आज कल देश कोरोना के अलावा एक और बीमारी से ग्रस्त है और उस बीमारी का नाम है टिक टॉक। इस एप्लिकेशन पर अब किसी भी प्रकार की हिंसा को इतना बढ़ावा मिल रहा है अब सरकार को तुरंत इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। टिक टॉक के एक वीडियो में आतंक को बढ़ावा देने के बाद अब एक नए मामले मे फैजल सिद्दीकी नाम के टिक टोकर ने एक वीडियो बनाई जिसमें वह साफ तौर पर महिलाओं पर एसिड अटैक को बढ़ावा दे रहा था। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के प्रति विरोध जताए जाने पर तुरंत फैजल सिद्दीकी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और साथ ही महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए मामले को पुलिस और Tik Tok के सामने उठाने की बात कही है।
. @sharmarekha ji please watch the video https://t.co/KpBeurhKrX
— Tajinder Bagga (Modi Ka Parivar) (@TajinderBagga) May 17, 2020
दरअसल, फैजल सिद्दीकी नाम के इस टिक टोकर के 13 मिलियन से अधिक फ़ॉलोअर हैं। इसने एक वीडियो पोस्ट की थी जिसमें वह लड़की से कहता है कि उसने दूसरे लड़के के लिए उसे छोड़ दिया ना। उसके बाद वह एक लड़की पर तरल पदार्थ फेंकता हैं जिसके बाद लड़की के चेहरे पर दाग पड़ जाते हैं। लड़की के चेहरे पर लाल रंग का काफी मेकअप होता है जो बताता है कि उसका चेहरा जल गया है।
इसके बाद यह वीडियो ट्विटर से लेकर सभी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद लोगों में काफी रोष देखने को मिला। तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा को टैग करते हुए और इस मामले को महिला आयोग तक पहुंचाया इसके बाद रेखा शर्मा ने उन्हें जवाब दिया कि वे इस मामले को पुलिस और टिक टॉक इंडिया तक लेकर जाएंगी।
I am taking it up today itself with both police and @TikTok_IN https://t.co/drBqy9ykji
— Rekha Sharma (@sharmarekha) May 18, 2020
इसके बाद एक दूसरे ट्वीट में रेखा शर्मा ने बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के DGP को पत्र लिखकर फैजल के खिलाफ ऐक्शन लेने की बात कही। यही नहीं, शर्मा ने बताया कि उन्होंने टिकटॉक इंडिया को भी लेटर लिखकर फैजल को अपने प्लेटफॉर्म से ब्लॉक करने के लिए कहा।
Written to @DGPMaharashtra DGP to take action against #FaizalSiddiqui. Also wrote to @TikTok_IN to block this person from the platform, though they have deleted the video from it after a call from @NCWIndia https://t.co/drBqy9ykji pic.twitter.com/X1CpM8soBt
— Rekha Sharma (@sharmarekha) May 18, 2020
@NCWIndia have contacted Tik-Tok India @TikTok_IN to remove the video & delete the account of #FaizalSiddiqui that instigate committing violence against women. pic.twitter.com/1QMHpUgQs8
— NCW (@NCWIndia) May 18, 2020
बता दें कि फैजल सिद्दीकी, टिक टॉक का पॉपुलर स्टार है और उसके 13.4 मिलियन फॉलोअर्स हैं। यह फैजल सिद्दीकी नाम का टिक टोकर टीम नवाब का सदस्य और टिकटॉकर आमिर सिद्दीकी का भाई है। ये वही अमीर सिद्दकी है जिसे कैरीमिनाटी ने यूट्यूब पर खूब रोस्ट किया था।
टिकटॉक पर इस तरह की हिंसात्मक वीडियो एक आम बात है, कई बार तो टिकटॉकरों ने हद पार करते हुए आतंक को बढ़ावा दिया था। कुछ ही दिनों पहले, इस वीडियो में टीम 7 गैंग नाम के टिक टॉकर ने एक वीडियो बनाई थी जिसमें वे कह रहे थे कि तबरेज की हत्या कर दी गई है लेकिन जब तबरेज का बेटा बड़ा होगा और अपने पिता पर हुए जुल्म का बदला लेगा तब उसे आतंकवादी ना कहा जाए। इस वीडियो पर भी काफी विवाद हुआ था तब Mr Faisu नाम के टिकटॉकर के इस वीडियो के कारण टिक टॉक ने उसका अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।
ये प्लेटफॉर्म आतंकवाद समर्थक वीडियो, और यहां तक कि चाइल्ड पोर्न वीडियो तक का अड्डा बन गया है। सबसे चिंता की बात तो यह है कि यह एप बच्चों और किशोरों के बीच बहुत लोकप्रिय है और इस एप पर कंटैंट की क्वालिटी बेहद घटिया है। बेहद आपत्तिजनक सामग्री को बच्चे आसानी से एक्सेस कर सकते हैं जो कि उनके लिए बेहद नुकसानदायक हैं। बता दें कि भारत सरकार इन्हीं कारणो से टिकटॉक से कई कड़े सवाल भी पूछ चुकी है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पिछले दिनों टिकटॉक से स्पष्टीकरण मांगा था कि इन सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल करने के लिये बच्चों की न्यूनतम आयु 13 साल क्यों रखी गई है जबकि भारत में 18 साल से कम आयु वाले को बालक माना गया है। इसी कारण से भारत में कुछ समय के लिए मद्रास हाई कोर्ट ने इस एप को प्रतिबंधित भी कर दिया था। हालांकि, जब इस एप ने लिखित में कोर्ट को यह विश्वास दिया कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर नियंत्रण को और मजबूत करेगा, तो मद्रास हाई कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। सरकार को इस एप पर और कड़े एक्शन लेने की जरूरत है ताकि लोगों के डेटा की सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
टिकटॉक वैसे भी बेहद अश्लील, फूहड़ और ऐसी भ्रामक खबरें फैलाने का सबसे सस्ता और वायरल माध्यम बन चुका है। विडम्बना तो यह है कि टिकटॉक पर प्रसारित कोई भी वीडियो बहुत ही कम समय में कई लाख लोगों तक पहुंच जाती है। ऐसे में यदि तबरेज अंसारी पर वीडियो के भ्रामक कंटैंट और एसिड अटैक जैसे वीडियो बनाने वालों पर लगाम नहीं लगाई गयी, तो स्थिति हद से ज़्यादा बिगड़ सकती है।