‘हमारा न्यूक्लियर बम IMF छीन लेगा’, जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान को IMF से बचाने के लिए भीख मांगी

पाकिस्तान अपने परमाणु बमों को बचाने के लिए भीख मांग रहा है

किसी भी राष्ट्र की रक्षा के लिए उसके शस्त्र बहुत अहम माने जाते हैं। पर पाकिस्तान के मामले में तो उल्टा ही राग अलापा जा रहा है। यहां तो पाकिस्तान अपने शस्त्रों को बचाने के लिए पैसा मांग रहा है।

पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद अभी हाल ही में अपने मित्रों और पाकिस्तानी नागरिकों से देश को कर्ज मुक्त बनाने के लिए सहायता मांग रहे थे। उनका मानना था कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो पाकिस्तान से आईएमएफ परमाणु राष्ट्र का तमगा छीन लेगा।

https://twitter.com/I_JavedMiandad/status/1258856543799386122?s=19

इस वीडियो में जावेद मियांदाद सीधे सीधे भीख मांगते हुए दिखाई दिए गए। जनाब बताते हैं कि उन्होंने अपने एक अंतरराष्ट्रीय बैंक अकाउंट को विशेष धनकोष में परिवर्तित किया है, जिसे सिर्फ़ वे ही संचालित कर सकते हैं। इस धनकोष का प्रयोग वे आईएमएफ द्वारा पाकिस्तान को दिए गए कर्ज को चुकता करने के लिए करेंगे।

यह तो सच में तौबा तौबा का मुकाम है। अब पाकिस्तान इसलिए भीख मांग रहा है, ताकि अपने परमाणु बमों को बचा सके।  यह आपको जितना भी ऊटपटांग लगे, परन्तु यही सच है। वैसे भी जो देश चीन द्वारा भेजे गए अंडरवियर के मटेरियल के मास्क पहनने को राज़ी हो जाए, उसके लिए तो यह बड़ी आम बात हो गई।

बता दें कि पाकिस्तान का वर्तमान विदेशी कर्ज तकरीबन 103.6 बिलियन डॉलर के आसपास है। अब यह सोचना ही हास्यास्पद है कि जावेद मियांदाद महोदय आखिर इतना पैसा कहां से और कैसे जुटाएंगे, विशेषकर तब, जब पाकिस्तान के पास आम दिनचर्या के कामों के लिए पैसे जुटाने के लाले पड़े हो।

हालात तो इतने बुरे हैं कि वुहान वायरस की महामारी से जूझने के बावजूद पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से लॉक डाउन को हटा दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान के मुताबिक पाकिस्तान में ऐसा करना नामुमकिन है, क्योंकि अगर पाकिस्तान में शहरों को बंद कर दिया गया तो Pakistan घुटनों पर आ जाएगा। उनका कहना है कि यहां हालात अमेरिका या यूरोप जैसे नहीं हैं, यहां 25% आबादी गरीबी में रहती है। उनके मुताबिक, “अगर शहर बंद किए जाते हैं तो लोगों को कोरोना वायरस से तो बचा लिया जाएगा, लेकिन वे भूख से मर जाएंगे”।

इसमें कोई दो राय नहीं है कि मियांदाद महोदय अपने इस हास्यास्पद प्रस्ताव को लेकर काफी गंभीर हैं। उन्होंने अपने मुल्क को कर्ज़ों से आजाद करने की कसम खाई है। यदि पाकिस्तानी उनके इस ‘ नेक ‘ काम का हिस्सा भी बने, तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी। आखिर बिना एटम बम के पाकिस्तान वही है, जैसे बिना समोसे का आलू। पाकिस्तान का पूर्ण अस्तित्व इसी बात पर है कि वो  भारत को बर्बाद कर सके। अब आप परमाणु शस्त्रों को ही हटा दें, तो पाकिस्तान का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा।

रोचक बात तो यह है कि जावेद मियांदाद भारत के सबसे दुर्दांत आतंकी दाऊद इब्राहिम के समधी भी हैं, जो इस समय कई सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान में छुपा है। अब यह देखना रोचक होगा कि पाकिस्तान कैसे जावेद मियांदाद की इस अपील पर अपनी प्रतिक्रिया देता है ये तो वक्त ही बताएगा। दुनिया के कई देश इस समय COVID-19 से निपटने के लिए एक अदद वैक्सीन की तलाश में है, और पाकिस्तान अपने एटम बम को बचाने के लिए पैसों की तलाश में। सही ही कहा है किसी ने, जैसी जिसकी सोच।

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