जब देश में राष्ट्रव्यापी लॉक डाउन घोषित हुआ, तब सबसे बड़ी समस्या यह उत्पन्न हुई कि हमारे डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आवश्यक पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानि PPE का इतने कम समय में कैसे आवश्यक व्यवस्था हो पाएगी?
कई स्वघोषित एक्सपर्ट यहां भी सरकार को कोसने में जुट गए। परन्तु जिस सरकार को वे कोसने में लगे हुए थे, उसी सरकार ने कुछ ही महीनों में पूरी तरह से मानो कायाकल्प कर दिया। कभी PPE इंपोर्ट करने वाला भारत आज प्रतिदिन 2 लाख PPE किट तैयार कर रहा है। जी हां। प्रतिदिन 2 लाख PPE किट।
As of today 2.5 lacs PPE manufactured per day @DrJitendraSingh ji 🙏#MakeInIndia https://t.co/kNBlgOiLns
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) May 6, 2020
जब वुहान वायरस की महामारी पांव पसारने लगी, तो भारत में चिंता का विषय यह था कि यहां एक भी PPE का उत्पादन नहीं होता था और हम पूर्णतया इंपोर्ट पर आश्रित थे। भारत ने पौने तीन लाख किट इंपोर्ट किए थे, और इसके अलावा चीन से भी भारत ने कई किट मंगवाए थे। वह अलग बात है कि उनमें से अधिकतर दोयम दर्जे के निकले।
ऐसे में केंद्र सरकार ने मोर्चा संभाला, और स्मृति ईरानी के नेतृत्व में मेक इन इंडिया वाली नीति पर चलते हुए भारतीय PPE किट्स को बनाना प्रारंभ किया गया। धीरे-धीरे यह मेहनत रंग लाने लगी, और जल्द ही भारत का औसत उत्पादन डेढ़ लाख किट प्रतिदिन के पार जाने लगा।
एक स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, “यह बेहद सुखद बात है कि हमारा PPE उत्पादन बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। 2 मई को हमने 2.06 लाख किट प्रतिदिन का आंकड़ा पार किया। पहले PPE किट का घरेलू उत्पादन लगभग ना के बराबर था, परन्तु कुछ ही समय में भारत ने अपना उत्पादन काफी हद तक बढ़ा दिया।“
परंतु यह उपलब्धि रातोंरात नहीं हुई है। जिस समय विपक्ष स्मृति ईरानी को ट्विटर पर अंताक्षरी खिलवाने के लिए तंज कस रहा था, उस समय उनके नेतृत्व में National Technical Textiles Mission ने PPE के शोध और अनुसंधान के लिए सभी प्रकार की स्वीकृतियां देनी प्रारंभ कर दी थी.
Indian Textiles Inc. rises to the situation & shows its fortitude!
After receiving WHO guidelines on PPE, in less than a month’s time 14 manufacturers cleared rigorous technical testing & started mfg indigenous PPEs for our doctors & paramedical staff. https://t.co/BdmSgO0uvQ
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) March 29, 2020
अब एक महीने बाद भारत में 52 से ज़्यादा इकाई PPE किट्स का उत्पादन करती है, और 110 और उत्पादकों को चिन्हित किया गया है। अब भारत आगामी महीनों के लिए तैयार हो रहा है, जहां PPE किट्स की मांग 2 करोड़ से भी आगे बढ़ सकती है।
अब तक केंद्र सरकार ने लगभग 21.32 लाख PPE किट विभिन्न सरकारी अस्पतालों में वितरित करवाए हैं, और लगभग 16 लाख PPE किट सेंटर स्टेट बफर स्टॉक के रूप में रखा हुआ है। इस कारण अब भारत विश्व में PPE का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन चुका है, और इससे भी बढ़िया बात तो ये है कि भारत अब जल्द ही जरूरतमंद देशों को PPE किट एक्सपोर्ट भी कर सकेगा।
How @smritiirani led from the front to push up the production of PPE by roping in the textile industry. Today #India is world's second largest producer of quality PPE. If we persist with this determination, we can force a change in global supply lines in post-#Covid19 world. https://t.co/zlO5tYF36A
— Kanchan Gupta (Hindu Bengali Refugee)🇮🇳 (@KanchanGupta) May 7, 2020
ऐतिहासिक रूप से टेक्सटाइल के क्षेत्र में भारत की उत्पादक क्षमता बहुत तगड़ी थी, परन्तु ब्रिटिश राज के साथ ही ये शक्तियां हमसे छीन ली गई थी। परन्तु स्मृति ईरानी के नेतृत्व में टेक्सटाइल मिनिस्ट्री ने एक बार फिर इस क्षेत्र में वापसी दर्ज की है, और ऐसा प्रतीत होता है कि स्मृति ईरानी एक बार फिर भारत को टेक्सटाइल हब बना के ही दम लेंगी।