South China Sea में एकता लाने के लिए चीन ने प्रोपेगेंडा Video बनाया, फिर फिलीपींस ने चीन को पटक-पटकर धोया

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चीन का प्रोपोगेंडा उसी पर भारी पड़ने लगा है। यह एक बार नहीं बल्कि वुहान से निकले कोरोनावायरस के महामारी बनने के बाद कई बार हो चुका है। एक नई खबर में चीन ने प्रोपोगेंडा के लियर एक म्यूजिक वीडियो बनाया था। इसके जरिये आस पास के पड़ोसी द्वीप देशों को एक करने की बात की गयी थी लेकिन, यही वीडियो फिलीपींस में चीन के खिलाफ बैक फायर कर गया है। फिलीपींस के लोगों के बीच इस वीडियो को लेकर काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। 

दरअसल, चीन ने एक म्यूजिक वीडियो का निर्माण किया था जिसमें उसने कोरोना से लड़ने वाले अपने पड़ोसी देशों के लिए समर्थन दर्शाया था। लेकिन यह वीडियो फिलीपींस में चीन के प्रति नफरत को और बढ़ा रहा है। चीन के दूतावास ने पिछले हफ्ते कुछ राजनयिकों, गायकों और एक अभिनेता के साथ इस गीत को रिलीज किया था, लेकिन फिलीपीन भाषा में इस गाने के बोल और शीर्षक “Iisang Dagat”, or “One Sea” वहाँ के मूल निवासियों को पसंद नहीं आया जो चीन को समुद्री आक्रमणकारी के रूप में देखते हैं।

https://youtu.be/2E0yDvn0xiU

यूट्यूब पर भी इस गाने को डाला गया था और वहाँ भी लोगों ने इसे पसंद करने से अधिक न पसंद किया। #CNPHHealAsOne हैश टैग के साथ इस अपलोड किए गए गाने के ऊपर सोमवार तक 149 हजार डिसलाइक थे जबकि मात्र 2100 लाइक थे। यही नहीं एक पिटीशन भी ऑनलाइन घूमने लगा जो इस गाने को हटाने की अर्जी लगा रहा था। इस पिटीशन को 8000 से अधिक लोग साइन भी कर चुके थे।  

सोशल मीडिया पर यह कहा जा रहा है कि चीन के इस गाने में फिलीपींस के लोगों ने चीन के प्रोपोगेंडे को समझ लिया है। फिलीपींस के लोगों का कहना है कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी गलती छिपाने के लिए फिलीपींस के मूल निवासियों को गद्दार दिखाया है। सोशल मीडिया पर लोग साफ लिख रहे हैं कि वे चीन के साथ एकजुट नहीं होना चाहते हैं और इस गाने की एक एक लाइन प्रत्येक फिलीपींस निवासी के मुंह पर थप्पड़ है। 

फिलीपींस के लोगों का इस तरह से चीन का विरोध करना दिखाता है कि किस तरह से कोरोनावायरस के समय में किया जा रहा प्रोपोगेंडा उसी पर भारी पड़ रहा है। विशेष रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में चीन ने लगातार अपने दमनकारी नीति से द्वीप देशों को परेशान कर दिया है जिससे चीन के खिलाफ अब नफरत बढ़ चुकी है। फिलीपींस हो या ताइवान या फिर वियतनाम ही क्यों न हो, सभी चीन द्वारा किए गए शोषण के खिलाफ एक जुट हो चुके हैं। चीन लगातार दक्षिण चीन सागर में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए कभी सैन्य अड्डा का निर्माण कर रहा है, तो कभी किसी देश के मछुआरों की नाव डुबो रहा है। वियतनाम के विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि चीनी कोस्ट गार्ड के जहाज एससीएस के पारासेल द्वीप पर आठ वियतनामी मछुआरों को ला रही और उसकी नौका को टक्कर मारकर डुबो दिया। उसने कहा है कि ऐसा करके चीन ने इस द्वीप पर उसकी संप्रभुता को चुनौती देने के साथ ही उसकी संपत्ति का नुकसान किया और लोगों की जिंदगी को खतरे में डाला। गत 28 मार्च को पश्चिमी फिलीपींस सागर के फायरी क्रॉस रीफ पर चीन का एक सैन्य विमान भी उतरा था। इसके अलावा चीन ने इस सागर में एक रिसर्च स्टेशन भी स्थापित किया है। 

ऐसा लगता है कि जब चीन में कोरोना का संकट चरम पर था, उस समय भी उसने अपनी विस्तारवादी क्षेत्रीय रणनीति को धीमा नहीं होने दिया और अब गाना बना कर आस पड़ोस को लुभाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन अब फिलीपींस के लोग चीन की दमनकारी नीति को समझ चुके हैं और उन्हे पता है कि चीन प्रोपोगेंडे  के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। फिलीपींस में भी कोरोना का कहर जारी है और अधिकतर लोगों का यही मानना है कि कोरोना को चीन के लोगों ने ही फिलीपींस में फैलाया है। यही कारण है कि चीन का म्यूजिक वीडियो का प्रोपोगेंडा फिलीपींस में फेल हो चुका है।  

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