघाती चीन से कैसे निपटा जाना चाहिए

Zdenek Hrib

कोरोनावायरस मामले में दुनिया बेशक चीन की भूमिका को लेकर दो धड़ों में बंटी नज़र आती हो, लेकिन चेक गणराज्य की राजधानी प्राग शहर के मेयर Zdenek Hrib इस मामले पर एकदम स्पष्ट राय रखते हैं। उनके मुताबिक चीन कोरोना के समय मदद पहुंचाकर जिस तरह अपने आप को दुनिया के मसीहा की तरह पेश करने की कोशिश कर रहा है, वह एक दम बकवास है और सही मायनों में चीन बिजनेस कर रहा है। प्राग शहर के मेयर Zdenek Hrib शुरू से ही चीन के धुर विरोधी माने जाते हैं और वे समय-समय पर चीन की आलोचना करने से बिलकुल भी घबराते नहीं हैं। उन्होंने पूरी दुनिया को बताया है कि विश्वासघाती चीन से कैसे निपटा जाना चाहिए।

Zdenek Hrib वर्ष 2018 में प्राग के मेयर बने थे और तभी से वे अपने स्तर पर चीन के खिलाफ जमकर एक्शन लेते आए हैं। पिछले वर्ष ही उन्होंने प्राग शहर के city hall में ताइवान का झण्डा लहराया था और चीन की वन चाइना पॉलिसी की धज्जियां उड़ाते हुए उन्होंने ताइवान के अधिकारियों से भी मुलाक़ात की थी। Zdenek Hrib ने पहले ताइवान के मुद्दे पर जमकर चीन को भड़काया, अब वे वही काम कोरोना को लेकर कर रहे हैं।

दुनिया के कई देशों की तरह ही चेक ने भी चीन से टेस्टिंग किट्स और अन्य मेडिकल सप्लाई मंगाई थी लेकिन चीन से मंगाई गयी किट्स की एक्यूरेसी रेट सिर्फ 30 प्रतिशत निकली और 70 प्रतिशत मामलों में चीन की किट्स कोरोना पॉज़िटिव इंसान को भी नेगेटिव दर्शाती रही। इसी तरह चीन ने स्पेन, इटली और तुर्की को भी ये खराब टेस्टिंग किट्स बेची, बाद में इन देशों द्वारा इन्हें वापस लौटा दिया गया।

एक तो चीन ने इन देशों को राहत सामाग्री के नाम पर खराब सामान बेचा, दूसरा चीन अब इसे “मानवता की भलाई में उठाया गया कदम कहकर भी अपनी वाहवाही बटोरने की कोशिश कर रहा है, जिसे प्राग के मेयर Zdenek Hrib ने अच्छे से एक्सपोज किया है”। उन्होंने चीन से मिलने वाली सहायता पर कहा “ये चीन की ओर से कोई सहायता नहीं है, ये उसका बिजनेस है”।

प्राग के मेयर ये कथन किसी भी तरह से असत्य भी नहीं है। चीन कोरोना के समय अपनी जेब भरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। इस महामारी के समय में भी वह मुनाफा कमाने की ही सोच रहा है। इसका एक उदाहरण हमें तब देखने को मिला जब चीन ने इटली को वो मेडिकल सप्लाई ही बेचने की पेशकश कर डाली जो इटली ने चीन में महामारी के समय दान में दी थी। इस महामारी के शुरू होने से लेकर अब तक चीन दुनियाभर में 3.86 बिलियन मास्क, 37.5 मिलियन सुरक्षात्मक पोशाकें, 16 हज़ार वेंटिलेटर और 2.84 मिलियन कोरोना टेस्टिंग किट्स एक्सपोर्ट कर चुका है।

यह चीन के लिए बिजनेस नहीं है तो फिर क्या है? चीन के व्यापारी अभी मन ही मन यह दुआ कर रहे होंगे कि जल्द ही यह महामारी और भी बड़ा रूप धारण करे ताकि उनका व्यापार बढ़ सके। चीन से निपटने के लिए दुनिया को एकजुट होकर उसके एजेंडे का पर्दाफाश करना ही होगा, और प्राग शहर के मेयर ने बखूबी इसका उदाहरण पेश किया है।

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