‘हुबेई वाले कोरोना फैलाते हैं इन्हें भगाओ’! लॉकडाउन हटते ही चीन vs चीन का जंग शुरु हो चुका है

चीन कह रहा है कि सब सही है लेकिन ये क्या?

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वुहान वायरस की चपेट में पूरी दुनिया को लाने के बाद चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी चाहती है कि दुनिया के सामने एक स्वस्थ और सुरक्षित चीन की छवि पेश हो। पर जो दिखाया जाए, ज़रूरी नहीं कि वो सच ही हो। फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट की माने तो बीजिंग के सारे किए कराये पर उसी के नागरिक पानी फेर रहे हैं, क्योंकि उन्हें बिलकुल भी इस बात पर विश्वास नहीं है कि हालात सामान्य हुए हैं। हूबेई प्रांत के निवासियों पर लगे ट्रैवल restrictions हटाने से अभी भी कई प्रांत कतरा रहे हैं।

स्थिति तो कुछ ऐसी है कि अन्य राज्य हूबेई प्रांत के लोगों को उनके राज्यों से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं। अभी हाल ही में एक विडियो सोशल मीडिया पे वायरल हुई, जिसमें पिछले शुक्रवार को जियांगझी प्रांत के पुलिस अफसर और हूबेई प्रांत के अफसर एक दूसरे से हाथापाई करते हुए पाये जा रहें हैं। इसके कुछ ही घंटों बाद हूबेई प्रांत के हुयांगमे और जियांगझी के जियूजियांग शहर ने एक दूसरे पर हिंसा शुरू करने का आरोप मढ़ते हुए बयान दिये, जिसे तुरंत हटा भी लिया गया।

चीन का दावा है कि उसके तौर तरीकों ने बहुत जल्द ही वुहान वायरस पर काबू पा लिया। परंतु अब जब चीन की आम दिनचर्या पटरी पे लौट रही है, तो सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य से ज़्यादा अर्थव्यवस्था पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार केवल 2535 लोग ही इस महामारी के कारण मारे गए हैं, परंतु अगर स्थानीय रिपोर्ट्स की बात करें, तो अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि अकेले 40000 लोग वुहान में ही इस बीमारी की भेंट चढ़ गए हैं।

चलो एक बार को मान लें कि वुहान में 40000 लोग नहीं मारे गए, परंतु इस महामारी की भयावहता को चीन ने निस्संदेह दुनिया से छुपाया है। इसके कारण हूबेई प्रांत से आने वाले मजदूरों को प्रवेश करने देने से कई प्रांत हिचकिचा रहे हैं।  इसके अलावा दूसरा कारण ये भी है कि स्वयं हूबेई प्रांत के लोग सरकार के रवैये से संशय में है, क्योंकि उनके साथ जमकर भेदभाव किया जा रहा है। चीन में लोग एक दूसरे के विरुद्ध ही खड़े हो गए हैं।

एक ओर शी जिंगपिंग की सरकार दावा कर रही है कि चीन में अब सब कुछ ठीक है, वहीं दूसरी ओर चीन के आंकड़ों पर पूरा संसार आवाज़ उठा रहा है। अब चूंकि चीन की जनता जवाब जानने के लिए सड़कों पर उतर आई है, तो इससे तो स्पष्ट है कि चीन में सब कुछ तो बिलकुल ठीक नहीं है। चीन में हुई हिंसा से ये तो स्पष्ट है कि यदि चीन वुहान वायरस से पूरा तरह उबर भी गया है, तो भी अब उसे अंतर्कलह से कोई नहीं बचा सकता।

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